पुतिन की भारत यात्रा आज शुरू: मोदी के प्राइवेट डिनर, 23वें इंडिया-रूस समिट में ट्रेड, डिफेंस, S-400, रूसी तेल और ट्रेड डेफिसिट पर फोकस। यूक्रेन वॉर पर बातचीत।
पुतिन यात्रा में भारत को मिलेगा क्या? वर्कर मूवमेंट, खाद और S-400 पर फोकस!
पुतिन की दिल्ली यात्रा शुरू: मोदी के प्राइवेट डिनर से ट्रेड-डिफेंस पर नई शुरुआत
दोस्तों, चार साल बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका प्राइवेट डिनर से स्वागत किया – ठीक वैसे ही जैसे पिछले साल मॉस्को में पुतिन ने मोदी का किया था। कल 23वें इंडिया-रूस समिट में बड़े एजेंडे पर बात होगी। ट्रेड डेफिसिट कम करना, रूसी तेल खरीद, S-400 मिसाइल सिस्टम की अतिरिक्त खरीद, भारतीय वर्कर्स की आवाजाही आसान करना। अमेरिकी टैरिफ्स का दर्द भी शेयर होगा। यूक्रेन वॉर पर भारत का स्टैंड साफ – डायलॉग से समाधान। आइए पूरी डिटेल समझें।
पुतिन का दौरा आज रात डिनर से शुरू। कल सुबह राजघाट दर्शन, फिर हाइडराबाद हाउस में समिट और वर्किंग लंच। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्टेट बैनक्वेट। उसके बाद रूसी RT का नया इंडिया चैनल लॉन्च। ट्रेड फोकस – भारत रूस से 65 बिलियन डॉलर सामान खरीदता (तेल, खाद), लेकिन निर्यात सिर्फ 5 बिलियन (फार्मा, एग्री, फूड)। डेफिसिट चिंता। रूस सालाना 3-4 मिलियन टन खाद देता। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बात – यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ।
ट्रेड और एनर्जी: रिकॉर्ड तेल खरीद, लेकिन डेफिसिट का दर्द
रूस से कच्चा तेल रिकॉर्ड 1.5 मिलियन बैरल रोज। लेकिन अमेरिका ने 25% टैरिफ लगाया। क्रेमलिन स्पोक्सपर्सन दिमित्री पेस्कोव बोले – सप्लाई बढ़ाएंगे, लेकिन सैंक्शन्स से थोड़ा असर। भारत फार्मा, एग्री प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट बढ़ाना चाहता। खाद सेक्टर कोऑपरेशन मजबूत। कई एग्रीमेंट्स साइन होंगे – वर्कर्स मूवमेंट आसान, लॉजिस्टिक्स सपोर्ट।
5 FAQs
- पुतिन यात्रा का मुख्य फोकस?
ट्रेड डेफिसिट, डिफेंस (S-400), एनर्जी, यूक्रेन। - ट्रेड डेफिसिट कितना?
65 बिलियन इंपोर्ट vs 5 बिलियन एक्सपोर्ट। - S-400 क्यों खरीदना चाहता भारत?
ऑपरेशन सिंदूर में सफल, अतिरिक्त जरूरी। - भारतीय वर्कर्स पर क्या एग्रीमेंट?
रूस जाने की सुविधा आसान। - यूक्रेन पर भारत का स्टैंड?
डायलॉग और डिप्लोमेसी।
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