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2 करोड़ का पानी पुरस्कार: AI फोटो से गड्ढों को कुआं बनाया? खंडवा प्रशासन ने खारिज किया दावा

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Congress Slams BJP's 'Smart Corruption' in National Water Awards
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मध्य प्रदेश के खंडवा जिले ने जल संचय में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार जीता, लेकिन कांग्रेस ने आरोप लगाया कि AI से बनी तस्वीरें इस्तेमाल कर धोखा दिया। प्रशासन ने JSJB पोर्टल पर असली फोटो का दावा किया, ‘कैच द रेन’ पर 21 AI इमेज मिलने पर कार्रवाई शुरू। 

‘जल संचय’ में AI धांधली? खंडवा ने जीता पहला पुरस्कार, कांग्रेस ने उठाए सवाल, प्रशासन ने दी सफाई

खंडवा वाटर अवॉर्ड पर सियासी बवाल: AI तस्वीरों से ‘स्मार्ट करप्शन’? कांग्रेस vs BJP

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले ने केंद्र सरकार के ‘जल संचय, जन भागीदारी’ (JSJB) अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय वाटर अवॉर्ड में पहला स्थान हासिल किया। नवंबर में आयोजित छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में जिले को 2 करोड़ रुपये का पुरस्कार राष्ट्रपति ने प्रदान किया। लेकिन अब इस पर कांग्रेस ने ‘AI धांधली’ का आरोप लगाकर सियासी हंगामा खड़ा कर दिया है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर तंज कसा कि BJP सरकार ने AI का इस्तेमाल कर “दो फुट गहरे गड्ढों को कुएं” में बदल दिया। उन्होंने कहा कि JSJB पोर्टल पर AI जनरेटेड तस्वीरें अपलोड कर विकास कार्य दिखाए गए, जिसके आधार पर पुरस्कार मिला। पटवारी ने इसे “स्मार्ट करप्शन” बताते हुए सवाल उठाया कि बच्चों को AI का सही इस्तेमाल सिखाने के बजाय BJP भ्रष्टाचार में लगा रही है।

खंडवा प्रशासन की सफाई: JSJB पर असली तस्वीरें, कार्रवाई शुरू

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) नगरजुन बी गौड़ा ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय वाटर अवॉर्ड JSJB पोर्टल पर अपलोड 1,29,046 कार्यों की जांच के बाद मिला। ये तस्वीरें केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा सत्यापित हुईं और रैंडम फील्ड जांच भी हुई।

गौड़ा ने बताया कि AI जनरेटेड तस्वीरें ‘कैच द रेन’ पोर्टल पर मिलीं, जो केवल शैक्षिक और प्रेरणादायक उद्देश्य के लिए है। जिला प्रशासन ने पाया कि 21 तस्वीरें AI से बनी थीं, जो संभवतः दुर्भावनापूर्ण हरकत है। इन अपलोड करने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में CEO ने दोहराया कि वाटर अवॉर्ड प्रक्रिया से AI तस्वीरों का कोई लेना-देना नहीं।

JSJB vs कैच द रेन: दो अलग पोर्टल, अलग उद्देश्य

पोर्टलउद्देश्यखंडवा में स्थिति
JSJB (जल संचय जन भागीदारी)वाटर कंजर्वेशन कार्यों की रिपोर्टिंग, पुरस्कार आधार1,29,046 कार्य, सत्यापित असली तस्वीरें, मंत्रालय जांच
कैच द रेनशैक्षिक/प्रेरणादायक, बेस्ट प्रैक्टिस शेयरिंग21 AI तस्वीरें मिलीं, कार्रवाई शुरू

जल संचय अभियान: खंडवा का दावा क्या था?

