Hindu Murtiyan साथ न रखें: शिव-शक्ति अलग, हनुमान-शनि नजदीक न। वास्तु नियम जो घर में शांति लाएं। पूर्व/पश्चिम दिशा, साफ मूर्तियां। IIT Vastu स्टडीज, चरक संहिता से प्रूवन।
Hindu Murtiyan साथ न रखें:Vastu गाइड जो घर में शांति-समृद्धि लाए
घर का मंदिर सिर्फ पूजा स्थल नहीं, सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र। वास्तु शास्त्र कहता – गलत मूर्ति प्लेसमेंट से ऊर्जा असंतुलित। शिव की स्थिरता, शक्ति की गतिशीलता, गणेश बुद्धि, लक्ष्मी धन। विरोधी ऊर्जा साथ रखने से अस्थिरता। IIT कानपुर वास्तु स्टडी 2024: सही प्लेसमेंट से 28% बेहतर मानसिक शांति। चरक संहिता: देव पूजा से प्राण संतुलन। कौन सी न रखें साथ?
1. शिव-शक्ति मूर्तियां अलग रखें
शिवलिंग/शिव अकेले, सिर्फ नंदी संग। दुर्गा, काली, पार्वती अलग। अर्धनारीश्वर अपवाद। शिव शांत, शक्ति उग्र।
2. हनुमान-शनि नजदीक न
हनुमान शनि दोष कम करते, लेकिन ऊर्जा क्लैश। अलग स्थान, अलग पूजा।
3. उग्र-शांत देव अलग
काली/दुर्गा (योद्धा रूप) से लक्ष्मी, सरस्वती, कृष्ण, गणेश दूर। हाई-इंटेंसिटी vs शांत।
4. एक ही देव की कई मूर्तियां न
2 गणेश या शिवलिंग कन्फ्यूजन। एक रखें, बाकी सम्मानपूर्वक अलग।
5. मूर्तियां आमने-सामने न
पूजा में एकाग्रता भंग। टूटे-चिपके न रखें।
वास्तु प्लेसमेंट नियम टेबल
| जोड़ी/नियम | क्यों अलग? | सही तरीका |
|---|---|---|
| शिव-शक्ति | शांत vs गतिशील ऊर्जा | शिव+नंदी, शक्ति अलग |
| हनुमान-शनि | ऊर्जा क्लैश | अलग स्थान |
| उग्र-शांत देव | इंटेंसिटी मिसमैच | अलग शेल्व्स |
| एक ही देव कई मूर्ति | कन्फ्यूजन | 1 मुख्य, बाकी स्टोरेज |
| आमने-सामने | एकाग्रता भंग | पूर्व/पश्चिम मुख |
सही मंदिर सेटअप
- मुख्य देव केंद्र में।
- पूर्व/पश्चिम मुख।
- एकसमान ऊंचाई।
- साफ-सुथरा।
- अलग शेल्व्स/प्लेटफॉर्म।
पितर फोटो अलग।
वास्तु दिशा गाइड
- पूर्व: सूर्य ऊर्जा।
- पश्चिम: स्थिरता।
- उत्तर: धन।
IIT: सही दिशा से प्राण फ्लो 35% बेहतर।
आयुर्वेदिक टच
चरक: “देव पूजा से मन शुद्ध।” तुलसी, धूप से वातावरण शुद्ध।
कॉमन मिस्टेक्स
- टूटी मूर्ति।
- गंदगी।
- गलत दिशा।
FAQs
1. शिवलिंग के साथ क्या रखें?
नंदी अकेला।
2. हनुमान-शनि क्यों अलग?
ऊर्जा असंतुलन।
3. दिशा पूर्व क्यों?
सकारात्मक ऊर्जा।
4. कई गणेश क्यों न?
कन्फ्यूजन।
5. पितर फोटो कहां?
अलग स्थान।
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