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UP वोटर लिस्ट पर विवाद: अखिलेश बोले ‘BJP की साजिश’, 3 करोड़ नाम कटने का दावा सही?

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Akhilesh Calls SIR a Voter Deletion Plot Against Opposition
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अखिलेश यादव ने UP के SIR को NRC का छिपा रूप बताया, 3 करोड़ वोट कटने का आरोप लगाया। हैदराबाद विजन इंडिया AI समिट से राजनीतिक बयान, रेवंत रेड्डी से मुलाकात। 

SIR या NRC? अखिलेश का धमाका: लोकतंत्र पर हमला, विजन इंडिया समिट से नया मैसेज

अखिलेश यादव का SIR पर जोरदार हमला: ‘यह NRC का छिपा रूप है, UP में 3 करोड़ वोट काटने की साजिश’

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को ‘NRC का छिपा रूप’ करार देते हुए चुनाव आयोग और बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। हैदराबाद में विजन इंडिया-AI समिट के सिलसिले में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि 3 करोड़ से ज्यादा वोट कटने का खतरा है, खासकर उन इलाकों में जहां बीजेपी हारी है। यह बयान राजनीतिक घमासान तेज कर सकता है, क्योंकि SIR को ECI ने वोटर लिस्ट को अपडेट और साफ-सुथरा बनाने के लिए शुरू किया है।

अखिलेश ने कहा कि चुनाव आयोग को वोटर भागीदारी बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, न कि बड़े पैमाने पर नाम काटने की इजाजत देने की। उन्होंने इसे नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना जैसी परेशानियों से जोड़ते हुए आम आदमी को तंग करने वाली कवायद बताया। आइए समझते हैं पूरी बातचीत, SIR क्या है, अखिलेश के आरोपों का बैकग्राउंड और राजनीतिक असर।

SIR क्या है? चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया का मकसद और UP में मौजूदा स्थिति

SIR यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन, चुनाव आयोग की एक खास कवायद है जो वोटर लिस्ट को सही, अपडेट और सभी योग्य नागरिकों को शामिल करने के लिए चलाई जाती है। ECI ने 2025 में इसे पूरे देश में शुरू किया, ताकि 2026 विधानसभा चुनावों से पहले लिस्ट परफेक्ट हो। UP समेत कई राज्यों में डेडलाइन बढ़ाई गई है—UP के लिए अब 26 दिसंबर तक एन्यूमरेशन, और 31 दिसंबर को ड्राफ्ट लिस्ट जारी होगी।

ECI ने स्पेशल रोल ऑब्जर्वर्स तैनात किए हैं ताकि प्रक्रिया निष्पक्ष रहे। इसका मकसद डुप्लिकेट एंट्रीज हटाना, मृत वोटर्स के नाम काटना और नए वोटर्स जोड़ना है। लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह नाम काटने का बहाना बन गया है।

अखिलेश के आरोप: ‘बीजेपी-EC की साजिश, हारने वाली सीटों के वोट काटे जा रहे’

हैदराबाद में बोलते हुए अखिलेश ने साफ कहा, ‘यह SIR नहीं, NRC है। सीधे NRC नहीं ला सके तो इसी रूप में लाए।’ उन्होंने दावा किया कि बीजेपी हारी जगहों पर वोट काटे जा रहे हैं, जो लोकतंत्र पर साजिश है। 3 करोड़ वोट कटने का आंकड़ा उन्होंने दोहराया, और कहा कि NRC जैसे ही डॉक्यूमेंट्स मांगे जाएंगे।

यह पहली बार नहीं—पहले भी उन्होंने इसी तरह के आरोप लगाए थे। ECI का कहना है कि SIR से ज्यादा वोटर जुड़ेंगे, नाम कटना सामान्य है। लेकिन अखिलेश इसे विपक्षी वोट बैंक को निशाना बनाने का प्लान बता रहे हैं।