केंद्र सरकार का JSJB अभियान वर्षा जल संचय, तालाब निर्माण, चेकडैम और वाटरशेड मैनेजमेंट पर केंद्रित है। खंडवा ने दावा किया कि जिले में हजारों छोटे-बड़े कार्य हुए – गड्ढों को गहरा कर कुएं बनाना, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, फार्म पॉन्ड्स। इनकी तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड की गईं। मंत्रालय ने जीआईएस मैपिंग, फील्ड वेरिफिकेशन और डेटा एनालिसिस से खंडवा को नंबर 1 चुना।

कांग्रेस का आरोप: AI से ‘जादू’

पटवारी का दावा है कि खंडवा अधिकारियों ने AI टूल्स से सामान्य गड्ढों को गहरे कुओं जैसा दिखाया। छोटे चेकडैम को बड़े रिजर्वायर बना दिया। ये तस्वीरें JSJB पोर्टल पर डालकर पुरस्कार हथियाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या राष्ट्रपति को भी AI धोखा दिया गया?

प्रशासन का जवाब: सत्यापन प्रक्रिया मजबूत

CEO गौड़ा ने बताया कि JSJB पर हर तस्वीर जियो-टैग्ड होती है। मंत्रालय ने सैटेलाइट इमेजरी, फील्ड विजिट और थर्ड-पार्टी वेरिफिकेशन किया। कैच द रेन पर AI तस्वीरें गलती से या जानबूझकर डाली गईं, लेकिन अवॉर्ड इससे अछूता। जिम्मेदारों पर विभागीय जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

सियासी संदर्भ: MP में BJP vs कांग्रेस

यह विवाद ऐसे समय में भड़का जब मध्य प्रदेश में BJP और कांग्रेस के बीच सियासी जंग तेज है। कांग्रेस ने हाल ही में कई मुद्दों पर BJP को घेरा – किसान आय, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार। वाटर अवॉर्ड को केंद्रित कर ‘AI करप्शन’ का नैरेटिव चलाने की कोशिश। BJP ने इसे ‘झूठी राजनीति’ बताते हुए खंडवा के वाटर कंजर्वेशन मॉडल की तारीफ की।

राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2025: टॉप राज्य

  • खंडवा (MP): पहला, 2 करोड़
  • अन्य राज्य: गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र टॉप 10 में
    कुल 1,000+ जिलों में से चुने गए। JSJB ने 2024-25 में 50 लाख+ कार्य दर्ज किए।

AI का बढ़ता विवाद: प्रशासनिक इस्तेमाल

2025 में AI टूल्स का सरकारी इस्तेमाल बढ़ा – रिपोर्टिंग, इमेज एन्हांसमेंट। लेकिन गलत इस्तेमाल पर सवाल। केंद्र ने गाइडलाइंस जारी कीं कि AI जनरेटेड कंटेंट स्पष्ट रूप से मार्क हो। खंडवा केस ने फिर बहस छेड़ दी – तकनीक विकास के लिए या धोखे के लिए?

क्या होगा आगे?

प्रशासन ने जांच पूरी होने का वादा किया। अगर AI धांधली साबित हुई तो अवॉर्ड वापसी या पेनल्टी संभव। कांग्रेस ने मांग की – पूरी जांच, दोषियों पर FIR। फिलहाल खंडवा का अवॉर्ड बरकरार।

5 FAQs

  1. खंडवा ने कौन सा पुरस्कार जीता?
    राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2025 में JSJB अभियान के तहत जल संचय में पहला स्थान, 2 करोड़ रुपये राष्ट्रपति से।
  2. कांग्रेस का मुख्य आरोप क्या?
    AI तस्वीरों से गड्ढों को कुएं दिखाकर JSJB पोर्टल पर धोखा दिया, जिससे अवॉर्ड मिला।
  3. प्रशासन ने क्या सफाई दी?
    JSJB पर सत्यापित असली तस्वीरें, अवॉर्ड वैलिड। कैच द रेन पर 21 AI इमेज मिलीं, उन पर कार्रवाई शुरू।
  4. JSJB और कैच द रेन में फर्क?
    JSJB: पुरस्कार आधार, सत्यापन। कैच द रेन: शैक्षिक, प्रेरणा के लिए।
  5. आगे क्या कार्रवाई?
    AI तस्वीर अपलोड करने वालों पर विभागीय जांच, संभवतः FIR। अवॉर्ड पर असर नहीं।
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