भारत ने बांग्लादेश की जनता के सर्वोत्तम हितों के प्रति प्रतिबद्धता जताई है और शेख हसीना के फैसले के बाद सभी पक्षों से सकारात्मक संवाद जारी रखने का आश्वासन दिया है।
भारत की प्रतिक्रिया: शेख हसीना मामले में बांग्लादेश के लोगों के सर्वश्रेष्ठ हितों के लिए काम करेंगे
भारत ने बांग्लादेश के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ दिए गए ट्रिब्यूनल के फैसले को नोट करते हुए कहा है कि वह बांग्लादेश के लोगों के सर्वोत्तम हितों के प्रति प्रतिबद्ध है। भारत शांति, लोकतंत्र, समावेशन और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने में सक्रिय रहेगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि भारत हमेशा सभी संबंधित पक्षों के साथ रचनात्मक संवाद करेगा ताकि बांग्लादेश में स्थिरता बनी रहे। यह बयान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार द्वारा शेख हसीना की प्रत्यर्पण की मांग के प्रति भारत की संयमित कूटनीति को दर्शाता है।
शेख हसीना को 1971 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े युद्ध अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया और फांसी की सजा सुनाई गई। वह तब से भारत में निर्वासित हैं और बांग्लादेश में इनके राजनीतिक विरोधी हैं।
भारत ने स्पष्ट किया है कि वह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए काम करता रहेगा और इस मामले में सभी पक्षों की संवेदनाओं को समझते हुए विवेकपूर्ण रूप से कदम उठाएगा।
शेख हसीना के फैसले पर भारत की प्रतिक्रिया में संतुलित और जिम्मेदार कूटनीति की झलक मिलती है, जो जमीनी वास्तविकताओं और द्विपक्षीय संबंधों को मद्देनजर रखते हुए तैयार की गई है।
FAQs
- भारत ने शेख हसीना के फैसले पर क्या कहा?
भारत बांग्लादेश के लोगों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है और रचनात्मक संवाद जारी रखेगा। - शेख हसीना पर क्या फैसला आया है?
ट्रिब्यूनल ने उन्हें युद्ध अपराध के लिए दोषी ठहराया और फांसी की सजा दी। - भारत की कूटनीति कैसी है?
संयमित और संतुलित, क्षेत्रीय स्थिरता को प्राथमिकता देती। - भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध कैसे हैं?
दोनों देशों के बीच गहरा और महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंध है। - भविष्य में भारत क्या करेगा?
सभी पक्षों के साथ संवाद जारी रखेगा और शांति बनाए रखेगा।
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