टीम ने किया केन्दुआडीह गैस रिसाव स्थल, राहत शिविर व बेलगड़िया टाउनशिप का निरीक्षण
मुख्य सचिव ने लोगों के साथ किया सीधा संवाद, समस्या का शीघ्र समाधान करने का दिया भरोसा
लोगों की समस्या पर राज्य सरकार मुक नहीं रह सकती – मुख्य सचिव
समन्वय और संवाद से समाधान निकालना अधिक प्रभावी
धनबाद । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंदुआडीह क्षेत्र में गैस रिसाव की घटना को लेकर शनिवार को एक उच्च स्तरीय टीम को धनबाद भेजा। टीम का नेतृत्व झारखंड के मुख्य सचिव अविनाश कुमार कर रहे थे। उनके साथ डीजीपी तदाशा मिश्रा, गृह सचिव वंदना दादेल, खान सचिव अरवा राजकमल, राजस्व सचिव चंद्र शेखर भी धनबाद पहुंचे।
टीम ने धनबाद के विधायक राज सिन्हा, उपायुक्त आदित्य रंजन, वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार तथा अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल और तकनीकी अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्र का विस्तृत निरीक्षण किया।
टीम ने गैस रिसाव से प्रभावित क्षेत्र का आकलन किया। तकनीकी अधिकारियों के साथ गैस रिसाव को रोकने की दिशा में उठाए गए कदम, गैस की वर्तमान मात्रा तथा लोगों की सुरक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा की।
इसके बाद टीम जिला प्रशासन एवं भारत कोकिंग कोल लिमिटेड द्वारा बनाई गए राहत शिविर पहुंची। जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं।
मुख्य सचिव ने कहा कि गैस रिसाव की घटना प्राकृतिक कारणों से हो सकती है। इस पर पूर्ण नियंत्रण करने का प्रयास जारी है। हालांकि अब तक हुई तकनीकी प्रगति और उपलब्ध वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर सभी पहलुओं का गहन अध्ययन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग वर्षों से इस क्षेत्र में रह रहे हैं और परिस्थितियों से भली-भांति परिचित हैं। इसलिए किसी भी समाधान में उनकी भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार वर्तमान स्थिति का आकलन कर रही है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने तथा गैस रिसाव का स्थायी समाधान निकालने के लिए गहन अध्ययन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा इसके लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, माननीय जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन, बीसीसीएल प्रबंधन और स्थानीय लोगों के बीच समन्वय और संवाद से समाधान निकालना अधिक प्रभावी होगा। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन की पूरी मशीनरी इस संकट से निपटने में जुटी हुई है।
उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि केंदुआडीह में उत्पन्न स्थिति को लेकर राज्य और केंद्र, दोनों सरकारें चिंतित हैं। प्रभावित और संभावित रूप से प्रभावित लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन ऐसे विकल्पों पर विचार कर रहा है जिससे लोगों को न्यूनतम कठिनाई हो। तकनीकी पहलुओं, स्थानीय भावनाओं, प्रशासनिक चुनौतियों और वैकल्पिक व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि केन्दुआडीह गैस रिसाव मामला केंद्र सरकार के एक उपक्रम से जुड़ा मामला है। जिसके कारण लोगों के सामने कुछ समस्या उत्पन्न हुई है। राज्य सरकार इस मामले पर मुक नहीं रह सकती। उन्होंने कहा राज्य सरकार चाहती है कि उनके नागरिक को हर वह सुविधा मिले जिसके वे हकदार हैं। इसीलिए मुख्यमंत्री ने राज्य के वरियतम अधिकारियों को गैस रिसाव की स्थिति का आकलन करने के लिए धनबाद भेजा है।
इसके के बाद सभी बेलगड़िया टाउनशिप पहुंचे। वहां फेज 5 में झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार (जे.आर.डी.ए.) के नवनिर्मित एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तथा शिकायत निवारण केन्द्र का निरीक्षण किया।
मुख्य सचिव ने बेलगड़िया के निवासियों के साथ सीधा संवाद किया। उनकी बातों को सुना। लोगों द्वारा बताई गई कुछ समस्याओं का शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया। बेलगड़िया से टीम बरवाअड्डा हवाई पट्टी पहुंची और हेलीकॉप्टर से रांची के लिए प्रस्थान किया।
वहीं टीम के बरवाअड्डा हवाई पट्टी आगमन पर उपायुक्त आदित्य रंजन ने मुख्य सचिव, वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने डीजीपी, उप विकास आयुक्त सादात अनवर ने गृह सचिव, अपर समाहर्ता विनोद कुमार ने राजस्व सचिव को पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया। इसके बाद मुख्य सचिव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वहीं धनबाद से रांची के लिए प्रस्थान के दौरान भी मुख्य सचिव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
मौके पर ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, नगर आयुक्त रवि राज शर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर हेमा प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, निदेशक डीआरडीबी राजीव रंजन, एडीएम सप्लाई जियाउल अंसारी, डीएमओ रितेश राज तिग्गा, सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम, डीएसपी ट्रैफिक अरविन्द कुमार सिंह, एसडीपीओ सिन्दरी आशुतोष सत्यम के अलावा अन्य प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।
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