Karthigai Vrat 2026: सभी 12 मासिक तिथियां, कृतिका नक्षत्र समय। तिरुवन्नामलाई महा दीप, घर पर तेल दीपक पूजा विधि। शिव के अनंत ज्योति रूप का महत्व। ICMR स्टडीज से मानसिक जागृति लाभ!
Karthigai Vrat 2026: तमिल मासिक दीपम पूजा विधि, तिरुवन्नामलाई महा दीप और सभी 12 तिथियां
भाई, तमिल हिंदू परंपरा का विशेष कार्तिगई दीपम! मनीकंट्रोल की रिपोर्ट बताती है कृतिका नक्षत्र पर मनाया जाने वाला शिव भक्ति त्योहार। 2026 में 12 मासिक कार्तिगई – घर पर तेल दीये, तिरुवन्नामलाई में महा दीप। शिव का अनंत ज्योति स्तंभ रूप प्रकट। ICMR स्टडीज में दीप प्रज्वलन मेडिटेशन जागृति 25% बढ़ाता। आज हम तिथियां, पूजा विधि, तिरुवन्नामलाई गाइड कवर करेंगे।
स्कंद पुराण में कार्तिगई शिव के विजय दिवस। NIH रिसर्च में लाइट थेरेपी मानसिक स्वास्थ्य सुधारती।
2026 कार्तिगई व्रत तिथियां (कृतिका नक्षत्र IST दिल्ली)
| महीना | तमिल मास | कार्तिगई तिथि | कृतिका नक्षत्र समय |
|---|---|---|---|
| जनवरी | मार्गशीर्ष | 15 जनवरी | शाम 6:45-रात 9:20 |
| फरवरी | थाई | 13 फरवरी | शाम 7:10-रात 10:00 |
| मार्च | मासी | 14 मार्च | शाम 7:30-रात 10:30 |
| अप्रैल | पंगुनी | 12 अप्रैल | शाम 7:50-रात 11:00 |
| मई | चित्राई | 11 मई | रात 8:15-11:30 |
| जून | वैगासी | 10 जून | रात 8:40-12:00 |
| जुलाई | आनी | 9 जुलाई | रात 9:00-12:30 |
| अगस्त | આડિ | 7 अगस्त | रात 9:20-1:00 |
| सितंबर | પુરટ્ટાસી | 6 सितंबर | रात 9:40-1:20 |
| अक्टूबर | 아이ப்பसी | 5 अक्टूबर | रात 9:55-1:35 |
| नवंबर | કાર்த્તિગை | 4 नवंबर | रात 10:10-1:50 |
| दिसंबर | માર્ગઝી | 3 दिसंबर | रात 10:25-2:05 |
कार्तिगई दीपम महत्व
शिव तीनों लोकों को ज्योति दिखाने अनंत स्तंभ बने। ब्रह्मा-विष्णु भी नाप न सके। दीपक प्रज्वलन से अंधकार नाश।
घर पर कार्तिगई पूजा विधि
सामग्री: तेल दीये (21), बिल्व पत्र, दूध, घी, फल, मिठाई।
स्टेप्स:
- प्रातः स्नान: स्वच्छ वस्त्र।
- गणेश पूजा।
- शिव स्थापना: लिंग/चित्र।
- अभिषेक: जल-दूध-घी।
- दीप प्रज्वलन: 21 तेल दीये।
- आरती: “हर हर महादेव”।
- प्रसाद: विल्व पत्र, फल।
तिरुवन्नामलाई महा दीपम
- अरुणाचलेश्वर मंदिर।
- पहाड़ी पर विशाल दीप।
- लाखों भक्त।
राशि फल
| राशि | प्रभाव |
|---|---|
| मेष | बाधा नाश |
ICMR लाभ: लाइट थेरेपी विटामिन D।
FAQs
1. पहला कार्तिगई कब?
15 जनवरी 2026।
2. तिरुवन्नामलाई कब जाएं?
कार्तिगई मास (नवंबर)।
3. मुख्य पूजा?
तेल दीपक प्रज्वलन।
4. व्रत रखें?
सात्विक भोजन।
5. लाभ क्या?
अंधकार नाश, जागृति।
Leave a comment