रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत आएंगे, भारत 5 और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की योजना पर चर्चा करेगा।
पीएम मोदी के न्योते पर पुतिन का भारत दौरा, रक्षा सहयोग बढ़ेगा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 4 और 5 दिसंबर को भारत का दौरा करेंगे। रूस की सरकारी मीडिया ने इसकी पुष्टि की है। यह वार्षिक शिखर सम्मेलन उस समय हो रहा है जब भारत अमेरिका के साथ रूसी तेल आयात पर व्यापारिक तनाव का सामना कर रहा है।
S-400 सिस्टम की अतिरिक्त खरीद
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत पुतिन के दौरे के दौरान 5 और S-400 एयर डिफेंस स्क्वाड्रन खरीदने की योजना पर चर्चा करेगा। मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ सैन्य तनाव में S-400 ने गेम-चेंजर की भूमिका निभाई थी। सक्रिय S-400 सिस्टम्स के लिए बड़ी संख्या में सरफेस-टू-एयर मिसाइलें भी खरीदने पर बात होगी।
डिलीवरी देरी पर सवाल
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि दौरा रक्षा सहयोग के व्यापक पहलुओं पर केंद्रित होगा। S-400 डिलीवरी देरी पर स्पष्ट जवाब मांगे जाएंगे। उन्होंने कहा, “अतिरिक्त S-400 की संभावना से इंकार नहीं लेकिन कोई घोषणा की उम्मीद न करें। देरी समाप्त करने और डिलीवरी समयसीमा पर स्पष्टता चाहिए।”
भारत-रूस संबंध
रूसी तेल आयात कम करने के बावजूद भारत-रूस रक्षा साझेदारी मजबूत है। पुतिन का यह दौरा दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को नई दिशा दे सकता है।
FAQs:
- पुतिन का भारत दौरा कब हो रहा है?
- S-400 सिस्टम भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
- ऑपरेशन सिंदूर में S-400 की क्या भूमिका थी?
- रक्षा सचिव ने पुतिन दौरे पर क्या कहा?
- भारत-Russia के बीच रक्षा सहयोग का वर्तमान स्वरूप क्या है?
Leave a comment