NIA ने कश्मीर में 8 ठिकानों पर छापे मारे, रेड फोर्ट धमाके के पीछे ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल की जांच। पढ़े-लिखे जिहादियों का नेटवर्क, डिजिटल ट्रेल्स और हथियार बरामद।
NIA का कश्मीर राज: रेड फोर्ट हमले के पीछे पढ़े-लिखे आतंकी, 8 जगहों पर सर्च से क्या मिला?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के आठ अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। ये एक्शन दिल्ली के लाल किले पर हुए धमाके की जांच के सिलसिले में है, जिसके पीछे एक सोफिस्टिकेटेड ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल काम कर रहा था। एजेंसी को शक है कि ये मॉड्यूल पढ़े-लिखे, टेक-सेवी जिहादियों का नेटवर्क है जो सोशल मीडिया, क्रिप्टो और डार्क वेब से फंडिंग और रिक्रूटमेंट करता है। छापों में लैपटॉप, मोबाइल, दस्तावेज और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई।
लाल किला धमाका 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस पर हुआ था। एक छोटा IED ब्लास्ट हुआ जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन ये ऐतिहासिक स्थल पर सुरक्षा चूक का बड़ा संकेत था। NIA ने शुरुआती जांच में पाया कि ब्लास्ट ISIS-इंस्पायर्ड मॉड्यूल का काम था। अब कश्मीर वैली के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग जैसे जिलों में सर्च ऑपरेशन चले। स्थानीय पुलिस और CRPF के साथ मिलकर NIA ने घरों, ऑफिस और गैरकानूनी मदरसों पर दबिश दी। संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
ये ‘व्हाइट कॉलर टेरर’ ट्रेंड नया नहीं है। पारंपरिक आतंकी सड़कों पर AK-47 लहराते थे, लेकिन अब इंजीनियर, आईटी प्रोफेशनल और बिजनेस ग्रेजुएट्स डिजिटल तरीके से हमले प्लान करते हैं। वो VPN, एन्क्रिप्टेड ऐप्स जैसे सिग्नल-टेलीग्राम इस्तेमाल करते हैं। फंडिंग क्रिप्टोकरेंसी या हवाला से। NIA के डेटा के मुताबिक, 2024-25 में 40% नए रिक्रूट्स ग्रेजुएट थे। रेड फोर्ट केस में मास्टरमाइंड कश्मीर में छिपे हैं जो दिल्ली-NCR के लोकल स्लीपर सेल को एक्टिवेट करते हैं।
व्हाइट कॉलर टेरर की बढ़ती धमकी: आंकड़े और ट्रेंड्स
भारत में आतंकवाद का स्वरूप बदल रहा है। MHA की 2025 रिपोर्ट कहती है कि 65% नए केस डिजिटल रेडिकलाइजेशन से जुड़े। कश्मीर में लश्कर, जैश के अलावा ISIS-K ग्लोबल जिहाद फैला रहा। रेड फोर्ट ब्लास्ट में इस्तेमाल IED का डिजाइन अफगानिस्तान से इंस्पायर्ड था। NIA ने 2025 में 150+ ऐसे मॉड्यूल्स का पर्दाफाश किया।
5 FAQs
- रेड फोर्ट धमाका कब हुआ था?
15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले के पास IED ब्लास्ट हुआ। - व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल क्या है?
पढ़े-लिखे प्रोफेशनल्स जो डिजिटल तरीके से आतंकी गतिविधियां चलाते हैं। - NIA ने किन जिलों में छापे मारे?
पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग समेत कश्मीर वैली के 8 ठिकाने। - छापों में क्या बरामद हुआ?
लैपटॉप, मोबाइल, दस्तावेज, विस्फोटक पार्ट्स और प्रोपगैंडा सामग्री। - इस मॉड्यूल का मकसद क्या था?
ISIS-स्टाइल जिहाद फैलाना, हाई-प्रोफाइल टारगेट्स पर हमले।
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