श्री श्री रवि शंकर ने श्रीनगर में हुर्रियत के मीरवाइज उमर फारूक से मुलाकात कर कश्मीर में शांति, सहिष्णुता और राजनीतिक बंदियों की रिहाई पर चर्चा की।
श्री श्री रवि शंकर के साथ मीरवाइज ने कश्मीर में शांति और आपसी समझ के लिए साझा की सोच
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर ने गुरुवार को श्रीनगर में हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इस दौरान शांति, करुणा और अंत:धार्मिक सहिष्णुता के महत्व पर व्यापक चर्चा की।
मीरवाइज ने बताया कि श्री श्री रवि शंकर कश्मीर में सात वर्षों बाद लौटे हैं और उन्होंने घाटी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की प्रशंसा की, जिसे सह-अस्तित्व का उदाहरण माना जाता है।
मुख्य इस्लामी धर्मगुरु ने दोहराया कि मीरवाइज का संस्थान शांति और संवाद के प्रति प्रतिबद्ध है, जिससे कश्मीर में मामलों के हल के लिए एक मानवीय और प्रभावी रास्ता मिल सके।
दोनों नेताओं ने कहा कि अन्याय और निराशा से जल्दी कट्टरता पैदा होती है, जो शांति के लिए खतरा है। मीरवाइज ने श्री श्री के हालिया नशा मुक्त अभियान की भी सराहना की।
श्री श्री रवि शंकर की आगामी योजना श्रीनगर सेंट्रल जेल के दौरे की है, जहां मीरवाइज ने कहा कि राजनीतिक बंदियों और युवाओं की रिहाई के लिए सहानुभूतिपूर्ण और मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।
दोनों ने मिलकर संवाद और परस्पर समझ को कश्मीर में शांति और मानव गरिमा को बढ़ावा देने के लिए जरूरी बताया।
FAQs:
- श्री श्री रवि शंकर और मीरवाइज उमर फारूक ने किन मुद्दों पर चर्चा की?
- मीरवाइज ने कश्मीर की संस्कृति और विरासत के बारे में क्या कहा?
- राजनीतिक बंदियों की रिहाई के संबंध में क्या सुझाव दिए गए?
- नशा मुक्त अभियान पर मीरवाइज की प्रतिक्रिया क्या रही?
- दोनों नेताओं ने कश्मीर की शांति के लिए क्या साझा दृष्टिकोण अपनाया?
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