यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जंगल राज की समाप्ति के लिए एकता की अपील की है।
‘बटे तो कटे’: योगी आदित्यनाथ का बिहार में जंगल राज के खिलाफ एकता का संदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के विधानसभा चुनावों से पहले जनता से जंगल राज के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने चुनाव समारोह के दौरान कहा, “बटे तो कटे,” जिसका अर्थ है कि अगर हमें जीतना है तो विरोधियों को अलग-थलग करना पड़ेगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार ने जंगल राज के 15 वर्षों को देखा है जिसमें कानून-व्यवस्था की पूरी विफलता थी। उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे ऐसी राजनीति को समर्थन न दें जो राज्य में अराजकता और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है।
उन्होंने एनडीए की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज बिहार में विकास की दिशा में कई काम हुए हैं, लेकिन इसे जारी रखने के लिए जनता को एकजुट रहना होगा।
योगी ने जोर देकर कहा कि ‘जंगल राज’ के समर्थकों के खिलाफ ठोस लड़ाई के लिए सभी वर्गों और समुदायों को एक साथ आना होगा ताकि बिहार विकास के रास्ते पर आगे बढ़े।
यह चुनाव बिहार की जनता के लिए कानून व्यवस्था और विकास के बीच चुनाव है, इसलिए ये चुनाव सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक न्याय के लिए भी निर्णायक हैं।
FAQs
- योगी आदित्यनाथ ने बिहार में किसके खिलाफ एकता की अपील की?
जंगल राज के खिलाफ। - ‘बटे तो कटे’ का क्या मतलब है?
विरोधियों को अलग-थलग कर पाने तरकश करना। - योगी ने बिहार में किस चीज़ को चुनौती बताया?
कानून-व्यवस्था की समस्याओं और भ्रष्टाचार को। - उन्होंने मतदाताओं से क्या उम्मीद जताई?
विभिन्न समुदायों को मिलकर बिहार का विकास सुनिश्चित करना। - यह चुनाव किस लिए निर्णायक माना जा रहा है?
कानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय के लिए।
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