आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने के पांच दिन बाद 24 जनवरी को एक 44 वर्षीय विजया लक्ष्मी नाम की आशा कार्यकर्ता की मौत हो गई।

बता दें, जनवरी में कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने के कुछ दिनों के बाद आंध्र प्रदेश के गुंटूर में आशा कार्यकर्ता की मौत का कारण मस्तिष्क में शिथिलता होने से बताई जा रही है। विजया लक्ष्मी के रूप में पहचानी जाने वाली,आशा कार्यकर्ता ने कोरोनो वायरस के खिलाफ टीका लगाने के पांच दिन बाद 24 जनवरी को अंतिम सांस ली।

44 वर्षीय विजया लक्ष्मी की मौत का कारण जहां कोरोना वैक्सीन से होने का अंदाजा लगाया जा रहा था, वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अब साफ हो गया है की विजया लक्ष्मी की मौत मस्तिष्क में एक संक्रमण के कारण हुई है ना की कोरोना टीकाकरण से।

बताते चलें, इससे पहले मंगलवार को आंध्र के डिप्टी सीएम अल्ला काली कृष्ण श्रीनिवास ने इस बात से इनकार किया कि आशा कार्यकर्ता की मृत्यु इम्यूनाइजेशन इवेंट फॉलो इम्यूनाइजेशन के कारण हुई थी। आंध्र प्रदेश सरकार ने मृत आशा कार्यकर्ता के परिजनों को वित्तीय सहायता के रूप में 50 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
 
                                                                         
				                
				             
						             
						             
 
			         
 
			         
 
			         
 
			         
				             
				             
				            
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