Home बिजनेस Andrej Karpathy के अनुसार AI एजेंट्स को काम करने में लगेगा एक दशक
बिजनेस

Andrej Karpathy के अनुसार AI एजेंट्स को काम करने में लगेगा एक दशक

Share
Andrej Karpathy
Share

OpenAI के सह-संस्थापक Andrej Karpathy के अनुसार, AI एजेंट्स की असली क्षमता पाने में लगभग एक दशक लगेगा, क्योंकि वे अभी पर्याप्त बुद्धिमान या भरोसेमंद नहीं हैं।

AI एजेंट्स अभी दोषपूर्ण, Andrej Karpathy ने दी भविष्य की झलक

AI एजेंट्स की वर्तमान स्थिति: Andrej Karpathy का विश्लेषण

OpenAI के सह-संस्थापक एंड्रे कारपैथी ने हाल ही में Dwarkesh Podcast में यह स्पष्ट किया कि आज के AI एजेंट्स अभी पूरी तरह से काम करने लायक नहीं हैं। उनका कहना है कि ये एजेंट्स अभी पर्याप्त बुद्धिमान नहीं हैं, मल्टीमॉडल या कंप्यूटर उपयोग की क्षमताओं में सीमित हैं और लगातार सीखने के फीचर्स से लैस नहीं हैं।

प्रमुख चुनौतियाँ और जो अपेक्षाएँ हैं

कारपैथी ने कहा कि AI एजेंट्स में जो कमियाँ हैं, उनमें से हैं—लगातार सीखने की क्षमता का अभाव, उचित स्मृति का न होना, और तर्कशीलता में कमी। इससे, ये AI एजेंट्स अक्सर गलतियाँ करते हैं और इंसानों की अपेक्षा पूरी तरह से आत्मनिर्भर नहीं हो पाते।

समयरेखा और भविष्य के नजरिए

कारपैथी का अनुमान है कि AI एजेंट्स के पूर्ण विकसित होकर काम करने में करीब एक दशक लग सकता है। उन्होंने उद्योग की वर्तमान इच्छाओं को “उच्च आकलन” बताया, जहां कई लोग मानते हैं कि भविष्य में AI स्वायत्त रूप से सभी कार्य करेंगे, जबकि वे खुद को बेहतर बनाने के लिए इंसानों के साथ सहयोग की महत्ता पर जोर देते हैं।

इंसान और AI का सहयोग

अपने आदर्श भविष्य दृष्टिकोण में कारपैथी चाहते हैं कि AI इंसानों के सहयोगी के रूप में कार्य करे, ताकि वह बेहतर API उपयोग दिखाए, कम गलतियाँ करे और आवश्यकतानुसार इंसान के साथ संवाद करे। वे चाहते हैं कि प्रोग्रामर AI के जरिए बेहतर बनें, न कि केवल AI द्वारा तैयार कोड पर निर्भर रहें।

AI एजेंट्स की समस्याएँ और समाधान की राह

अन्य विशेषज्ञ भी AI एजेंट्स की वर्तमान त्रुटियों पर चिंतित हैं। ScaleAI के Growth Lead क्विंटिन ऑउ ने बताया है कि प्रत्येक AI क्रिया में लगभग 20% त्रुटि की संभावना होती है, जो एक बड़े काम में कई चरणों को पूरा करते समय जमा हो जाती है।


FAQs

  1. एंड्रे कारपैथी के अनुसार AI एजेंट्स का मुख्य दोष क्या है?
    उन्हें पर्याप्त बुद्धिमत्ता, लगातार सीखने और संसाधन उपयोग में कमी दिखाई देती है।
  2. AI एजेंट्स के पूर्ण कार्यशील होने में कितना समय लगेगा?
    करीब एक दशक या दस साल का समय लग सकता है।
  3. क्या कारपैथी AI के प्रति संदेहवादी हैं?
    नहीं, वे AI के विकास में आस्थावान हैं लेकिन समय को लेकर आशावादी और यथार्थवादी दोनों हैं।
  4. AI और इंसान के बीच कैसा सहयोग वे चाहते हैं?
    वे चाहते हैं कि AI इंसानों के सहयोगी बनें और ऑपरेशन्स में उनकी मदद करें।
  5. क्या AI एजेंट्स अभी पूरी तरह से स्वायत्त हैं?
    नहीं, वे अभी भी स्वायत्त रूप से सभी कार्य हल करने में असमर्थ हैं।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

Google का $15 बिलियन निवेश: भारत बनेगा AI हब और डेटा सेंटर पॉवरहाउस

Google ने भारत में $15 बिलियन निवेश की घोषणा की है। यह...

RBL बैंक में UAE का $3 बिलियन निवेश: भारतीय बैंकिंग में विदेशी धक्का

UAE की Emirates NBD ने भारत की RBL बैंक में 60% हिस्सेदारी...

भारत में लग्जरी वॉच मार्केट का बूम: सालाना 11-12% वृद्धि की ओर

भारत में HNI और आकांक्षी खरीदारों की संख्या बढ़ने से लग्जरी वॉच...

अमेरिका का दबाव: क्या भारत को अब रूस से तेल आयात घटाना पड़ेगा?

अमेरिका के बढ़ते दबाव और डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद भारत-रूस...