पीएम मोदी ने पलम एयरपोर्ट पर पुतिन को गले लगाकर स्वागत किया। एक ही कार में रवाना, 23वें भारत-रूस समिट में रक्षा, ऊर्जा पर चर्चा। दोस्ती का नया अध्याय।
हग, हैंडशेक और डिनर: पुतिन के 30 घंटे के दौरे में रक्षा-सौदों का नया दौर शुरू!
मोदी ने पलम एयरपोर्ट पर पुतिन को गले लगाया: भारत-रूस दोस्ती का गर्मजोशी भरा स्वागत
दोस्तों, गुरुवार शाम रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नई दिल्ली पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी ने पलम टेक्निकल एयरपोर्ट पर उनका ऐसा स्वागत किया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हाथ मिलाया, गले लगे और फिर दोनों एक ही टोयोटा फॉर्च्यूनर कार में बैठकर सीधे पीएम हाउस रवाना हो गए। प्राइवेट डिनर हुआ। मोदी जी ने ट्वीट किया – ‘मेरे दोस्त पुतिन का स्वागत करते हुए खुशी हुई। हमारी बातचीत का इंतजार। भारत-रूस दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी।’ पुतिन का ये पहला दौरा है रूस-यूक्रेन जंग के बाद। 30 घंटे का पैक्ड शेड्यूल।
ये नजारा देखकर लगता है दोनों देशों के रिश्ते कितने मजबूत। सितंबर में चीन के SCO समिट में भी पुतिन ने मोदी जी को अपनी कार में बिठाया था। अब 23वें भारत-रूस एनुअल समिट की तैयारी। शुक्रवार सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में सेरेमोनियल वेलकम। फिर राजघाट जाकर 30 मिनट। हैदराबाद हाउस में ऑफिशियल टॉक्स। दोपहर 2 बजे फिर पीएम हाउस में लंच। शाम 3:40 पर बिजनेस इवेंट और रूसी स्टेट ब्रॉडकास्टर का नया चैनल इनॉगरेट।
भारत-रूस संबंध: जंग के बाद पहली मुलाकात का महत्व
ये दौरा जियोपॉलिटिकल्स से भरा। रूस-यूक्रेन के बाद पहली बार। लेकिन भारत ने न्यूट्रल स्टैंड लिया। तेल खरीदा रिकॉर्ड 1.5 मिलियन बैरल रोज। ट्रेड 66 बिलियन डॉलर। डिफेंस में 60% रूसी हथियार। Su-30MKI, S-400, ब्रह्मोस। समिट में ऊर्जा, BRICS, SCO पर फोकस। पुतिन बोले – रिश्तों को नई ऊंचाई देंगे।
5 FAQs
- पुतिन का भारत दौरा कब और क्यों?
4-5 दिसंबर, 23वें समिट के लिए। रक्षा, ऊर्जा चर्चा। - एयरपोर्ट पर क्या हुआ स्पेशल?
मोदी ने हग दिया, एक कार में गए। - शेड्यूल क्या है?
राष्ट्रपति भवन, राजघाट, टॉक्स, बिजनेस इवेंट। - रूस-यूक्रेन बाद पहली यात्रा क्यों खास?
ट्रस्ट दिखाता, न्यूट्रल पॉलिसी। - समिट से क्या उम्मीद?
नए डिफेंस डील्स, ट्रेड बूस्ट।
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