शशि थरूर ने पुतिन दौरे पर रूस की दोस्ती की तारीफ की। तेल-गैस से S-400 तक, ऑपरेशन सिंदूर में पाक मिसाइलें रोकीं। भारत की स्वतंत्र विदेश नीति मजबूत।
पुतिन दौरे पर थरूर का बयान: रूस भरोसेमंद साथी, अमेरिका-चीन से अलग रिश्ता मजबूत!
शशि थरूर ने रूस की तारीफ की: तेल से S-400 तक, ऑपरेशन सिंदूर में साबित हुई दोस्ती की कीमत
दोस्तों, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रूस के साथ रिश्तों की ताकत पर खुलकर बोला। ANI को दिए इंटरव्यू में थरूर ने कहा कि तेल-गैस से लेकर डिफेंस सामान तक, रूस ने हर कदम पर साथ दिया। खासकर ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ने पाकिस्तानी मिसाइलों को रोका, दिल्ली समेत शहरों को बचाया। ये दौरा महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया में रिश्ते अनिश्चित हो गए हैं। रूस जैसा पुराना दोस्त मजबूत रखना जरूरी। भारत अमेरिका या चीन से अलग, स्वतंत्र रिश्ते निभा सकता है।
थरूर ने साफ कहा – रूस की दोस्ती हाल के सालों में साबित हुई। तेल-गैस के बड़े आयात ने ऊर्जा संकट रोका। डिफेंस में S-400 ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कमाल दिखाया। पाक मिसाइलें शहरों पर निशाना बना रही थीं, लेकिन S-400 ने उन्हें बीच में ही मार गिराया। ये सिस्टम 400 किमी रेंज का, 36 टारगेट एक साथ हैंडल कर सकता। भारत ने 2018 में 5.4 अरब डॉलर का सौदा किया, डिलीवरी पूरी हो चुकी। थरूर बोले – ये रिश्ता किसी दूसरे देश से प्रभावित नहीं होता। भारत की DNA में स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या था? S-400 की भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर हाल का बड़ा मिलिट्री ऑपरेशन था जहां पाकिस्तान ने मिसाइल अटैक किया। S-400 ने दिल्ली, अमृतसर जैसे शहरों को बचाया। थरूर ने इसे हाइलाइट किया कि रूसी टेक्नोलॉजी ने जानें बचाईं। रूस ने हमेशा भारत का साथ दिया – 1971 वॉर में, Kargil में इंटेलिजेंस शेयरिंग। आज 60% भारतीय हथियार रूसी मूल के। Su-30MKI 272 जेट्स, ब्रह्मोस मिसाइलें।
यहां एक टेबल से समझें भारत-रूस डिफेंस सौदों का नजरिया:
| सौदा/क्षेत्र | वैल्यू/संख्या | मुख्य फायदा |
|---|---|---|
| S-400 | 5.4 अरब डॉलर | पाक/चीन मिसाइल डिफेंस |
| Su-30MKI | 272 जेट्स | एयर सुपीरियॉरिटी LAC पर |
| ब्रह्मोस | जॉइंट वेंचर | एक्सपोर्ट शुरू, फिलीपींस को बेचा |
| तेल-गैस आयात | 1.5 मिलियन BPD | ऊर्जा सुरक्षा, डिस्काउंट रेट्स |
| AK-203 राइफल्स | 6.7 लाख यूनिट्स | आर्मी मॉडर्नाइजेशन |
सोर्स: SIPRI आर्म्स ट्रांसफर डेटाबेस, PIB।
तेल-गैस में रूस का योगदान: रिकॉर्ड आयात
2022 से भारत रूस से सस्ता तेल खरीद रहा। 1.5 मिलियन बैरल प्रति दिन – ग्लोबल औसत से ज्यादा। यूक्रेन वॉर के बाद रूस ने डिस्काउंट दिया। इससे भारत की विदेशी मुद्रा बची। थरूर ने कहा – ये आर्थिक साझेदारी रक्षा से जुड़ी। पुतिन का दौरा 23वें भारत-रूस समिट के लिए। ट्रेड, साइंस, कल्चर पर फोकस।
5 FAQs
- शशि थरूर ने रूस की क्या तारीफ की?
तेल-गैस और S-400 से दोस्ती साबित, ऑपरेशन सिंदूर में मदद। - ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
पाक मिसाइल अटैक के खिलाफ डिफेंस ऑपरेशन, S-400 ने शहर बचाए। - भारत कितना तेल रूस से लेता?
1.5 मिलियन बैरल डेली, रिकॉर्ड हाई। - पुतिन दौरे का एजेंडा?
23वां वार्षिक समिट, डिफेंस, ट्रेड, ऊर्जा। - भारत की विदेश नीति क्या?
स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी – सभी देशों से स्वतंत्र रिश्ते।
Leave a comment