जापानी शोधकर्ताओं ने AI और सुपरकंप्यूटर की सहायता से 100 अरब सितारों के डेटा का उपयोग करते हुए Milky Way की 10,000 साल की विकास प्रक्रिया को मॉडल किया और इसके गैलेक्सीय डायनेमिक्स का अनोखा अध्ययन किया।
AI-सहायता से 100 अरब सितारों के सटीक सिमुलेशन द्वारा मिल्की वे की विकास यात्रा का खुलासा
जापान की रिसर्च टीम ने मिल्की वे गैलेक्सी के करीब 100 अरब सितारों का डेटा एकत्र कर अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और हाई परफॉर्मेंस सुपरकंप्यूटर्स की मदद से 10,000 वर्षों की गैलेक्सीय विकास प्रक्रिया का अत्यंत सटीक सिमुलेशन तैयार किया है।
कैसे संभव हुआ यह ब्रेकथ्रू?
यह प्रोजेक्ट RIKEN, टोक्यो विश्वविद्यालय और बार्सिलोना विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के सहयोग से विकसित हुआ है। 7 मिलियन CPU कोर ने एक साथ गणना कर पारंपरिक तरीकों की तुलना में बहुत तेजी से परिणाम दिए। AI की मदद से सिमुलेशन में सुपरनोवा विस्फोट, गैस का फैलाव, और रासायनिक घटकों का विस्तृत विवरण भी शामिल किया गया।
प्रमुख उपलब्धियां:
- प्रत्येक तारे की कक्षा, जन्म और मृत्यु की गति मॉडलिंग।
- सुपरनोवा विस्फोटों और गैस विस्तार की उच्च स्तरीय डिटेलिंग।
- गैलेक्सीय डायनेमिक्स की अभूतपूर्व समझ और परीक्षण।
वैज्ञानिक महत्व:
यह शोध दर्शाता है कि AI केवल पैटर्न पहचान तक सीमित नहीं है, बल्कि बड़े पैमाने पर बहु-भौतिकी सिमुलेशन में भी नई खोजें संभव बनाता है। इस तकनीक से न केवल खगोल विज्ञान बल्कि जलवायु, महासागर और अन्य वैज्ञानिक क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी सुधार होने की संभावना है।
FAQs
प्र1. यह सिमुलेशन कब पूरा हुआ?
2025 में आधुनिक सुपरकंप्यूटर के जरिए।
प्र2. इस सिमुलेशन में क्या-क्या शामिल था?
सितारों की कक्षा, जन्म-विवाद, सुपरनोवा विस्फोट, गैस विस्तार।
प्र3. AI का उपयोग कैसे हुआ?
गणना की गति बढ़ाने और सटीकता में सुधार के लिए।
प्र4. इस शोध का अन्य क्षेत्रों में क्या प्रभाव होगा?
जलवायु विज्ञान, महासागर अध्ययन, पर्यावरण मॉनिटरिंग में सुधार।
प्र5. मिल्की वे के अध्ययन से हमें क्या समझ मिली?
गैलेक्सीय ढांचे और विकास की गहरी समझ।
प्र6. भविष्य में ऐसे और शोध होंगे?
हाँ, AI की मदद से और गहन वैज्ञानिक अध्ययन होंगे।
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