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Bigg Boss 19-Gaurav Khanna के पिता का Farrhana Bhatt पर गुस्सा क्यूं फूटा?“थप्पड़ मार देता” बयान की पूरी अंदरूनी कहानी

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Bigg Boss 19
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Bigg Boss 19 विनर Gaurav Khanna के पिता ने Farrhana Bhatt के ‘सुपरस्टार’ तंज और टीवी करियर पर उठाए सवालों पर गुस्सा जताते हुए कहा कि वे होते तो थप्पड़ मार देते। पूरी कंट्रोवर्सी, फैमिली इमोशन और इससे मिलने वाला सबक इस आर्टिकल में जानें।

ट्रॉफी के बाद नया बवाल – पिता vs Farrhana Bhatt


बिग बॉस 19 खत्म हो चुका है, ट्रॉफी गौरव खन्ना के हाथ में आ चुकी है, लेकिन शो के ड्रामे की आग अभी ठंडी नहीं हुई। फिनाले के बाद सबसे ज्यादा चर्चा जिस कंट्रोवर्सी की हो रही है, वो है – गौरव खन्ना के पिता का इंटरव्यू, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि अगर वे घर के अंदर होते तो फरहाना भट्ट को थप्पड़ मार देते।

एक तरफ ये बयान टीवी इंडस्ट्री की इज़्ज़त और बेटे के लिए पिता की प्रोटेक्टिव फीलिंग दिखाता है, तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर ये सवाल भी उठ रहे हैं कि रियलिटी शो की लिमिट कहाँ खत्म होती है और पर्सनल अटैक की लाइन कब क्रॉस हो जाती है। इस पूरे एपिसोड को समझने के लिए हमें गौरव‑फरहाना की फाइट, फिनाले के सीन्स और उसके बाद दिए गए दोनों तरफ के बयानों को एक साथ देखना होगा।

क्या हुआ था शो के अंदर? टीवी प्रोफेशन को लेकर छींटाकशी
बिग बॉस 19 के घर में गौरव खन्ना और फरहाना भट्ट की तू‑तू मैं‑मैं कोई एक बार नहीं हुई, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा तब बना जब फरहाना ने गौरव के टीवी करियर और “सुपरस्टार” टैग पर तंज कसा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घर के एक झगड़े के दौरान फरहाना ने गौरव के टीवी बैकग्राउंड और उनके फैनबेस पर सवाल उठाए और उन्हें “TV वाला सुपरस्टार” टाइप कमेंट के साथ हल्के में लेने की कोशिश की।

फिनाले के बाद एक इंटरव्यू में खुद गौरव ने माना कि घर के अंदर उन्हें सबसे ज्यादा ट्रिगर उसी वक्त महसूस हुआ जब फरहाना ने उनके प्रोफेशन और उनकी ऑडियंस पर ऊँगली उठाई। उनका कहना था कि “शो में मैं आया हूँ, मेरे फैंस नहीं आए हैं। आप मेरे प्रोफेशन को कटघरे में खड़ा कर सकते हैं, लेकिन उन लोगों की इज़्ज़त पर वार नहीं कर सकते जो 20 साल से मुझे टीवी पर देखते आए हैं।”

फिनाले नाइट: “ताली बजा” वाला सीन और फरहाना की नाराज़गी
फिनाले एपिसोड में जब सलमान खान ने बिग बॉस 19 का विनर घोषित किया और गौरव खन्ना ने ट्रॉफी उठाई, तो स्टेज पर एक और छोटा लेकिन यादगार पल हुआ – गौरव ने फरहाना की तरफ देखकर कहा कि “जब मैं ट्रॉफी उठाऊँगा, तुम ताली बजा रही होगी।” बाद में फरहाना ने कई इंटरव्यूज़ में यही बात दोहराई कि वह अंदर से टूटी हुई थीं, लेकिन उन्होंने मुस्कुराते हुए ताली बजाकर अपनी हार स्वीकार की।

फरहाना का यह कहना कि “तुम जीत गए, लेकिन तुम्हारी जीत भी मेरी तालियों के बिना अधूरी लग रही थी” कई लोगों को सैवेज रिप्लाई लगा, वहीं कुछ ऑडियंस ने इसे उनकी हिम्मत और स्पोर्ट्समैनशिप के तौर पर भी देखा। लेकिन इसी बैकड्रॉप में गौरव के पिता का बयान और भी ज़्यादा तीखा महसूस होने लगा, क्योंकि अब लड़ाई शो से बाहर परिवार तक खिंचती दिख रही थी।

