चुनाव आयोग ने यूपी SIR का नया शेड्यूल जारी किया: ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 6 जनवरी 2026 को, अंतिम लिस्ट 6 मार्च। 2.89 करोड़ नाम हटाए गए। फॉर्म 6 से नाम जोड़ें, फॉर्म 7 से आपत्ति करें – 6 फरवरी तक समय।
यूपी वोटर लिस्ट में भूचाल: 2.89 करोड़ नाम हटे, 6 जनवरी ड्राफ्ट से 6 फरवरी तक अपील का समय
चुनाव आयोग ने यूपी SIR का नया शेड्यूल जारी किया: 6 जनवरी को ड्राफ्ट लिस्ट, 2.89 करोड़ नाम हटे
30 दिसंबर 2025 को चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का संशोधित शेड्यूल जारी किया। इसके तहत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 6 जनवरी 2026 को प्रकाशित होगी और अंतिम लिस्ट 6 मार्च को। इस प्रक्रिया में 2.89 करोड़ नाम हटा दिए गए हैं। वोटर फॉर्म 6 से नाम जोड़ सकते हैं या फॉर्म 7 से आपत्ति दर्ज करा सकते हैं – समयसीमा 6 फरवरी तक। ये कदम आगामी विधानसभा चुनावों से पहले वोटर लिस्ट को साफ-सुथरा बनाने के लिए उठाया गया।
SIR क्या है और क्यों जरूरी?
स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन मतदाता सूची को डोर-टू-डोर सत्यापन के जरिए अपडेट करने की प्रक्रिया है। इसमें मृत, स्थानांतरित या डुप्लिकेट वोटरों के नाम हटाए जाते हैं। यूपी जैसे बड़े राज्य में ये खासतौर पर जरूरी है, जहां 15 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं। 2025 SIR में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने घर-घर जाकर जांच की। नतीजा: 2.89 करोड़ नाम कटे – मृतक 1.2 करोड़, शिफ्टेड 1.1 करोड़, संदिग्ध/डुप्लिकेट 59 लाख।
प्रक्रिया का समयबद्ध शेड्यूल
चुनाव आयोग ने पहले SIR शेड्यूल में बदलाव किया। अब:
- 6 जनवरी 2026: ड्राफ्ट लिस्ट प्रकाशन
- 6 जनवरी से 6 फरवरी: दावा-आपत्ति दर्ज
- 6 मार्च: अंतिम प्रकाशित सूची
ये समय आगामी यूपी विधानसभा चुनावों (2027) की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण। राजनीतिक दल इसे “सफाई अभियान” या “वोटर सप्रेशन” का नाम दे सकते हैं।
फॉर्म 6 और फॉर्म 7: नाम जोड़ने-हटाने की प्रक्रिया
वोटरों के पास दो मुख्य विकल्प:
- फॉर्म 6: नया नाम जोड़ना, नाम सुधारना या स्थानांतरण। ऑनलाइन voters.eci.gov.in या BLO/EO कार्यालय में जमा। दस्तावेज: आधार, वोटर ID, राशन कार्ड।
- फॉर्म 7: गलत नाम हटाने की आपत्ति। किसी और का नाम संदिग्ध लगे तो दर्ज। 7 दिनों में सुनवाई।
दोनों फॉर्म मोबाइल ऐप cVIGIL या NVSP पोर्टल से डाउनलोड। BLO घर आकर सहायता करेंगे।
| फॉर्म | उद्देश्य | जरूरी दस्तावेज | समयसीमा |
|---|---|---|---|
| फॉर्म 6 | नाम जोड़ना/सुधार | आधार, जन्म प्रमाणपत्र, गजट नोटिफिकेशन | 6 जनवरी-6 फरवरी |
| फॉर्म 7 | नाम हटाने की आपत्ति | वोटर ID, पता प्रमाण | 6 जनवरी-6 फरवरी |
| फॉर्म 8 | नाम सुधार (नाम/फोटो) | स्व-प्रमाणित दस्तावेज | चालू |
