रेड फोर्ट के पास कार धमाके के बाद अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के 200 से अधिक डॉक्टर और कर्मचारी जांच के दायरे में हैं, कई लोगों के मोबाइल डेटा मिटाए जाने की खबर।
रेड फोर्ट कार ब्लास्ट के बाद अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के 200 डॉक्टर और स्टाफ जांच के दायरे में
दिल्ली में 10 नवंबर को रेड फोर्ट के पास हुए आत्मघाती कार धमाके के बाद अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के 200 से अधिक डॉक्टर और अन्य स्टाफ जांच एजेंसियों की निगरानी में हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने यूनिवर्सिटी में बार-बार तलाशी अभियान चलाकर कई संदिग्धों की पहचान और पूछताछ की है।
जांच की स्थिति और प्रभाव
स्रोतों के अनुसार, यूनिवर्सिटी कर्मचारी अपने सामान के साथ परिसर छोड़ रहे हैं और जांच एजेंसियां उनके जाने की संख्यात्मक और पहचान प्रक्रिया में लगी हैं। कई लोगों ने मोबाइल फोन से महत्वपूर्ण डेटा मिटा दिए हैं, जिसे भी जांच का हिस्सा बनाया जाएगा।
विस्तृत पूछताछ
पुलिस ने हॉस्टल और विश्वविद्यालय के बाहर रहने वाले छात्रों के कमरों की भी तलाशी ली है, और अब तक 1000 से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है। उन लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनका आत्मघाती हमलावर डॉ उमर उन्नबी से संबंध बताया जा रहा है।
धमाके से पूर्व संदिग्ध गतिविधियां
ऐसा माना जा रहा है कि डॉ उमर को विश्वविद्यालय में ‘विशेष उपचार’ मिलता था। दो डॉक्टरों ने बताया कि उमर 2023 में लगभग छह महीने तक बिना सूचना के अनुपस्थित रहा, लेकिन अचानक वापस आकर बिना किसी प्रशासकीय कार्रवाई के काम शुरू कर दिया।
जांच में शामिल एजेंसियां
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, यूपी एंटी-टेरर स्क्वाड, फरीदाबाद क्राइम ब्रांच, जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों संयुक्त रूप से अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी में जांच कर रही हैं। इनके लिए यूनिवर्सिटी में एक अस्थायी कमांड सेंटर भी स्थापित किया गया है।
FAQs:
- अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के कितने कर्मचारी जांच के दायरे में हैं?
उत्तर: लगभग 200 डॉक्टर और अन्य स्टाफ। - क्या धमाके से संबंधित संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है?
उत्तर: कई लोगों से पूछताछ की जा रही है और कुछ को हिरासत में लिया गया है। - जांच में कौन-कौन सी एजेंसियां शामिल हैं?
उत्तर: NIA, दिल्ली पुलिस, यूपी ATS, फरीदाबाद क्राइम ब्रांच, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और ED। - डॉ उमर के यूनिवर्सिटी में विशेष व्यवहार के बारे में क्या कहा गया?
उत्तर: उमर को ‘विशेष उपचार’ मिलता था और वह कई महीने बिना सूचना के अनुपस्थित रहा। - धमाके के बाद यूनिवर्सिटी में सुरक्षा और जांच की क्या स्थिति है?
उत्तर: लगातार तलाशी और पूछताछ हो रही है, यूनिवर्सिटी के कई कर्मचारी परिसर छोड़ रहे हैं।
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