ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-टे ने अतिरिक्त 40 बिलियन डॉलर के रक्षा बजट के साथ अमेरिका से बड़ी हथियार खरीद की योजना का ऐलान किया।
अमेरिका से महत्वपूर्ण हथियार खरीद के साथ ताइवान की सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-टे ने एक Washington Post में लिखे गए अपने लेख में कहा है कि वह देश के रक्षा बजट में अतिरिक्त 40 बिलियन डॉलर का प्रस्ताव लेकर आएंगे। इसका उद्देश्य ताइवान की आत्मरक्षा क्षमता को और मजबूत करना है।
इस बजट वृद्धि के साथ ताइवान अमेरिका से “महत्वपूर्ण” हथियार खरीद की भी योजना बना रहा है। चीन, जो लोकतांत्रिक ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है, पिछले पांच वर्षों से राजनीतिक और सैन्य दबाव बढ़ा रहा है, जिसे ताइपे ने दृढ़ता से अस्वीकार किया है।
ताइवान के रक्षा खर्च 2026 के लिए लगभग 30.25 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान है, जो GDP का 3.32% है और यह 2009 के बाद पहली बार 3% की सीमा को पार कर रहा है।
प्रधानमंत्री लाई ने कहा कि वे ने केवल सैन्य शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं बल्कि चीन के बल प्रयोग के निर्णय में काफ़ी अनिश्चितता और लागत डालना चाहते हैं, ताकि रोकथाम मजबूत हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि ताइवान संवाद के अवसरों को जारी रखेगा, लेकिन उसकी लोकतांत्रिक स्वतंत्रता अपरिवर्तनीय है।
संयुक्त राज्य अमेरिका विधि द्वारा बाध्य है कि वह ताइवान को उसकी रक्षा के लिए आवश्यक साधन प्रदान करे, हालांकि उनके बीच कोई औपचारिक कूटनीतिक संबंध नहीं है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- ताइवान कितना अतिरिक्त रक्षा बजट प्रस्तावित कर रहा है?
40 बिलियन डॉलर। - रक्षा बजट GDP का कितना हिस्सा होगा?
लगभग 3.32%। - अमेरिका का ताइवान रक्षा में क्या योगदान है?
अपराधार सहायता और हथियार खरीद की अनुमति। - ताइवान की चीन के प्रति नीति क्या है?
राजनीतिक संवाद जारी रखने के साथ लोकतांत्रिक स्वतंत्रता की रक्षा। - ताइवान किस वार्ता का हिस्सा है?
क्रॉस-स्ट्रेट संवाद चीन के साथ।
Leave a comment