Home मनोरंजन Bigg Boss 19 में अभिषेक बजाज–आश्नूर का रिश्ता: दोस्ती या कुछ और?
मनोरंजन

Bigg Boss 19 में अभिषेक बजाज–आश्नूर का रिश्ता: दोस्ती या कुछ और?

Share
Bigg Boss 19 house
Share

Bigg Boss 19 से बाहर आने के बाद अभिषेक बजाज ने आश्नूर कौर के साथ अपनी दोस्ती-बाँध पर बात की और बताया कैसे उनके साथ होने से उन्हें शांति का अहसास हुआ।

Bigg Boss 19:अभिषेक बजाज बोले- “आश्नूर के आसपास होने से मुझे महसूस हुआ…”

जब प्रतिभागी Bigg Boss 19 के घर में एक-दूसरे के साथ वक्त बिताते हैं, तो दोस्ती, गठबंधन, सहायता-बाँध जैसी कई भावनात्मक परतें सामने आती हैं। इस सीजन में अभिनेता अभिषेक बजाज और टीवी अभिनेत्री आश्नूर कौर की दोस्ती ने विशेष चर्चा बटोरी। घर में दोनों के बीच जो सहज जुड़ाव दिखा, उसने वाइड-स्प्रेड रूप से प्रश्न खड़े किए कि यह सिर्फ दोस्ती है या कुछ और। घर से बाहर निकलने के बाद अभिषेक ने खुले मन से इस बंधन पर बात की और बताया कि उनके लिए यह रिश्ता शक्ति का स्रोत, चिंता-मुक्तता का एहसास रहा।


दोस्ती या कुछ ज्यादा?

अभिषेक ने कहा कि उनके और आश्नूर के बीच “क chemistry” नहीं बल्कि एक गहरी भावनात्मक दोस्ती थी। उन्होंने खुलासा किया कि दोनों ने घर में एक-दूसरे का सम्मान किया, संकट-वक्त में सहयोग किया और प्रतियोगिता के बीच एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने यह भी कहा कि घर की प्रतिस्पर्धात्मकता और तनाव के बीच, आश्नूर के साथ बिताया हुआ समय उन्हें शांति-वातावरण और ऊर्जा भरा अनुभव देता था।

उनका यह बयान था:

“उसके आसपास होना मुझे कोई उम्मीद दिए बिना अच्छा महसूस कराता था। मुझे लगा कि मैं खेल नहीं बल्कि अपनी असली आवाज़ सुन पा रहा हूँ।”

इस प्रकार उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके बीच का बंधन सिर्फ प्रतियोगिता-निर्मित नहीं था, बल्कि एक वास्तविक मित्रता थी।


घर के माहौल ने कैसे रूप लिया

बिग बॉस के घर का माहौल हमेशा सरल नहीं होता — वहाँ रणनीति, गठबंधन, झड़पें और मनोवैज्ञानिक दबाव नियमित रूप से बने रहते हैं। अभिषेक ने कहा कि अक्सर उन्होंने दूसरे प्रतियोगियों को “ऊर्जा खाने वाले यानि energy-vampires” के रूप में देखा, जबकि उनके लिए आश्नूर और उनका रिश्ता इस माहौल में “ऊर्जा देने वाले” के रूप में था।

उन्होंने कहा कि जब घर के भीतर माहौल बिगड़ता जाता था, तो वह-–आश्नूर की मौजूदगी में-–थोड़ी राहत और संतुलन महसूस करते थे। उनके मुताबिक, इस कारण उनकी दोस्ती ने घर के अंदर अपना विशिष्ट प्रभाव बनाया।


रिश्ते पर बनी बड़े पैमाने की चर्चा

दोनों की दोस्ती-बाँध घर में भी निरंतर चर्चा का विषय रही। एजेड-सेशन वीडियो क्लिप्स, पुराने कार्यक्रमों की तस्वीरें और सोशल मीडिया स्पेशल कंटेंट ने इस जोड़ी को “अभ-नूर” नाम से लोकप्रिय कर दिया। उन्होंने कई बार यह स्पष्ट किया कि रोमांस नहीं, बल्कि दोस्ती है, लेकिन दर्शक-मीडिया अनुमान लगाते रहे।

अभिषेक ने कहा कि इस तरह की चर्चाएँ-अटकलें-यूट्यूब विडियोज़ ने उन्हें अंदर-बाहर दोनों जगह प्रभावित किया, लेकिन उन्होंने इस सबको समझदारी से लिया।


जवाबदेही और भावनात्मक प्रभाव

घर से बाहर आने के बाद, अभिषेक ने इस सम्बन्ध-परिस्थिति का प्रभाव महसूस किया। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलने पर उन्हें दर्शकों का समर्थन-प्यार मिला। उन्होंने स्वीकार किया कि उनका मन थोड़ा विचलित हुआ क्योंकि उन्हें लगा था कि अगर वह घर में अच्छी स्थिति में रहते, तो शायद जीत सकते थे। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है, जो अभिनेता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

उनका मानना है कि इस किस्म की संवेदनशील दोस्ती-वाटिका ने उन्हें “खेल-खिलाड़ी” की भूमिका में नहीं बल्कि “सहयोगी एवं संवेदनशील इंसान” की भूमिका में खड़ा किया—जो आज-कल के रियलिटी शो के माहौल में अनूठा है।


आगे क्या आशाएं और चुनौतियाँ?