गौरव के पिता का इंटरव्यू: “मैं होता तो थप्पड़ मार देता”
मीडिया से बातचीत में गौरव खन्ना के पिता, विनोद खन्ना ने पहले तो बेटे की जीत पर खुशी और प्राउड फीलिंग शेयर की – कि कैसे उन्होंने और उनकी पत्नी ने शुरुआत में गौरव को बिग बॉस करने से मना किया था, लेकिन अब उन्हें गर्व है कि बेटे ने बिना गालियाँ और फिजिकल झगड़ा किए ट्रॉफी जीती।

इसी इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें कभी गुस्सा आया, तो उन्होंने फरहाना के कमेंट का ज़िक्र करते हुए कहा कि जब फरहाना ने गौरव को “सुपरस्टार” कहकर मज़ाक उड़ाया और उसके टीवी करियर व सक्सेस पर सवाल उठाए, तो उन्हें बहुत बुरा लगा। उनका सीधा बयान था –

  • “मुझे बहुत गुस्सा आया, उसने उसके प्रोफेशन और टीवी एक्टर होने पर ऊँगली उठाई।”
  • “उस पल पर गौरव के गुस्से की नसें भी दिख रही थीं। अगर मैं अंदर होता, पता नहीं क्या करता, शायद थप्पड़ भी मार देता।”

ये लाइन सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गई। फैन्स के एक हिस्से ने कहा कि यह सिर्फ एक इमोशनल एक्ज़प्रेशन है, जबकि दूसरे हिस्से ने माना कि किसी महिला के लिए पब्लिक प्लेटफॉर्म पर ऐसे शब्द इस्तेमाल करना खतरनाक मैसेज दे सकता है।

गौरव के पिता की पॉज़िटिव बातें, जो छुप गईं
इंटरव्यू में सिर्फ गुस्सा नहीं था, काफी पॉज़िटिव बातें भी थीं जो ट्रोलिंग के शोर में कम दिखीं। विनोद खन्ना ने कहा कि:

  • उन्होंने और उनकी पत्नी ने गौरव को बिग बॉस में जाने से इसलिए रोका था क्योंकि उन्हें डर था कि वहाँ सिर्फ लड़ाई और चीख‑पुकार है।
  • लेकिन शो देखते‑देखते उन्हें लगा कि गौरव का नेचर ही झगड़ा करने का नहीं है, और उसने पूरे सीज़न में खुद को कंट्रोल में रखा।
  • वे बेटे की “ज़िद” और मेहनत की तारीफ करते हैं – reminding कि गौरव पहले मास्टरशेफ जैसा शो भी जीत चुके हैं और जो ठान लेते हैं, करके दिखाते हैं।

उनका कहना था कि उन्हें सबसे ज्यादा गर्व इस बात पर है कि बेटे ने प्रोवोकेशन के बावजूद हाथ नहीं उठाया और शब्दों की मर्यादा ज्यादातर समय बनाए रखी – जो शायद वे खुद उस पल में न कर पाते।

फरहाना का पक्ष: ‘अनडिज़र्विंग विनर’, ‘20% कंट्रीब्यूशन’ और अपनी चोट
दूसरी तरफ, फरहाना भट्ट भी चुप नहीं रहीं। फिनाले के बाद कुछ इंटरव्यूज़ में उन्होंने गौरव को “अनडिज़र्विंग विनर” कहा और दावा किया कि शो में उनका कंट्रीब्यूशन 20% से भी कम था। उनका गुस्सा इस बात पर ज्यादा था कि फिनाले के स्टेज पर गौरव ने उनसे ताली बजवाने की लाइन मारी, जबकि वह अंदर से हारी हुई और टूट चुकी थीं।

एक और बातचीत में उन्होंने खुद के स्ट्रगल, पारिवारिक बैकग्राउंड और पर्सनल दर्द – खासकर अपने पिता की एक्स्ट्रा‑मैरेटल अफेयर जैसी बातों पर सार्वजनिक खुलासे का ज़िक्र किया, जिससे साफ दिखता है कि वह भी काफी इमोशनल बैगेज लेकर गेम खेल रही थीं। ऐसे में जब उनकी हार हुई और ऊपर से स्टेज पर भी तकरार हुई, तो उनका रिएक्शन भी उतना ही तीखा निकलना तय था।

सोशल मीडिया रिएक्शन: फैन वॉर और ‘फिजिकल वॉयलेंस वाली भाषा’ पर सवाल
गौरव के पिता के “थप्पड़ मार देता” वाले बयान ने ट्विटर/इंस्टाग्राम पर दो साफ कैंप बना दिए:

