सुप्रीम कोर्ट की गठित समिति ने बांके बिहारी मंदिर के जगमोहन हॉल में श्रद्धालुओं द्वारा सीढ़ी चढ़कर दर्शन करने पर रोक लगाई है, सुरक्षा कारणों से।
बांके बिहारी मंदिर के जगमोहन क्षेत्र में सीढ़ी चढ़ना बंद, मंदिर समिति ने लागू किया प्रतिबंध
बांके बिहारी मंदिर के सुप्रीम कोर्ट नियुक्त उच्च स्तरीय प्रबंधन समिति ने मंदिर के जगमोहन हॉल में श्रद्धालुओं द्वारा सीढ़ी चढ़कर दर्शन करने और उस क्षेत्र में दर्शन प्रदान करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रतिबंध के कारण
मंदिर के स्थानीय नियमों और परंपराओं के अनुसार, मंदिर के गर्भगृह और दर्शनों के बीच की जगह (जगमोहन क्षेत्र) में केवल ड्यूटी पर तैनात पुजारियों के द्वारा ही दर्शन का प्रबंध किया जाता है। लोगों का इस क्षेत्र में प्रवेश वर्जित है।
समिति की निरीक्षण रिपोर्ट
पूर्व इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार की अध्यक्षता में समिति ने हाल ही में मंदिर पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने अव्यवस्थाओं को नोट किया और पुजारियों द्वारा नियमों का पालन न करने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।
सुरक्षा चिंताएं
समिति ने बताया कि श्रद्धालु सीढ़ी पर चढ़कर, यहां तक कि छोटे बच्चों को रेलिंग से लटका कर दर्शन करने की कोशिश करते हैं, जो ‘ठाकुरजी’ की गरिमा को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ भीड़भाड़ वाले इस क्षेत्र में दुर्घटना की आशंका को बढ़ाता है।
आदेश का पालन
समिति ने मंदिर के कार्यकारी प्रबंधक को आदेश दिया है कि वे शुक्रवार के आदेश का सख्ती से पालन कराएं और जगमोहन से चंदन कोठरी की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर दें।
FAQs:
- सुप्रीम कोर्ट की समिति ने क्या प्रतिबंध लगाया?
उत्तर: जगरमोहन हॉल में सीढ़ी चढ़कर दर्शन करने पर रोक। - यह प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
उत्तर: सुरक्षा कारणों और पुजारियों द्वारा नियमों का पालन न करने के कारण। - समिति के अध्यक्ष कौन हैं?
उत्तर: पूर्व इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अशोक कुमार। - श्रद्धालु इस प्रतिबंध का पालन कैसे करेंगे?
उत्तर: मंदिर में आदेश का सख्ती से पालन कराया जाएगा और रास्ते बंद किए जाएंगे। - जगमोहन क्षेत्र क्या है?
उत्तर: यह मंदिर के गर्भगृह और दर्शनों के बीच का क्षेत्र है।
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