Pradosh Kaal Puja 2026: पूर्ण गाइड: 48 मासिक तिथियां (1 जनवरी गुरु प्रदोष से)। शिव अभिषेक विधि, बेल पत्र, दूध पूजन। सोम-शनि प्रदोष स्पेशल। ICMR स्टडीज से तनाव मुक्ति लाभ!
Pradosh Kaal Puja 2026:: सभी 48 मासिक तिथियां, शिव पूजा विधि, अभिषेक स्टेप्स और सोम-शनि प्रदोष स्पेशल
भाई, भगवान शिव-पार्वती की आराधना मासिक प्रदोष व्रत पर! मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, 2026 (विक्रम संवत 2082-83) में हर माह दो प्रदोष – शुक्ल/कृष्ण पक्ष त्रयोदशी पर प्रदोष काल (सूर्यास्त बाद)। 48 तिथियां, सोम प्रदोष (सोमवार), शनि प्रदोष (शनिवार) सबसे शुभ। ICMR स्टडीज में शिव पूजा मेडिटेशन तनाव 25% कम करती। आज हम सभी डेट्स, पूजा विधि, सामग्री, कथा कवर करेंगे।
प्रदोष काल कर्म बंधन नाश करता – शिव पुराण में वर्णित। NIH रिसर्च में धार्मिक फास्टिंग मानसिक स्वास्थ्य सुधारता।
2026 प्रदोष व्रत तिथियां और प्रदोष काल (दिल्ली IST)
| तिथि | वार-प्रकार | प्रदोष काल | पक्ष-माह |
|---|---|---|---|
| 1 जनवरी | गुरु प्रदोष | 5:35-8:19 PM | पौष शुक्ल |
| 16 जनवरी | शुक्र प्रदोष | 5:47-8:29 PM | माघ कृष्ण |
| 30 जनवरी | शुक्र प्रदोष | 5:59-8:37 PM | माघ शुक्ल |
| 14 फरवरी | शनि प्रदोष | 6:10-8:44 PM | फाल्गुन कृष्ण |
| 1 मार्च | रवि प्रदोष | 6:21-7:09 PM | फाल्गुन शुक्ल |
| 16 मार्च | सोम प्रदोष | 6:30-8:54 PM | चैत्र कृष्ण |
| 30 मार्च | सोम प्रदोष | 6:38-8:57 PM | चैत्र शुक्ल |
| 15 अप्रैल | बुध प्रदोष | 6:47-9:00 PM | वैशाख कृष्ण |
| 28 अप्रैल | भौम प्रदोष | 6:54-9:04 PM | वैशाख शुक्ल |
| 14 मई | गुरु प्रदोष | 7:04-9:09 PM | ज्येष्ठ कृष्ण |
| 28 मई | गुरु प्रदोष | 7:12-9:15 PM | ज्येष्ठ शुक्ल |
| 12 जून | शुक्र प्रदोष | 7:36-9:20 PM | ज्येष्ठ कृष्ण |
| 27 जून | शनि प्रदोष | 7:23-9:23 PM | ज्येष्ठ शुक्ल |
| 12 जुलाई | रवि प्रदोष | 7:22-9:24 PM | आषाढ़ कृष्ण |
| 26 जुलाई | रवि प्रदोष | 7:16-9:21 PM | आषाढ़ शुक्ल |
| 10 अगस्त | सोम प्रदोष | 7:05-9:14 PM | श्रावण कृष्ण |
| 25 अगस्त | भौम प्रदोष | 6:51-9:04 PM | श्रावण शुक्ल |
| 8 सितंबर | भौम प्रदोष | 6:35-8:52 PM | भाद्रपद कृष्ण |
| 24 सितंबर | गुरु प्रदोष | 6:16-8:39 PM | भाद्रपद शुक्ल |
| 8 अक्टूबर | गुरु प्रदोष | 5:59-8:27 PM | आश्विन कृष्ण |
| 23 अक्टूबर | शुक्र प्रदोष | 5:44-8:16 PM | आश्विन शुक्ल |
| 6 नवंबर | शुक्र प्रदोष | 5:33-8:09 PM | कार्तिक कृष्ण |
| 22 नवंबर | रवि प्रदोष | 5:25-8:06 PM | कार्तिक शुक्ल |
| 6 दिसंबर | रवि प्रदोष | 5:24-8:07 PM | मार्गशीर्ष कृष्ण |
| 21 दिसंबर | सोम प्रदोष | 5:36-8:13 PM | मार्गशीर्ष शुक्ल |
प्रदोष व्रत पूजा विधि: स्टेप बाय स्टेप
सामग्री: बेल पत्र, दूध, दही, घी, शहद, जल, कपूर, धूप, फल, मिठाई।
आरंभ: सूर्योदय उपवास।
प्रदोष काल (सूर्यास्त बाद 40 मिनट):
- संकल्प: “ॐ नमः शिवाय…”
- गणेश पूजा।
- शिव-पार्वती स्थापना।
- अभिषेक:
- जल → दूध → दही → घी → शहद → बेल पत्र।
- मंत्र जाप: “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…” 108 बार।
- प्रदोष व्रत कथा: शिव-पार्वती विवाह।
- आरती: शिव तांडव।
- प्रसाद: भस्म, बेल पत्र।
स्पेशल प्रदोष फल
| प्रकार | लाभ |
|---|---|
| सोम प्रदोष | मानसिक शांति |
| शनि प्रदोष | धन-समृद्धि |
| भौम प्रदोष | स्वास्थ्य |
राशि अनुसार प्रभाव
| राशि | फल |
|---|---|
| मेष | बाधा नाश |
ICMR लाभ: फास्टिंग डिटॉक्स, मेडिटेशन फोकस।
FAQs
1. पहला प्रदोष व्रत कब?
1 जनवरी 2026।
2. सोम प्रदोष कब?
16 मार्च, 30 मार्च आदि।
3. अभिषेक में क्या?
पंचामृत + बेल पत्र।
4. कथा कौन सी?
शिव-पार्वती विवाह।
5. व्रत तोड़ने का समय?
प्रदोष काल के बाद।
Leave a comment