कांग्रेस नेता खड़गे ने SIR के दौरान बूथ स्तर के अधिकारियों की बढ़ती आत्महत्याओं पर बीजेपी और चुनाव आयोग की कड़ी आलोचना की।
मतदाता सूची संशोधन में दबाव से मर रहे BLO, कांग्रेस प्रमुख की BJP पर तीखी निंदा
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) की खुदकुशी की घटनाओं पर भाजपा और चुनाव आयोग की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की मत चोरी की रणनीति अब जानलेवा मोड़ पर पहुंच गई है।
खड़गे ने मीडिया पर साझा किए एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि छह राज्यों में अब तक 16 से अधिक BLOs ने अपने कर्तव्य के दबाव में आत्महत्या की है। इनमें केरल, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तमिलनाडु के उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा, “BJP की मत चोरी अब जानलेवा हो गई है। अत्यधिक कार्यभार के कारण BLOs और मतदान अधिकारी आत्महत्या की ओर बढ़ रहे हैं।” उन्होंने मौतों की संख्या अधिक होने का अनुमान लगाया और चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाया।
खड़गे ने इस प्रक्रिया की तुलना नोटबंदी और कोविड-19 लॉकडाउन जैसी पूर्व की नीतियों से की, जो बिना उचित योजना और तैयारी के लागू की गईं थीं और जिन्हें कठोर आलोचना मिली थी।
उनका मानना है कि बिना सोचे-समझे जल्दीबाजी में SIR लागू करना लोकतंत्र के लिए खतरा है और इससे लोकतांत्रिक संस्थानों की कमजोरी और बढ़ रही है।
पश्चिम बंगाल में BLO शांति मुणि एक्का की मौत के बाद राजनीतिक तनाव और भी बढ़ गया है। इस पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा है कि मामले की समीक्षा बिना राजनीतिक प्रभाव के सावधानी से की जाएगी।
वर्तमान में SIR प्रक्रिया 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जारी है, जबकि बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले इसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया था।
चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई विस्तृत प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन मामला राजनीति एवं चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता के संदर्भ में बेहद संवेदनशील बन गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- SIR प्रक्रिया के दौरान कितनी BLO आत्महत्याएं हुईं?
लगभग 16 से अधिक आत्महत्याएं दर्ज की गईं। - आत्महत्याओं के कारण क्या बताए जा रहे हैं?
अत्यधिक कार्यभार और दबाव का आरोप। - कांग्रेस अध्यक्ष ने कौन से आरोप लगाए?
बीजेपी पर मत चोरी और चुनाव आयोग की चुप्पी का आरोप। - पश्चिम बंगाल में क्या विशेष स्थिति बनी?
BLO शांति मुणि एक्का की मौत से राजनीतिक तनाव बढ़ा। - चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया क्या है?
अभी तक विस्तृत प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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