ट्रंप ने रूस पर सैंक्शन्स ढीले किए, यूक्रेन से शांति प्लान। भारत को सस्ता तेल, रक्षा डील्स का फायदा। पूरी डिटेल्स, कारण और भारत पर असर।
ट्रंप एनवॉयज का प्लान: रूस सैंक्शन्स खत्म, यूक्रेन डील – भारत कैसे फायदे में?
ट्रंप ने रूस पर सैंक्शन्स ढीले किए: यूक्रेन डील का प्लान, भारत को मिलेगा बड़ा फायदा?
दोस्तों, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से सत्ता संभाली तो उनकी विदेश नीति ने दुनिया को चौंका दिया। रूस पर लगे सैंक्शन्स को ढीला करने का ऐलान। साथ ही यूक्रेन से शांति प्लान पर दबाव। ट्रंप के स्पेशल एनवॉयज केरी केसी और स्टीव विटकॉफ यूक्रेन पहुंचे, सीजफायर और नेगोशिएशन का प्रपोजल दिया। रूस खुश, यूक्रेन हिचकिचा रहा। लेकिन इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा भारत को हो सकता। सस्ता रूसी तेल, रक्षा डील्स आसान। आइए समझें पूरा मामला।
ट्रंप ने कहा – यूक्रेन वॉर को 24 घंटे में खत्म कर दूंगा। अब एक्शन शुरू। रूस के खिलाफ बाइडेन के सख्त सैंक्शन्स में ढील। एनर्जी, बैंकिंग सेक्टर को राहत। यूक्रेन को मैसेज – रूस के साथ बात करो, नेटो मेंबरशिप भूलो। कीव में मीटिंग्स हुईं, लेकिन जेलेंस्की पर दबाव। रूस बोला – तैयार हैं टॉक्स के लिए। ये शिफ्ट ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी।
भारत पर क्या असर? सस्ता तेल और रक्षा सौदे
भारत रूस से रोज 1.5 मिलियन बैरल तेल लेता। सैंक्शन्स ढीले तो कीमतें $60 प्रति बैरल तक। पिछले साल 40% इंपोर्ट रूस से। ट्रंप का ये कदम भारत-रूस ट्रेड को बूस्ट। रक्षा में Su-57, S-500 डील्स आसान। हाल में पुतिन दिल्ली आए, बातें हुईं। BRICS में भी मजबूती।
5 FAQs
- ट्रंप ने रूस सैंक्शन्स क्यों ढीले किए?
यूक्रेन शांति प्लान, अमेरिका इंटरेस्ट। - भारत को तेल में कितना फायदा?
1.5M bpd सस्ता, $10-15/बैरल सेविंग। - रक्षा डील्स पर असर?
Su-57, S-500 आसान, CAATSA खतरा कम। - यूक्रेन का स्टैंड?
शांति टॉक्स लेकिन नेटो इश्यू। - भारत की भूमिका?
न्यूट्रल, BRICS स्ट्रॉन्ग।
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