दोस्त-बंधन ने चाहे एक सकारात्मक रूप लिया हो, लेकिन उसके साथ चुनौतियाँ भी आईं—सोशल मीडिया प्रतिक्रिया, प्रतियोगियों के बीच आलोचना, घरेलू त्रुटियाँ और निजी-जीवन पर बढ़ती जिज्ञासा। अभिषेक ने बताया कि अब उन्हें यह अनुभव हुआ कि रियलिटी-शो में मित्रता भी खेल का हिस्सा बन सकती है और इससे सावधानी की आवश्यकता है।

वहीं उनकी दोस्ती-मॉडल को उन प्रतियोगियों के लिए प्रेरणा माना जा सकता है जो रियलिटी-घर में मानवता-सहयोग का संदेश देना चाहते हैं।


Bigg Boss 19 के घर में अभिषेक बजाज और आश्नूर कौर की दोस्ती-कहानी इस बात का प्रमाण बनी कि रियलिटी शो सिर्फ ‘कॉन्फ्लिक्ट’ और ‘ड्रामा’ का माध्यम नहीं, बल्कि मानव-संवेदनाओं, सहयोग-भावनाओं और वास्तविक दोस्ती-रिश्तों का उत्कृष्ट मंच भी हो सकती है। अभिषेक के शब्दों में-

“उसके आसपास होना मुझे वो एहसास देता रहा कि यहाँ मैं सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि इंसान हूँ।”

यह दृष्टिकोण जितना सरल है, उतना ही प्रभावशाली भी। इसके साथ-ही यह संदेश जाता है कि दोस्ती-मालिकाना नहीं बल्कि समझ-सहयोग की होनी चाहिए।


FAQs

1. क्या अभिषेक बजाज ने आश्नूर कौर के साथ रोमांस स्वीकार किया है?
नहीं, उन्होंने स्पष्ट कहा है कि उनका रिश्ता सिर्फ दोस्ती और भावनात्मक बंधन है।

2. उन्होंने क्यों कहा था कि आश्नूर के आसपास होने से उन्हें शांति महसूस होती थी?
क्योंकि घर के भीतर प्रतिस्पर्धा व तनाव के माहौल में आश्नूर-साथ ने उन्हें सकारात्मक ऊर्जा और दोस्ताना सहारा दिया।

3. घर से बाहर आने के बाद अभिषेक ने क्या महसूस किया?
उन्हें दर्शकों का प्यार और समर्थन मिला; उन्होंने कहा कि संभवतः ट्रॉफी नहीं जीती लेकिन दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

4. यह दोस्ती-किस प्रकार चर्चा का विषय बनी?
दोनों के बीच की सहजता, वीडियो क्लिप्स, सोशल मीडिया स्पेशल और उम्र-अंतर जैसे कारणों से लोग इसे जोड़ी के रूप में देखने लगे।

5. इस रिश्ते-स्थिति से अभिनेता को क्या सीख मिली?
कि रियलिटी-शो में इंसान-पहचान, मित्रता-सहयोग और संवेदनशीलता पर अधिक ध्यान देना चाहिए बजाय केवल गेम-रणनीति के।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Amazon Prime Video में विज्ञापन वर्ग का विस्तार और AI के नए टूल्स

Amazon Prime Video के एड-टियर मॉडल ने ग्लोबली 50% से अधिक दर्शक...

आर्या ग्रुप ऑफ कंपनी ने लिया भोजपुरी फिल्म ” शहनाई ” का ऑल इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिजिटल मीडिया राइट्स।

नई दिल्ली। आर्या ग्रुप ऑफ कंपनी की इकाई कम्पनी आर्या डिजिटल प्राइवेट...

Girija Oak बोलीं–“ट्रेंड जाएगा, लेकिन मेरा काम रहेगा”

Girija Oak ने वायरल होने के बाद कहा — “ट्रेंड आएंगे और...

कैसे AI भारतीय मनोरंजन उद्योग की दिशा बदल रहा है

भारतीय मनोरंजन उद्योग में AI की भूमिका बदल रही है। स्टूडियो नई...