मुंबई BMC ने अलर्ट जारी: 4-7 दिसंबर तक 4.5 मीटर से ऊंची लहरें। 6 दिसंबर रात 12:39 बजे 5.03 मीटर हाई टाइड। चैत्य भूमि, शिवाजी पार्क आने वाले सावधान रहें।
मुंबई बाढ़ का खतरा: ऊंची लहरें क्यों आ रही, कैसे बचें और क्या करें?
मुंबई में ऊंची लहरों का अलर्ट: 5 मीटर तक हाई टाइड, BMC बोला – समुद्र तटों से दूर रहें
दोस्तों, मुंबई में मौसम विभाग ने बड़ा अलर्ट जारी किया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने कहा है कि 4 से 7 दिसंबर तक समुद्र में 4.5 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें आएंगी। सबसे खतरनाक 6 दिसंबर रात 12:39 बजे – 5.03 मीटर हाई टाइड। खासकर चैत्य भूमि और शिवाजी पार्क आने वाले लोग सावधान रहें क्योंकि उसी दिन डॉ. बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि है। हर साल लाखों लोग इकट्ठा होते हैं। BMC ने सलाह दी – बीच पर न जाएं, सावधानी बरतें। आइए समझें ये लहरें क्यों आ रही और कैसे बचें।
ये हाई टाइड कोई नई बात नहीं लेकिन इस बार पीक 5 मीटर से ऊपर। IMD के मुताबिक, अरब सागर में लो प्रेशर और चंद्रमा की पोजीशन से ऐसा हो रहा। 2019 में 4.4 मीटर रिकॉर्ड था, तब बीच पर हादसे हुए। इस बार अंबेडकर जयंती पर भीड़ ज्यादा रहेगी तो रिस्क हाई। BMC ने कहा – चैत्य भूमि के समुद्री किनारे से दूर रहें। शिवाजी पार्क वाले इलाके भी प्रभावित।
हाई टाइड का टाइम टेबल: रोजाना खतरा
यहां टेबल से देखें अगले 3 दिनों का फोरकास्ट:
| तारीख | पीक टाइम | ऊंचाई (मीटर) | खतरा स्तर |
|---|---|---|---|
| 4 दिसंबर | सुबह-शाम | 4.5+ | मध्यम – बीच बंद |
| 5 दिसंबर | रात 11 बजे के आसपास | 4.8 | ऊंचा – सावधानी |
| 6 दिसंबर | रात 12:39 बजे | 5.03 (पीक) | बहुत ऊंचा – समुद्र से दूर |
सोर्स: BMC डिजास्टर मैनेजमेंट रिलीज और IMD फोरकास्ट।
क्यों आती हैं ऐसी ऊंची लहरें? सरल वैज्ञानिक कारण
समुद्र की लहरें चंद्रमा-सूरज के गुरुत्वाकर्षण से आती। फुल मून या न्यू मून पर स्प्रिंग टाइड्स – ऊंची लहरें। मौसम में लो प्रेशर सिस्टम से और बूस्ट। मुंबई कोस्टलाइन अरब सागर की तरफ खुली है तो वैव्स सीधे टकराती। क्लाइमेट चेंज से सी लेवल राइज – NASA के मुताबिक भारत कोस्ट पर 3.7 mm सालाना बढ़ोतरी। IMD डेटा: पिछले 10 साल में हाई टाइड फ्रीक्वेंसी 20% ऊपर। 26 जुलाई 2005 जैसी बाढ़ याद है? तब 944 mm बारिश + हाई टाइड।
लिस्ट में मुख्य कारण:
- चंद्र-सूर्य ग्रेविटी: स्प्रिंग टाइड्स।
- लो प्रेशर एरिया: अरब सागर में।
- हवाएं: 40-50 kmph स्पीड।
- क्लाइमेट चेंज: समुद्र स्तर ऊंचा।
- मानसून रेसिड्यू: नवंबर-दिसंबर में बचा असर।
IMD और NCMRWF मॉडल से फोरकास्ट एक्यूरेट।
अंबेडकर पुण्यतिथि पर खास सावधानियां
6 दिसंबर को चैत्य भूमि पर लाखों लोग आएंगे। 1956 से यहां अंबेडकर जी की समाधि है। BMC ने कहा – सीफ्रंट से दूर रहें। शिवाजी पार्क पर भी भीड़। पुलिस और NDRF अलर्ट पर। 2019 हाई टाइड में 4 लोग डूबे थे। इस बार ड्रोन सर्विलांस, लाइफ गार्ड्स। ट्रेन स्टेशन से वॉकिंग रूट सेफ रखें।
सुरक्षा टिप्स: खुद को और परिवार को कैसे बचाएं
- समुद्र तट, प्रोमेनेड (मरीन ड्राइव, जुहू बीच) पर न जाएं।
- नाव, फिशिंग बंद।
- घरों में जरूरी सामान ऊपर रखें – बाढ़ का रिस्क।
- BMC हेल्पलाइन 1916 पर कॉल करें।
- बच्चे-बुजुर्ग घर पर रखें।
- रेडियो/टीवी पर अपडेट सुनें।
डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत BMC ने सर्कुलर भेजा। पिछले साल 2024 में भी 4.2 मीटर टाइड आया था।
5 FAQs
- मुंबई में हाई टाइड कब पीक पर?
6 दिसंबर रात 12:39 बजे, 5.03 मीटर। - किन इलाकों में खतरा?
चैत्य भूमि, शिवाजी पार्क, सभी बीच। - BMC ने क्या सलाह दी?
समुद्र तट से दूर रहें, सावधानी बरतें। - हाई टाइड क्यों आ रही?
चंद्रमा पोजीशन + लो प्रेशर। - आपातकाल में क्या करें?
1916 हेल्पलाइन कॉल, ऊंचे स्थान पर जाएं।
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