राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली लाल किला ब्लास्ट केस में आरोपी आत्मघाती हमलावर उमर अन नबी के सह-साजिशकर्ता जसिर बिलाल वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है।
NIA ने दिल्ली ब्लास्ट आरोपी जसिर बिलाल वानी को श्रीनगर से हिरासत में लिया, साजिश के कई पहलू जांच में
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली लाल किला ब्लास्ट केस में आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर अन नबी के सक्रिय सह-साजिशकर्ता जसिर बिलाल वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। जसिर ने ड्रोन संशोधन और रॉकेट बनाने का तकनीकी समर्थन प्रदान किया था।
जसिर बिलाल वानी, जो काजीगुंड, अनंतनाग का निवासी है, पर NIA ने आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय सहायक होने का आरोप लगाया है। वह उमर अन नबी के साथ मिलकर आतंकवादी योजना बना रहा था। वानी को श्रीनगर में हिरासत में लिया गया।
जसिर ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को बताया कि उमर ने उसे कई महीनों तक उकसाया था कि वह आत्मघाती हमलावर बने। हालांकि, आर्थिक हालात और इस्लाम में आत्महत्या के खिलाफ मान्यताओं के कारण उसने अंतिम समय पर इस योजना से पीछे हटने का फैसला किया।
यह गिरफ्तारी इस जटिल आतंकवादी नेटवर्क को उजागर करती है, जिसकी जड़ें कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैली हैं। जांच में यह भी पता चला कि आतंकवादियों ने खुले बाजार से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जमा की थी।
NIA की यह गिरफ्तारी न केवल लाल किला ब्लास्ट की गुत्थी सुलझाने में अहम है, बल्कि भारत में आतंकवादी साजिशों को विफल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कड़ी भी है।
FAQs
- जसिर बिलाल वानी कौन हैं?
आत्मघाती हमलावर उमर अन नबी के सह-साजिशकर्ता। - उन्हें कहाँ से गिरफ्तार किया गया?
श्रीनगर। - जसिर ने किस तरह का समर्थन दिया था?
ड्रोन संशोधन और रॉकेट बनाने में तकनीकी मदद। - आत्मघाती हमलावर उमर अन नबी की योजना कैसी थी?
बड़ी विस्फोटक घटना को अंजाम देना, विशेष अवसरों पर। - गिरफ्तारी का क्या महत्व है?
आतंकवादी साजिश को बेनकाब करना और सुरक्षा बढ़ाना।
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