भारत और UAE ने वीजा नीतियों को उदार बनाने पर प्रगति की, यात्रा आसान होगी साथ ही प्रत्यर्पण और कानूनी सहायता में तेजी आएगी।
भारत और UAE ने वीजा पॉलिसी लिबरलाइजेशन पर सहमति जताई
भारत और UAE ने वीजा नीतियों को उदार बनाने पर सहमति जताई
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने दोनों देशों के बीच यात्रा को आसान बनाने के लिए वीजा नीतियों में उदारीकरण पर महत्वपूर्ण प्रगति की है। यह निर्णय अबू धाबी में हुई भारत-UAE संयुक्त वाणिज्यिक मामलों समिति (JCCA) की बैठक में लिया गया। विदेश मंत्रालय ने बताया कि चार प्रमुख क्षेत्रों में प्रगति हुई है।
प्रमुख समझौते और प्रगति
दोनों पक्षों ने वीजा उदारीकरण के अलावा सूचना प्रवाह और वाणिज्यिक पहुंच बढ़ाने, प्रत्यर्पण मामलों में तेजी लाने तथा पारस्परिक कानूनी सहायता पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई। बैठक का माहौल परंपरागत गर्मजोशी और सहयोग भरा रहा, जो दोनों देशों के व्यापक रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है।
भारतीय समुदाय का कल्याण
भारत ने UAE प्राधिकारियों द्वारा वहां रहने वाले बड़े भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए दिए समर्थन की सराहना की। यह समुदाय दोनों देशों के बीच मजबूत पुल का काम करता है। दोनों ने एक-दूसरे देशों में रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा, गरिमा और कल्याण सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
द्विपक्षीय संबंधों का विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2015 की UAE यात्रा के बाद संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी का दर्जा मिला। 2022 के व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते के बाद द्विपक्षीय व्यापार और जन-से-जन संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ये नए कदम संबंधों को और मजबूत करेंगे।
FAQs:
- भारत-UAE ने वीजा नीतियों में क्या बदलाव करने का फैसला लिया?
- JCCA बैठक में किन चार क्षेत्रों पर प्रगति हुई?
- UAE में रहने वाले भारतीय समुदाय का क्या महत्व है?
- भारत-UAE संबंधों को कब व्यापक साझेदारी का दर्जा मिला?
- इन समझौतों से यात्रा और व्यापार पर क्या असर पड़ेगा?
Leave a comment