रूस के इवानोवो में An-22 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन क्रैश, 7 क्रू मेंबर मारे गए। दुनिया का सबसे बड़ा प्रॉपेलर प्लेन, यूक्रेन वॉर में इस्तेमाल।
रूसी An-22 प्लेन गिरा: 7 क्रू के साथ दुर्घटना, तकनीकी खराबी या हमला?
रूस का An-22 मिलिट्री प्लेन इवानोवो में क्रैश: 7 क्रू मेंबर मारे गए, यूक्रेन वॉर में झटका
दोस्तों, रूस को एक और बड़ा झटका लगा है। मॉस्को के नॉर्थईस्ट में इवानोवो रीजन के एक एयरबेस के पास दुनिया का सबसे बड़ा प्रॉपेलर प्लेन An-22 क्रैश हो गया। रॉयटर्स के मुताबिक, वेस्टी टीवी चैनल ने बताया कि प्लेन में 7 क्रू मेंबर सवार थे, सबकी मौत हो गई। ये 1960s का दिग्गल स्ट्रैटेजिक एयरलिफ्टर यूक्रेन वॉर में हेवी कार्गो ले जाने के लिए यूज हो रहा था। टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश, आग लगी। क्या ये यूक्रेन वॉर का असर है या पुरानी मशीन की कमजोरी? चलिए पूरी डिटेल देखते हैं।
क्रैश मंगलवार को इवानोवो एयरबेस से टेकऑफ के दौरान हुआ। वीडियो में प्लेन धुंआ उगलता दिखा, फिर जमीन से टकराया। रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री ने कन्फर्म किया – सभी 7 क्रू की मौत। ये रूस की 12वीं विमानन हादसा इस साल। यूक्रेन वॉर से 100+ एयरक्राफ्ट लॉस। An-22 जैसे पुराने प्लेन ज्यादा यूज हो रहे क्योंकि नए कम हैं।
An-22 क्या है? दुनिया का सबसे बड़ा प्रॉपेलर प्लेन
An-22 Antonov डिजाइन का सोवियत-युग एयरलिफ्टर। 1967 में डेब्यू, 88 टन पेलोड। 4 Kuznetsov NK-12 turboprops – हरेक 15,000shp। स्पीड 740kmph, रेंज 5000km। T-72 टैंक, S-300 मिसाइल सिस्टम ले जा सकता। कुल 68 बनाए, 20 एक्टिव। रूस की स्ट्रैटेजिक एयरलिफ्ट फ्लीट का राजा। Il-76 से बड़ा।
यहां एक टेबल से मुख्य स्पेसिफिकेशन्स:
| स्पेसिफिकेशन | डिटेल्स | तुलना अन्य प्लेन्स से |
|---|---|---|
| पेलोड | 88 टन (T-72 टैंक 2 ले जाए) | C-17 से ज्यादा (77 टन) |
| इंजन | 4x NK-12 turboprops (15,000shp) | सबसे पावरफुल प्रॉप्स |
| स्पीड/रेंज | 740kmph/5000km | Il-76 से तेज |
| क्रू | 5-6 + लोडमास्टर्स | कार्गो के लिए स्पेशल |
| सर्विस लाइफ | 1967-आज (50+ साल) | पुराना लेकिन भरोसेमंद |
सोर्स: Antonov ऑफिशियल, Jane’s Defence।
5 FAQs
- An-22 क्रैश में कितने मरे?
7 क्रू मेंबर, सभी की मौत। - An-22 की मुख्य खासियत?
88 टन पेलोड, दुनिया का सबसे बड़ा प्रॉपेलर प्लेन। - कारण क्या माना जा रहा?
इंजन फेलियर टेकऑफ पर, जांच जारी। - यूक्रेन वॉर से लिंक?
हाई यूजेज से मेंटेनेंस प्रेशर। - भारत पर असर?
An-32 यूजर्स के लिए वार्निंग, अपग्रेड जरूरी।
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