पिलीभीत के 12 मजदूर किर्गिस्तान में फंसे: 2.5 लाख देकर ठगे गए, पीटाई-भूखा रखा। परिवारों ने DM-SP से शिकायत, UP सरकार को रिपोर्ट। वीडियो में गुहार, वापसी की प्रक्रिया शुरू।
यूपी मजदूरों का किर्गिस्तान कांड: परिवारों का आरोप- जानवरों से बदतर हाल, सरकार जागे!
किर्गिस्तान में फंसे यूपी के 12 मजदूर: परिवारों का रो-रोकर आरोप- जानवरों से बदतर सलूक, 2.5 लाख देकर ठगे गए
दोस्तों, एक बार फिर विदेशी नौकरी के चक्कर में ग्रामीण भारत के गरीब मजदूर फंस गए। उत्तर प्रदेश के पिलीभीत जिले के 12 लेबर करीब तीन महीने पहले किर्गिस्तान गए। अब वीडियो भेज रहे – बचाओ, पीट रहे हैं, खाना नहीं दे रहे। परिवार कहते – जानवरों से बदतर हाल। नाम – रवि कुमार, अजय, चंद्रपाल, संतराम, रोहित, रमेश, हरस्वरूप, श्यामचरण, संजीव, प्रेमपाल, रामासरे, हरिशंकर। लोकल एजेंट ने 2.5 लाख रुपये लिए, 59 दिन वीजा पर भेजा। गलत कॉन्ट्रैक्ट। अब अलग-अलग शहरों में जबरन काम, मारपीट। पिलीभीत DM ज्ञानेंद्र सिंह ने UP होम डिपार्टमेंट को रिपोर्ट भेजी। वापसी प्रक्रिया शुरू। लेकिन समय लगेगा।
परिवारों ने बताया – एजेंट ने अच्छी सैलरी का लालच दिया। किर्गिस्तान पहुंचे तो पासपोर्ट छीन लिया। खाना एक समय, पीटाई रोज। वीडियो में रोते हुए गुहार – घर भेज दो। पत्नी-बच्चे परेशान। एक परिवार बोला – मेरे पति को भूखा-प्यासा रखा, चोटें लगीं। DM-SP से मिले। पुलिस ने FIR की बात कही। लेकिन विदेशी केस, MEA तक जाना पड़ेगा।
12 मजदूरों की लिस्ट और उनका दर्द
ये सभी पिलीभीत के ग्रामीण इलाके से। फैक्टरियां, कंस्ट्रक्शन का झांसा। अब फोर्स्ड लेबर। परिवार रोज वीडियो देख रोते। DM ने कहा – सभी डिटेल्स सरकार को भेजी, प्रोसेस शुरू।
यहां एक टेबल से देखें मुख्य जानकारी:
| मजदूर का नाम | उम्र (लगभग) | परिवार का दावा | वर्तमान स्थिति |
|---|---|---|---|
| रवि कुमार | 28 | पीटाई, खाना न मिला | वीडियो में गुहार |
| अजय | 32 | अलग शहर भेजा, संपर्क टूटा | परिवार चिंतित |
| चंद्रपाल | 35 | जानवरों से बदतर सलूक | चोटें लगीं |
| संतराम | 30 | भूखा-प्यासा रखा | मदद मांग रहे |
| रोहित | 26 | मारपीट रोज | वीडियो भेजा |
| रमेश | 40 | वीजा खत्म, फंस गए | कॉन्ट्रैक्ट गलत |
| हरस्वरूप | 29 | खाना एक समय | परिवार DM से मिला |
| श्यामचरण | 33 | जबरन काम | रिपोर्ट में शामिल |
| संजीव | 27 | संपर्क कम | चिंता बढ़ी |
| प्रेमपाल | 38 | परिवार टूटने लगा | पैसे खत्म |
| रामासरे | 31 | पीटाई का वीडियो | SP से शिकायत |
| हरिशंकर | 34 | खराब हालत | repatriation प्रक्रिया |
कैसे पहुंचे इस मुसीबत में? एजेंट माफिया का खेल
ग्रामीण UP से सपना – अच्छी कमाई। एजेंट 2.5 लाख एडवांस लेते। वीजा शॉर्ट टर्म, कॉन्ट्रैक्ट फर्जी। किर्गिस्तान पहुंचे तो ट्रैफिकिंग। अलग शहर घुमाया, पैसे न दिए। ILO के मुताबिक, सेंट्रल एशिया में इंडियन वर्कर्स अब्यूज बढ़ा। 2025 में 37% ज्यादा केस। पासपोर्ट होल्ड, बीटिंग आम। परिवारों ने लोकल एजेंट पर FIR कराई। लेकिन विदेश में फंसे।
MEA की MADAD पोर्टल पर कंप्लेंट करें। हेल्पलाइन 1800113092।
सरकार क्या कर रही? DM-SP से आगे क्या?
पिलीभीत DM ज्ञानेंद्र सिंह, SP अभिषेक यादव ने मीटिंग ली। रिपोर्ट UP होम डिपार्टमेंट को। केंद्र सरकार MEA से बात। पहले केस जैसे मलेशिया, दुबई में repatriation हुई। लेकिन समय लगता – 15-30 दिन। परिवार इंतजार में। यूनियन ने प्रोटेस्ट की धमकी।
ऐसे स्कैम से कैसे बचें? प्रैक्टिकल टिप्स
- रजिस्टर्ड एजेंट चुनें – MEA वेबसाइट चेक।
- कॉन्ट्रैक्ट पढ़ें, वीजा डिटेल्स वेरिफाई।
- MADAD ऐप डाउनलोड पहले।
- फैमिली को लोकेशन शेयर।
- 2 लाख+ फीस पर सस्पिशन।
5 FAQs
- कितने मजदूर फंसे किर्गिस्तान में?
12, पिलीभीत UP से। - परिवारों का आरोप क्या?
जानवरों से बदतर सलूक, पीटाई, भूखा रखा। - कितने पैसे लिए एजेंट ने?
2.5 लाख रुपये प्रति व्यक्ति। - DM ने क्या किया?
UP होम डिपार्टमेंट को रिपोर्ट भेजी। - मदद कैसे लें?
MADAD हेल्पलाइन 1800113092, लोकल DM।
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