भारत ने अमेरिका के साथ MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर्स के रखरखाव के लिए 7995 करोड़ का समझौता किया। नौसेना की एंटी-सबमरीन क्षमता मजबूत। डील डिटेल्स, फायदे और भविष्य की योजनाएं।
अमेरिका से MH-60R रखरखाव का मेगा सौदा: क्या ये चीन को देगा कड़ा जवाब?
MH-60R हेलीकॉप्टर्स के लिए अमेरिका के साथ 7995 करोड़ का बड़ा रखरखाव समझौता
दोस्तों, भारतीय नौसेना को एक और ताकतवर झटका लगा। अमेरिका के साथ MH-60R सीहॉक मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर्स के लॉन्ग टर्म रखरखाव के लिए 7995 करोड़ रुपये (लगभग 950 मिलियन डॉलर) का Foreign Military Sales (FMS) समझौता साइन हो गया। ये वो 24 हेलीकॉप्टर्स हैं जो 2020 में 2.6 बिलियन डॉलर के सौदे में खरीदे गए थे। अब इनकी सर्विसिंग, स्पेयर्स, ट्रेनिंग और सपोर्ट का इंतजाम हो गया। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधि के बीच ये डील नौसेना की एंटी-सबमरीन वारफेयर (ASW) क्षमता को सुपरचार्ज कर देगी। आइए पूरी डिटेल समझें।
ये समझौता US नेवी के साथ लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई विंग के जरिए हुआ। पहले बैच 2023-24 में डिलीवर हो चुका – कोच्चि में बेस। बाकी 2025 तक आएंगे। रखरखाव पैकेज में इंजन ओवरहॉल, रडार-sonar रिपेयर, वेपन्स सिस्टम अपग्रेड शामिल। नौसेना को अब Sea King हेली से अपग्रेड – जो 50 साल पुरानी हो चुकीं। MH-60R रेंज 450 नॉटिकल मील, स्पीड 267 किमी/घंटा, 3000 किलो वेपन्स ले जा सकती।
MH-60R की ताकत: क्यों है ये नौसेना का गेम चेंजर?
MH-60R यानी Romeo – दुनिया का सबसे एडवांस्ड ASW हेलीकॉप्टर। AESA रडार, dipping sonar, torpedoes (Mk-54), Hellfire मिसाइलें, Penguin एंटी-शिप। एक हेली 3 सबमरीन्स को एक साथ ट्रैक-टारगेट कर सकती। INS विक्रमादित्य, विक्रांत जैसे कैरियर्स पर परफेक्ट। हिंद महासागर में पाक-चीन सब्स का खतरा – ये सबको चेकमेट। US नेवी भी यूज करती। भारत को ट्रेनिंग के लिए सैन डिएगो भेजा गया।
यहां टेबल से स्पेक्स समझें:
| फीचर | MH-60R स्पेसिफिकेशन | पुरानी Sea King से बेहतर कैसे? |
|---|---|---|
| रेंज | 450 नॉटिकल मील | Sea King 400nm से ज्यादा |
| स्पीड | 267 किमी/घंटा | 30% तेज, बेहतर रिस्पॉन्स |
| वेपन्स | Mk-54 टॉरपीडो, Hellfire | एंटी-शिप + ASW ड्यूल रोल |
| सेंसर्स | AESA रडार, AN/AQS-22 sonar | स्टील्थ सब्स डिटेक्ट |
| क्रू | 3-5 पायलट/ऑपरेटर्स | ऑटोमेशन से कम थकान |
सोर्स: Lockheed Martin, US Navy डेटा।
डील का ब्रेकडाउन: पैसा कहां जाएगा?
7995 करोड़ में:
- स्पेयर्स और पार्ट्स: 40% (इंजन GE T700, रोटर ब्लेड्स)।
- ट्रेनिंग: 25% (पायलट्स, मेंटेनेंस क्रू सैन डिएगो में)।
- लॉजिस्टिक्स सपोर्ट: 20% (सॉफ्टवेयर अपडेट्स)।
- ओवरहॉल फैसिलिटी: 15% (कोच्चि में सेटअप)।
ये FMS डील – सरकारी-से-सरकारी, कोई डिले नहीं। पहले Apache, Chinook डील्स भी ऐसे ही। नौसेना का बजट 2025-26 में 72,000 करोड़ – 75% कैपिटल। स्वदेशी HAL ध्रुव कमजोर पड़ीं तो MH-60R आया।
5 FAQs
- MH-60R डील कितने का है?
7995 करोड़ रुपये रखरखाव के लिए। - MH-60R क्या कर सकता?
ASW, एंटी-शिप, SAR – सबमरीन हंटिंग बेस्ट। - कब डिलीवर हुए?
पहले 6 2023-24 में, बाकी 2025 तक। - चीन-पाक पर असर?
हिंद महासागर में सब्स को चेक, स्ट्रैटेजिक एज। - अमेरिका से और क्या आएगा?
ट्रेनिंग, स्पेयर्स, अपग्रेड्स 10+ साल।
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