जापान के प्रधानमंत्री साने तायाची ने ताइवान पर दिए बयान के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प से बात की, जबकि चीन की नाराजगी बढ़ रही है।
चीन-ताइवान विवाद में जापान-अमेरिका की कूटनीतिक बातचीत तेज
जापान की प्रधानमंत्री साने तायाची और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को लाखों टेलीफोन कॉल के दौरान चीन के साथ संबंधों पर चर्चा की। यह बातचीत जापानी प्रधान मंत्री द्वारा ताइवान पर दिये गए एक बयान के बाद हुई, जिसने बीजिंग में कूटनीतिक संकट को जन्म दिया।
तायाची ने हाल ही में संसद में कहा था कि यदि चीन ताइवान पर हमला करता है, तो जापान सैन्य प्रतिक्रिया दे सकता है। इससे चीन बेहद नाराज हो गया और उसने जापान के खिलाफ तीखा रुख अपनाते हुए यात्रा प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठाए।
चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और इसके नियंत्रण के लिए सैन्य बल के उपयोग को भी बाहर नहीं रखता। दूसरी ओर, ताइवान की सरकार दृढ़ता से कहती है कि केवल ताइवान के लोग ही अपने भविष्य का फैसला कर सकते हैं।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को ट्रम्प से कहा कि ताइवान का “चीन में वापसी” बीजिंग के विश्व व्यवस्था के विजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि, ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में इस वार्ता के दौरान ताइवान पर चर्चा का उल्लेख नहीं किया।
टेलीफोन वार्ता के बाद, तायाची ने पत्रकारों को बताया, “राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका-चीन संबंधों की वर्तमान स्थिति पर संक्षिप्त विवरण दिया।” उन्होंने अधिक विवरण साझा करने से इनकार कर दिया।
व्हाइट हाउस ने अभी इस वार्ता पर कोई टिप्पणी नहीं की है। इस बीच, ताइवान के प्रधान मंत्री चो जंग-ताई ने कहा कि 23 मिलियन की आबादी वाले ताइवान के लिए चीन में “वापसी” कोई विकल्प नहीं है।
जापान के चीफ कैबिनेट सचिव मिनोรุ किहारा ने कहा कि अमेरिका-चीन संबंध की स्थिरता अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष कर जापान, के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने शी की ट्रम्प को दी गई टिप्पणियों पर कोई जवाब नहीं दिया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- जापान के पीएम ने ताइवान के बारे में क्या कहा?
चीन के हमले पर जापान सैन्य कार्रवाई कर सकता है। - चीन की प्रतिक्रिया कैसी रही?
चीन नाराज है, यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। - ट्रम्प-शी जिनपिंग की क्या बात हुई?
ताइवान की वापसी को चीन के विजन का हिस्सा बताया। - ताइवान की सरकार का रुख क्या है?
वापसी विकल्प में नहीं है, ताइवान के लोगों का फैसला। - जापान की सरकार ने अमेरिका-चीन संबंधों पर क्या कहा?
स्थिरता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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