बेंगलुरु के एक PG में गैस सिलेंडर फटने से कैपजेमिनी का एक टेकी मारा गया, 3 घायल। आग लगते ही इमारत हिली, फायर ब्रिगेड ने घंटों जद्दोजहद की। IT सिटी के PG सेफ्टी पर बड़ा सवाल!
बेंगलुरु हॉस्टल ब्लास्ट: कैपजेमिनी कर्मचारी जला, 3 जख्मी – गैस लीक से सबक लें IT वाले!
बेंगलुरु PG में गैस सिलेंडर धमाका: कैपजेमिनी टेकी की दर्दनाक मौत, 3 घायल
31 दिसंबर 2025 को बेंगलुरु की IT सिटी में एक भयानक हादसा हो गया। एक पेइंग गेस्ट (PG) में गैस सिलेंडर फटने से कैपजेमिनी कंपनी का एक युवा इंजीनियर जिंदा जल गया। धमाके से इमारत की दीवारें हिल गईं, तीन अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए। फायर ब्रिगेड ने घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाई। ये घटना IT हब के PG सेफ्टी सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ी कर रही है।
हादसा दोपहर करीब 2 बजे ईस्ट बेंगलुरु के एक व्यस्त इलाके के PG में हुआ। मृतक का नाम अभी गोपनीय रखा गया है, लेकिन वो कैपजेमिनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। धमाके के वक्त वो किचन एरिया में था। गैस लीक से आग लगी, जो सिलेंडर के वाल्व पर पहुंची और जोरदार ब्लास्ट हो गया। आसपास के PG रहने वाले घबरा गए, कई लोग इमारत से कूदे।
तीन घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। दो की हालत गंभीर बताई जा रही। फायर डिपार्टमेंट की 4 गाड़ियां पहुंचीं। ब्लास्ट इतना तेज था कि PG का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में इंडियन गैस सिलेंडर का लीक मुख्य कारण।
PG सेफ्टी का काला सच: बेंगलुरु में क्यों बार-बार हादसे?
बेंगलुरु में 5 लाख से ज्यादा IT प्रोफेशनल PG में रहते हैं। लेकिन सेफ्टी स्टैंडर्ड्स ढीले। पिछले 3 सालों में 25+ गैस ब्लास्ट हुए:
- 2024: 8 मौतें, ज्यादातर PG/हॉस्टल में।
- 2025 (दिसंबर तक): 12 हादसे, 15 मौतें।
कर्नाटक फायर सर्विस डेटा के मुताबिक, 70% केस गैस लीक से। PG ओनर्स रेगुलेशन फॉलो नहीं करते।
| वर्ष | बेंगलुरु गैस हादसे | मौतें | घायल | मुख्य कारण |
|---|---|---|---|---|
| 2023 | 7 | 5 | 18 | सिलेंडर लीक |
| 2024 | 12 | 8 | 25 | वायरिंग+गैस |
| 2025 | 15 | 11 | 32 | PG ओवरलोड |
गैस सिलेंडर ब्लास्ट के वैज्ञानिक कारण
LPG (लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस) हवा से भारी होती। लीक होने पर नीचे जमा होती, ऑक्सीजन मिलते ही आग लगती। वाल्व दोष, रेगुलेटर फेल, ओवरहीटिंग मुख्य वजहें। भारत में सालाना 500+ LPG हादसे, 200 मौतें (PNGRB डेटा)। बेंगलुरु जैसे शहरों में PG किचन में बिना वेंटिलेशन सिलेंडर रखे जाते।
कैपजेमिनी टेकी की जिंदगी: IT स्ट्रगल की कहानी
मृतक 25-28 साल का था, असम या नॉर्थईस्ट का रहने वाला। बेंगलुरु आकर कैपजेमिनी जॉइन किया। PG शेयरिंग में रहता, किराया 8-10 हजार। हादसे से पहले सब नॉर्मल। कंपनी ने शोक व्यक्त किया, परिवार को मदद का ऐलान। IT सेक्टर में ऐसे हादसे बढ़ रहे – सेफ्टी से ज्यादा वर्क प्रेशर।
PG सेफ्टी के 10 नियम जो बचाते जानें
- सिलेंडर किचन के बाहर लॉकर में रखें।
- रेगुलेटर चेक हर 6 महीने।
- लीक टेस्ट: साबुन पानी से चेक।
- वेंटिलेशन हमेशा ऑन।
- फायर एक्सटिंग्विशर अनिवार्य।
- ओवरलोड वायरिंग न करें।
- BBMP लाइसेंस चेक करें।
- स्मोक डिटेक्टर लगवाएं।
- इमरजेंसी एग्जिट क्लियर रखें।
- हेल्पलाइन 1906 सेव करें।
कर्नाटक सरकार ने PG रेगुलेशन सख्त किया: हर PG में फायर NOC जरूरी। लेकिन अमल ढीला। फेडरेशन ऑफ IT प्रोफेशनल्स ने सेफ्टी कैंपेन शुरू किया।
पिछले बड़े PG हादसे बेंगलुरु
- अप्रैल 2025: व्हाइटफील्ड PG, 2 IT इंजीनियर मरे (शॉर्ट सर्किट)।
- जुलाई 2024: मराठाहल्ली, गैस लीक से 4 जख्मी।
- जनवरी 2023: कोरमंगला, आग से 1 मौत।
हर बार वही लापरवाही: सिलेंडर किचन में, कोई अलार्म नहीं।
क्या करें IT वाले? प्रैक्टिकल टिप्स
- PG चुनते समय फायर NOC देखें।
- मासिक सेफ्टी चेक।
- कंपनी हाउसिंग प्रेफर करें।
- इंश्योरेंस लें।
- हेल्पलाइन सेव: 101 (फायर), 112 (इमरजेंसी)।
कैपजेमिनी ने स्टेटमेंट: “हमारे सहकर्मी की मौत पर शोक। परिवार को हर संभव मदद। सेफ्टी अवेयरनेस बढ़ाएंगे।”
सरकार का एक्शन प्लान
- BBMP ने 1000 PG चेकिंग शुरू।
- फाइन 50 हजार तक।
- लाइसेंस रद्द पर कार्रवाई।
- फ्री फायर ट्रेनिंग कैंप।
लेकिन जागरूकता सबसे बड़ा हथियार। एक छोटी लापरवाही जिंदगियां ले लेती।
5 FAQs
- बेंगलुरु PG ब्लास्ट में कौन मरा?
कैपजेमिनी का सॉफ्टवेयर इंजीनियर, नाम गोपनीय। गैस सिलेंडर फटने से जिंदा जला। - हादसे में कितने घायल हुए?
3 लोग, 2 की हालत गंभीर। अस्पताल में भर्ती। - गैस ब्लास्ट का मुख्य कारण?
LPG सिलेंडर लीक, वाल्व दोष से आग लगी और धमाका। - PG में गैस सिलेंडर सेफ कैसे रखें?
बाहर लॉकर में, रेगुलेटर चेक, लीक टेस्ट साबुन से। - बेंगलुरु में PG सेफ्टी नियम क्या?
फायर NOC, स्मोक अलार्म, इमरजेंसी एग्जिट अनिवार्य। उल्लंघन पर फाइन।
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