Home मनोरंजन किसान कल्याण के लिए Navya Nanda की वैज्ञानिक खेती को समर्थन की पुकार
मनोरंजन

किसान कल्याण के लिए Navya Nanda की वैज्ञानिक खेती को समर्थन की पुकार

Share
farming fields or greenhouses
Share

Navya Nanda ने कुरुक्षेत्र के एडवांस्ड फार्मिंग इंस्टिट्यूट का दौरा कर किसानों के लिए परंपरागत खेती संग विज्ञान आधारित तकनीकों का समर्थन करने की अपील की।

Navya Nanda ने कुरुक्षेत्र के एडवांस्ड फार्मिंग इंस्टिट्यूट का दौरा कर किसानों के लिए विज्ञान और परंपरा के मेल की अपील की

Navya Nanda ने इस सप्ताह कुरुक्षेत्र स्थित एस्कॉर्ट्स कूबोता एडवांस्ड फार्मिंग इंस्टिट्यूट का दौरा किया, जहां उन्होंने खेतों, ग्रीनहाउस और आधुनिक कृषि प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया कि खेती को सम्मान, ध्यान और नवाचार की जरूरत है, साथ ही भारत की अगली पीढ़ी को अपनी जड़ों के करीब रहना चाहिए।

एडवांस्ड फार्मिंग इंस्टिट्यूट का परिचय:
यह संस्थान स्थानीय संदर्भों में पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक उपकरणों के संगम के जरिए किसानों को वैज्ञानिक खेती के प्रशिक्षण देता है। इसका उद्देश्य तकनीकी कौशल से किसानों को सशक्त बनाना है ताकि वे बेहतर उपज, जोखिम में कमी और टिकाऊ प्लानिंग कर सकें।

नव्या का संदेश:
नव्या ने कहा कि यह मॉडल क्लासरूम की बजाय खेतों पर आधारित है जिसमें माटी सुधारने, फसलों की दूरी और जल संरक्षण सहित कीट प्रतिरोधी विधियां शामिल हैं। उन्होंने किसानों को अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ आधुनिक विज्ञान अपनाने की सलाह दी।

युवा किसानों की भागीदारी:
नव्या अक्सर युवा भारतीयों को कृषि से जुड़ने की प्रेरणा देती हैं। उनका फोकस ग्रामीण विकास, कौशल प्रशिक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण पर है।


FAQs

प्र1. एडवांस्ड फार्मिंग इंस्टिट्यूट कहां स्थित है?
यह कुरुक्षेत्र के बाहर स्थित है।

प्र2. कितने समय से यह इंस्टिट्यूट काम कर रहा है?
स्थापना की तारीख विवरण में नहीं मिली, लेकिन यह एक आधुनिक कृषि प्रशिक्षण केंद्र है।

प्र3. नव्या नंदा का कृषि क्षेत्र में योगदान क्या है?
वे ग्रामीण विकास और युवाओं को खेती से जोड़ने का कार्य करती हैं।

प्र4. इंस्टिट्यूट द्वारा किस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है?
पारंपरिक ज्ञान के साथ वैज्ञानिक खेती की विधियाँ।

प्र5. नव्या ने किसानों से क्या आशय व्यक्त किया?
वैज्ञानिक तकनीक अपनाने के साथ अपनी सांस्कृतिक पहचान को न खोने की बात।

प्र6. युवाओं की कृषि में भागीदारी क्यों जरूरी है?
यह टिकाऊ खेती और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

क्या Hombale Films देंगे RCB को नया-विजन?

कांतारा-केजीएफ के निर्माता Hombale Films के द्वारा RCB अधिग्रहण की चर्चित खबर...

Shiv Thakare के घर में भड़की आग,पोस्ट में टीम ने दिया बयान

Shiv Thakare के गोरेगांव स्थित मुंबई घर में अचानक आग लग गई।...

Big Boss 19 Family Week में Kunickaa-Ashnoor-Ayaan का Meetup Social-Media में Trend

Big Boss 19 Family Week में Kunickaa-Ashnoor-Ayaan को अपनी बहू मानने की...

Bollywood,Drugs और न्याय:Delhi High Court ने उठाए सवाल ‘The Bads Of Bollywood’ पर

Delhi High Court ने आर्यन खान की वेब-सीरीज़ The Bads Of Bollywood...