सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की समीक्षा कर रही है जिसमें वोडाफोन आइडिया को वित्तीय वर्ष 2016-17 तक के AGR बकाये पर सीमित राहत दी गई है, और इसके लिए कानूनी सलाह ली जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, सरकार कानूनी सलाह लेकर AGR मामले में अगला कदम तय करेगी
सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कानूनी समीक्षा करने की योजना बना रही है, जिसमें वोडाफोन आइडिया को समायोजित सकल राजस्व (AGR) बकाया के संबंध में वित्तीय वर्ष 2016-17 तक सीमित राहत प्रदान की गई है। यह राहत विशेष रूप से वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के लिए है, क्योंकि सरकार के इस कंपनी में 49% हिस्सेदारी भी है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सार
- सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने 27 अक्टूबर को आदेश दिया कि यह राहत केवल वोडाफोन आइडिया पर लागू होगी और केवल अतिरिक्त AGR मांगों के लिए वित्त वर्ष 2016-17 तक सीमित रहेगी।
- आदेश में इस बात पर भी जोर दिया गया कि यह मामला सार्वजनिक हित का है क्योंकि कंपनी के लगभग 20 करोड़ ग्राहक हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
- टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार आदेश की गहन समीक्षा करेगी और वोडाफोन आइडिया के राहत आवेदन पर निर्णय सामान्य प्रक्रिया के अनुसार करेगी।
- एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार आदेश की पूर्ण प्रति का इंतजार कर रही है और उसके अनुसार नीति निर्धारण किया जाएगा।
- वोडाफोन आइडिया को भी यह स्पष्ट करना होगा कि वे किस प्रकार की राहत चाहते हैं।
आगे की प्रक्रिया
- सरकार और कंपनी के बीच संवाद जारी रहेगा और किसी भी राहत के विस्तार का निर्णय कोर्ट के अंतिम आदेश और आंतरिक विचार-विमर्श पर निर्भर करेगा।
- यह मामला भारतीय दूरसंचार उद्योग के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट का AGR राहत आदेश और सरकार की योजना
| विषय | विवरण |
|---|---|
| आदेश लागू | वोडाफोन आइडिया के लिए, FY 2016-17 तक की अतिरिक्त AGR मांग पर |
| सरकार की स्थिति | कानूनी सलाह लेंगी, आदेश की प्रति का इंतजार |
| कंपनी की भूमिका | राहत के लिए आवेदन और विस्तार की मांग करना |
| आदेश का कारण | सरकार की 49% हिस्सेदारी, 20 करोड़ ग्राहक |
| अगला कदम | आदेश के बाद नीति निर्धारण और राहत के निर्णय |
FAQs
- सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन आइडिया को कितनी राहत दी?
— वित्त वर्ष 2016-17 तक की अतिरिक्त AGR मांगों पर सीमित राहत। - सरकार ने क्या निर्णय लिया है?
— आदेश की कानूनी समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाएगी। - वोडाफोन आइडिया की स्थिति क्या है?
— कंपनी को राहत के लिए आवेदन करना होगा और विस्तार मांगना होगा। - सरकारी हिस्सेदारी का क्या महत्व है?
— सरकार के 49% हिस्सेदारी होने कारण यह मामला सार्वजनिक हित का माना गया। - अगला कदम क्या होगा?
— आदेश की पूरी प्रति मिलने पर नीति निर्धारण और निर्णय।
Leave a comment