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बेंगलुरु मेट्रो पिंक लाइन: जून 2026 तक 5 ‘ड्राइवरलेस-कैपेबिल’ ट्रेनें शुरू होंगी?

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Pink Line Prototype Revealed Dec 11 — Will Bengaluru Get Driverless Metro Soon
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बेंगलुरु मेट्रो पिंक लाइन के ऊंचे सेक्शन में जून 2026 तक 5 ड्राइवरलेस-कैपेबिल ट्रेनें चलने की योजना; प्रोटोटाइप 11 दिसंबर को रोलआउट होगा और पूरा लाइन दिसंबर 2026 में तैयार।

7.5 किमी ऊंची पिंक लाइन में पहली बार 5 ट्रेनें — पूरा लिंक दिसंबर 2026 तक पूरा होगा।

बेंगलुरु मेट्रो की पिंक लाइन में अब उम्मीद की एक किरण दिख रही है — ऊँचा हिस्सा (कलना अגרתारा–तवरेकेरे, लगभग 7.5 किमी) जून 2026 तक पांच ‘ड्राइवरलेस-कैपेबिल’ ट्रेन सेट्स के साथ परिचालन शुरू कर सकता है, जबकि पूरा 21 किमी का कॉरिडोर (कलना अратегारा–नागवारा) दिसंबर 2026 तक वाणिज्यिक सेवा के लिए तैयार रहने की उम्मीद है. प्रोटोटाइप ट्रेन का अनावरण 11 दिसंबर को BEML द्वारा किया जाएगा और इसे कठनूर डिपो में भेजकर कम से कम पांच महीनों की कठोर टेस्टिंग से गुजरना होगा, ताकि जून 2026 तक ऊँचे सेक्शन पर परिचालन संभव हो सके.

यह पिंक लाइन 23 ट्रेनसेट्स के लिए डिज़ाइन की गई है और अभी तक 16 ट्रेनसेट्स इस कॉरिडोर के लिए निर्धारित हैं; BEML से कहा गया है कि वह अप्रैल से प्रति माह न्यूनतम दो ट्रेनसेट डिलीवर करेगा ताकि समय पर सभी 16 ट्रेनें उपलब्ध हों और पूरा पिंक लाइन चालू किया जा सके. पिंक लाइन CBTC (कम्युनिकेशन-बेस्ड ट्रेन कंट्रोल) सिस्टम पर चलेगी, और लक्ष्य बाद में GoA-4 (पूर्ण ड्राइवरलेस) मोड पर स्विच करना है, हालांकि प्रारम्भ में इसे GoA-2 (सेमी-ऑटो) मोड में चलाया जाएगा और बेंगलुरु मेट्रो ड्राइवरों को तब तक बनाए रखेगी जब तक सिस्टम पूरी तरह स्थिर न हुआ और यात्रियों की सहमति न मिल जाये.

BEML को 2023 में ₹3,177 करोड़ का बड़ा ऑर्डर मिला था जिसमें 318 कोच शामिल थे और इनमें पिंक लाइन के लिए 96 कोच भी शामिल हैं; BEML 15 साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी संभालेगा — यह पहली बार था जब BMRCL ने टेंडर में मेंटेनेंस क्लॉज जोड़ा. हालांकि BEML ने कुछ डेडलाइन मिस की हैं — पिंक लाइन के पहले ट्रेन की डिलीवरी जून 2025 में अपेक्षित थी लेकिन पूरा शेड्यूल आगे बढ़ा; अब प्रोटोटाइप दिसंबर में और फेज्ड डिलीवरी 2026 में अपेक्षित है.

राइडर्स और शहर के लिए क्या मायने रखता है? पिंक लाइन खुलने से ORR और सिटी के बीच बेहतर कनेक्टिविटी होगी, रफ्तार और फ्रिक्वेंसी में सुधार (पीक पर हर 4.5 मिनट, नॉन-पीक 8 मिनट) की उम्मीद है, और स्वचालन आने पर ऑपरेशनल लागत और मानव-एरर घट सकती है। लेकिन यात्रियों की सहमति, सिस्टम स्थिरता और प्रशिक्षण के बाद ही पूर्ण ड्राइवरलेस मोड पर भरोसा किया जाएगा.

5 FAQs

  1. पिंक लाइन का ऊँचा सेक्शन कब खुल सकता है?
    ऊँचा सेक्शन जून 2026 तक 5 ट्रेनसेट्स के साथ परिचालन शुरू कर सकता है।
  2. प्रोटोटाइप ट्रेन कब रोल आउट होगी?
    प्रोटोटाइप ट्रेन 11 दिसंबर को अनवील होगी और 15 दिसंबर के बाद Kothanur डिपो भेजी जा सकती है।
  3. क्या पिंक लाइन तुरंत ड्राइवरलेस चलेगी?
    नहीं, शुरूआत GoA-2 से होगी; बाद में जब सिस्टम भरोसेमंद हो और नियम अनुकूल हों तो GoA-4 पर स्विच पर विचार होगा।
  4. BEML की डिलिवरी शेड्यूल क्या है?
    BEML अप्रैल से प्रति माह कम-से-कम दो ट्रेनसेट डिलीवरी का लक्ष्य रखेगा ताकि सभी ट्रेनें समय पर मिल सकें।
  5. पूरा पिंक लाइन कब तक तैयार होगा?
    पूरा पिंक लाइन (कलना अर्गतारा–नागवारा) दिसंबर 2026 तक वाणिज्यिक सेवा के लिए तैयार होने का अनुमान है।
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