हैदराबाद दौरा: विजन इंडिया AI समिट, रेवंत रेड्डी और BRS से गठजोड़ की चर्चा

अखिलेश हैदराबाद विजन इंडिया-AI समिट के लिए गए थे, जो SP का नेशनल प्रोग्राम है। यहां उन्होंने AI के कृषि, हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स में रोल पर बात की, और कहा कि राजनीति विजन होनी चाहिए, नफरत नहीं। युवाओं को प्रोग्रेसिव, टॉलरेंट बताया।

  • तेलंगाना CM रेवंत रेड्डी से मुलाकात: विकास योजनाओं पर चर्चा, ‘सदर’ फेस्टिवल को स्टेट फेस्टिवल बनाने पर तारीफ। यादव कम्युनिटी हमेशा याद रखेगी।
  • BRS वर्किंग प्रेसिडेंट केटी रामाराव से बात: राजनीति में नेगेटिविटी खत्म हो, प्रोग्रेस पर फोकस। BRS ने SP के 37 लोकसभा सीट जीतने पर प्रेरणा ली। केसीआर से भी बात हुई।

संसद शीतकालीन सत्र पर तंज: ‘वंदे मातरम गाने वाले पहले कभी नहीं गाते थे’

अखिलेश ने विंटर सेशन पर कहा कि कुछ लोग जो कभी वंदे मातरम नहीं गाते थे, अचानक गाने लगे। SIR को जनता को तंग करने वाली कवायद बताया, नोटबंदी-जीएसटी की तरह। SP चीफ ने युवाओं की तारीफ की जो समाज को बांटने से इंकार करते हैं।

राजनीतिक पृष्ठभूमि: SP की UP स्ट्रैटजी और SIR का टाइमिंग

SP ने लोकसभा में 37 सीटें जीतीं, बिना सत्ता के। SIR को वे वोटर सप्रेशन का हथियार बता रहे। ECI का कहना है कि यह रेगुलर एक्सरसाइज है, 2025 में बांग्लादेशी इमिग्रेंट्स के वोटर कार्ड्स चिंता से शुरू हुई। लेकिन अखिलेश इसे बीजेपी का हथकंडा कह रहे।

  • SIR के फायदे (ECI के मुताबिक): डुप्लिकेट्स हटाना, नए वोटर जोड़ना, लिस्ट एक्यूरेट बनाना।
  • विपक्ष के डर: बड़े पैमाने पर डिलीशन, गरीब/माइनॉरिटी वोटर्स प्रभावित।
  • UP का महत्व: सबसे ज्यादा वोटर्स वाला राज्य, 2027 चुनावों से पहले क्रूशियल।

आगे क्या? SIR का अगला चरण और राजनीतिक बहस

UP में ड्राफ्ट लिस्ट 31 दिसंबर को आएगी, फाइनल 14 फरवरी 2026। अखिलेश जैसे नेता इसे चुनौती देंगे। ECI ने स्पेशल ऑब्जर्वर्स लगाए हैं। यह विवाद लोकतंत्र की मजबूती पर सवाल उठा रहा।

5 FAQs

FAQ 1: SIR क्या है और इसका मकसद क्या?
SIR स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन है, ECI की प्रक्रिया वोटर लिस्ट को साफ करने के लिए। योग्य नागरिकों को शामिल करना और अनुपयुक्त नाम हटाना मकसद।

FAQ 2: अखिलेश ने SIR पर क्या आरोप लगाया?
उन्होंने इसे NRC का छिपा रूप बताया, कहा 3 करोड़ वोट कटने का खतरा जहां बीजेपी हारी।

FAQ 3: UP में SIR की नई डेडलाइन क्या?
एन्यूमरेशन 26 दिसंबर 2025 तक, ड्राफ्ट लिस्ट 31 दिसंबर को जारी होगी।

FAQ 4: विजन इंडिया AI समिट क्या है?
SP का प्रोग्राम, AI के फ्यूचर पर फोकस। हैदराबाद में दूसरा इवेंट, युवाओं को जोड़ने का प्लान।

FAQ 5: अखिलेश ने रेवंत रेड्डी की क्या तारीफ की?
‘सदर’ फेस्टिवल को स्टेट फेस्टिवल बनाने पर, कहा यादव कम्युनिटी हमेशा याद रखेगी।

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