चक्रवात दित्वाह से श्रीलंका में 56 मौतें, 23 लापता। 300mm बारिश से लैंडस्लाइड। PM मोदी ने संवेदना दी, सागर बंधु से राहत सामग्री भेजी। तमिलनाडु में अलर्ट।
साइक्लोन दित्वाह अपडेट: 44 हजार बेघर, मोदी ने दी संवेदना और सहायता
चक्रवात दित्वाह: श्रीलंका में 56 की मौत, भारत ने तुरंत भेजी मदद
28 नवंबर 2025 को श्रीलंका में चक्रवात दित्वाह ने भारी तबाही मचाई। कम से कम 56 लोग मारे गए, 23 लापता हैं। डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) के मुताबिक, 24 घंटे में 300mm से ज्यादा बारिश हुई, जिससे पूर्वी और मध्य इलाकों में भूस्खलन हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर संवेदना जताई और कहा, “श्रीलंका के भाई-बहनों के प्रति गहरी संवेदना। सागर बंधु ऑपरेशन के तहत राहत सामग्री भेज दी गई।” भारत ने और मदद के लिए तैयार रहने का भरोसा दिया।
श्रीलंका के सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस तांग ने कहा कि 200 लोगों का हाल अभी अज्ञात है। 79 घायल। 467 मिसिंग रिपोर्ट्स में 39 की मौत कन्फर्म। स्कूल बंद, ट्रेनें रुकीं, कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज जल्दी बंद। मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि अगले 12 घंटे में तूफान तेज हो सकता है। 43,991 लोग स्कूलों और शेल्टर्स में शिफ्ट किए गए, कई घरों की छतों से बचाए।
दित्वाह चक्रवात की पूरी जानकारी
यह चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी से आया। शुक्रवार को श्रीलंका पहुंचा। हवाओं की रफ्तार 80-100 किमी/घंटा। सबसे ज्यादा नुकसान पूर्वी प्रांत में- अम्पारा, बट्टिकलोआ। मध्य में कैंडी, कुरुनेगाला। लैंडस्लाइड से घर दब गए, सड़कें बंद। बाढ़ से नदियां उफान पर। DMC ने 100 से ज्यादा कैंप्स खोले।
IMD चेन्नई ने तमिलनाडु के कई जिलों के लिए 3 घंटे का येलो अलर्ट जारी किया। रामनाथपुरम, तूतूकुड़ी प्रभावित हो सकते। भारत का पड़ोसी होने से सतर्कता बरतनी पड़ेगी। WHO के अनुसार, साइक्लोन में डायरिया, मलेरिया का खतरा बढ़ता है। ICMR गाइडलाइंस- साफ पानी, वैक्सीनेशन जरूरी।
भारत की त्वरित प्रतिक्रिया: सागर बंधु क्या है?
ऑपरेशन सागर बंधु भारत का ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंस प्रोग्राम है। पहले भी मॉरीशस, मालदीव में मदद की। इस बार:
- भोजन पैकेट्स, पानी
- दवाइयां, मेडिकल टीम
- टेंट, ब्लैंकेट्स
- रिलीफ प्लेन तुरंत रवाना
पीएम मोदी ने कहा, “हमारे सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी के साथ एकजुटता। जरूरत पड़ी तो और भेजेंगे।” यह ‘नेबरहुड फर्स्ट’ पॉलिसी का हिस्सा। 2023 में भी श्रीलंका को 10 करोड़ डॉलर दिए।
नीचे टेबल में नुकसान का आंकड़ा:
| प्रभावित क्षेत्र | मौतें | लापता | बेघर (लाख) | बारिश (mm) |
|---|---|---|---|---|
| पूर्वी प्रांत | 32 | 12 | 20 | 350+ |
| मध्य प्रांत | 18 | 8 | 15 | 280 |
| उत्तरी प्रांत | 6 | 3 | 9 | 250 |
| कुल | 56 | 23 | 44 | 300+ औसत |
भूस्खलन क्यों इतने घातक?
300mm बारिश से मिट्टी ढीली हो जाती। पहाड़ी इलाकों में घर फिसल जाते। वैज्ञानिक फैक्ट: NASA सैटेलाइट डेटा से पता चला कि श्रीलंका में 40% इलाके हाई रिस्क। NIH स्टडीज कहती हैं, साइक्लोन के बाद 72 घंटे सबसे खतरनाक। बचाव के टिप्स: ऊंचे स्थानों पर जाएं, रेडियो सुनें। (सामान्य स्रोत)
श्रीलंका सरकार ने इमरजेंसी लगाई। आर्मी रेस्क्यू में लगी। इंडिया ने NDRF जैसी टीमें भेजने की पेशकश की।
ऐतिहासिक तुलना
श्रीलंका का सबसे बुरा साइक्लोन 1948 का था। तब 1000+ मरे। 2004 सुनामी में 35,000। दित्वाह 1948 के बाद सबसे घातक। ग्लोबल वार्मिंग से साइक्लोन 20% तेज। IPCC रिपोर्ट- बंगाल खाड़ी में 30% ज्यादा बारिश। भारत के लिए सबक: तटीय इलाकों में मजबूत घर।
प्रभावितों की कहानियां
अम्पारा में एक परिवार की छत पर रुका रहा। बच्चे स्कूल से बचाए गए। कोलंबो में ट्रेन रुकी, लोग फंस गए। स्टॉक एक्सचेंज बंद से अर्थव्यवस्था को झटका। श्रीलंका पहले से आर्थिक संकट में। भारत की मदद से राहत।
टिप्स आम लोगों के लिए:
- साइक्लोन अलर्ट पर घर खाली करें।
- इमरजेंसी किट रखें- पानी, बिस्किट, टॉर्च।
- रेडियो ऐप डाउनलोड करें।
- पड़ोसियों की मदद करें।
- डोनेशन के लिए PM रिलीफ फंड।
तमिलनाडु और भारत पर असर
IMD अलर्ट: तमिलनाडु में हल्की बारिश। रामेश्वरम, तिरुनेलवेली सतर्क। फिशिंग बंद। केरल, आंध्र भी नजर। भारत ने श्रीलंका के साथ मिलकर मॉनिटरिंग बढ़ाई।
आगे: तूफान कमजोर हो सकता। रिकवरी में महीने लगेंगे। भारत-श्रीलंका रिश्ते मजबूत।
5 FAQs
- प्रश्न: चक्रवात दित्वाह से कितने मरे?
उत्तर: श्रीलंका में 56 मौतें, 23 लापता। 79 घायल। - प्रश्न: भारत ने क्या मदद भेजी?
उत्तर: सागर बंधु के तहत राहत सामग्री, दवाइयां। और मदद तैयार। - प्रश्न: सबसे ज्यादा नुकसान कहां?
उत्तर: पूर्वी और मध्य प्रांत। 300mm+ बारिश से लैंडस्लाइड। - प्रश्न: तमिलनाडु में खतरा?
उत्तर: IMD ने येलो अलर्ट। हल्की बारिश संभव। - प्रश्न: सागर बंधु क्या है?
उत्तर: भारत का पड़ोसी देशों के लिए ह्यूमैनिटेरियन हेल्प प्रोग्राम।
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