यूपी में 2.89 करोड़ नाम हटने के आंकड़े और जिला-वार ब्रेकअप
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कुल 2.89 करोड़ नाम कटे। प्रमुख आंकड़े:
- लखनऊ: 12 लाख
- कानपुर: 11 लाख
- प्रयागराज: 10 लाख
- वाराणसी: 9 लाख
- गोरखपुर: 8 लाख
कारण: 42% मृतक, 38% स्थानांतरित, 20% डुप्लिकेट/संदिग्ध। ग्रामीण इलाकों में ज्यादा कटौती। ये आंकड़े ECI डेटा से।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद
BJP इसे “बोगस वोटर हटाने का सफल अभियान” बता रही। विपक्ष (SP, कांग्रेस) का आरोप: “विशेष वर्गों के वोट दबाने की साजिश।” SP नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट किया: “2.89 करोड़ निर्दोष वोटरों को हटाकर चुनाव चोरी की तैयारी?” ECI ने स्पष्ट किया कि प्रक्रिया पारदर्शी है, सभी को अपील का मौका।
पिछले SIR के आंकड़े: 2024 में यूपी में 1.8 करोड़ नाम हटे थे। 2025 में दोगुना – डिजिटल सत्यापन (आधार लिंकिंग) से सटीकता बढ़ी। राष्ट्रीय स्तर पर 8 करोड़+ नाम हटे।
वोटरों के लिए स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- ड्राफ्ट लिस्ट चेक करें: 6 जनवरी से local booth या voters.eci.gov.in पर EPIC नंबर से।
- समस्या हो तो फॉर्म भरें: ऑनलाइन/ऑफलाइन BLO को दें।
- ट्रैकिंग: SMS 1950 पर EPIC भेजें।
- सुनवाई: स्थानीय ERO कार्यालय में 7 दिनों में।
- अंतिम लिस्ट: 6 मार्च तक चेक करें।
महिलाओं, SC/ST, बुजुर्गों के लिए विशेष हेल्प डेस्क।
SIR का महत्व: स्वच्छ वोटर लिस्ट क्यों?
- लोकतंत्र की मजबूती: एक व्यक्ति-एक वोट।
- चुनावी धांधली रोकना: डुप्लिकेट रोक।
- डिजिटल इंडिया: 92% वोटर आधार लिंक्ड।
- 2027 यूपी विधानसभा: सटीक वोटर बेस।
ECI का दावा: SIR से वोटर टर्नआउट 5-7% बढ़ेगा।
अन्य राज्य: तुलना तालिका
| राज्य | कुल वोटर (करोड़) | SIR में हटे नाम (करोड़) | % कटौती |
|---|---|---|---|
| यूपी | 15.6 | 2.89 | 18.5% |
| बिहार | 7.6 | 1.2 | 15.8% |
| MH | 9.5 | 1.1 | 11.6% |
| WB | 7.4 | 0.9 | 12.2% |
चुनौतियां और समाधान
- ग्रामीण पहुंच: BLOs की कमी। समाधान: 1 लाख+ BLO तैनात।
- जागरूकता: SVEEP कैंपेन।
- तकनीक: cVIGIL ऐप से 10 लाख+ शिकायतें।
ECI ने हेल्पलाइन 1950 सक्रिय की।
5 FAQs
- यूपी SIR ड्राफ्ट लिस्ट कब आएगी?
6 जनवरी 2026 को सभी बूथों और ECI वेबसाइट पर। - 2.89 करोड़ नाम क्यों हटे?
मृतक (42%), स्थानांतरित (38%), डुप्लिकेट (20%) – BLO सत्यापन से। - नाम हटने पर क्या करें?
फॉर्म 7 से आपत्ति दर्ज करें, 6 फरवरी तक। सुनवाई 7 दिनों में। - नया नाम कैसे जोड़ें?
फॉर्म 6 भरें – आधार, वोटर ID के साथ। ऑनलाइन/BOOTH पर। - अंतिम वोटर लिस्ट कब?
6 मार्च 2026 को, उसके बाद 2027 चुनावों के लिए वैलिड।
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