  • एक तरफ वे फैन जो कह रहे हैं कि ये सिर्फ एक इमोशनल डायलॉग है – एक पिता अपने बेटे पर तंज सह नहीं पाया, बस इतना ही।
  • दूसरी तरफ वो लोग जो कह रहे हैं कि किसी भी महिला के लिए, चाहे उसने कितनी भी गलत बात की हो, “थप्पड़” वाली भाषा पब्लिकली नॉर्मलाइज़ नहीं होनी चाहिए, खासकर जब हम टीवी और सोशल मीडिया पर पहले से ही बहुत हेट देख रहे हैं।

कुछ यूज़र्स ने ये भी कहा कि गौरव ने खुद घर में, गुस्सा आने पर भी सीमाएँ पार नहीं कीं, तो उनके पिता को भी इंटरव्यूज़ में थोड़ा शब्द चुनने का ध्यान रखना चाहिए था – ताकि बेटे की इमेज और टीवी इंडस्ट्री के लिए जो पॉज़िटिव मैसेज गया है, वो डायल्यूट न हो।

रियलिटी शोज़, पर्सनल लिमिट्स और दर्शकों के लिए सबक
बिग बॉस जैसे फॉर्मेट में तकरार, पर्सनल जाब और इगो क्लैश शो का हिस्सा माने जाते हैं, लेकिन जब बात प्रोफेशन की इज़्ज़त, परिवार और जेंडर रिस्पेक्ट तक पहुँच जाए, तो असर सिर्फ घर के अंदर नहीं रहता। गौरव‑फरहाना एपिसोड ने कम से कम तीन चीज़ें साफ कीं:

  • टीवी एक्टर होने पर तंज आज भी इंडस्ट्री के भीतर और बाहर कई लोगों को चुभता है – जबकि वही टीवी घर‑घर उन्हें पहचान देता है।
  • हार‑जीत के बाद भी शब्दों की मर्यादा दोनों तरफ से ज़रूरी है – चाहे “ताली बाजा” कमेंट हो या “20% कंट्रीब्यूशन, अनडिज़र्विंग विनर” वाला बयान।
  • पैरेंट्स और फैमिली की इमोशनल रिएक्शन समझ में आती है, पर पब्लिक प्लेटफॉर्म पर फिजिकल पनिशमेंट की भाषा अनजाने में भी टॉक्सिक बिहेवियर को जस्टिफाई कर सकती है, जिसे संभलकर हैंडल करना बेहतर है।

दर्शकों के लिए भी यहाँ एक छोटा‑सा सबक है – रियलिटी शो के ड्रामे को एंटरटेनमेंट की तरह देखना ठीक है, लेकिन असली लाइफ में बहस को थप्पड़ और गाली तक ले जाना कभी भी सॉल्यूशन नहीं बनता।

FAQs –

  1. गौरव खन्ना के पिता ने exactly क्या कहा था?
    एक इंटरव्यू में गौरव के पिता ने फरहाना के “सुपरस्टार” वाले तंज और टीवी करियर पर उठाए सवाल का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस पल उन्हें बहुत गुस्सा आया और अगर वे घर के अंदर होते तो शायद फरहाना को थप्पड़ मार देते।
  2. फरहाना ने गौरव के बारे में क्या कहा था?
    फिनाले के बाद फरहाना ने कुछ इंटरव्यूज़ में गौरव को “अनडिज़र्विंग विनर” कहा और आरोप लगाया कि शो में उनका कंट्रीब्यूशन 20% से भी कम था; उन्होंने स्टेज पर गौरव की “ताली बाजा” लाइन पर भी नाराज़गी जताई।
  3. गौरव ने खुद इस पूरी लड़ाई पर क्या रिएक्शन दिया?
    गौरव ने कहा कि उन्हें बिग बॉस 19 के दौरान सबसे ज्यादा चोट तब लगी जब फरहाना ने उनके टीवी प्रोफेशन और उनके फैंस पर सवाल उठाया; उनका कहना था कि यदि लड़ना है तो उनसे लड़ें, लेकिन उनके दर्शकों और सालों की मेहनत की इज़्ज़त पर वार न करें।
  4. क्या इस बयान पर कोई ऑफिशियल एक्शन या नोटिस आया है?
    फिलहाल ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई कि चैनल या मेकर्स ने गौरव के पिता के बयान पर आधिकारिक एक्शन लिया हो; मामला अभी पब्लिक डिस्कशन, सोशल मीडिया डिबेट और फैन्स की राय तक सीमित दिख रहा है।
  5. इस पूरे मामले से टीवी और रियलिटी शो ऑडियंस क्या सीख सकते हैं?
    सबसे बड़ा सबक यही है कि रियलिटी शो में दिखने वाली लड़ाइयां और ताने असल इंसानों की ज़िंदगी और इमोशंस से जुड़े होते हैं; इसलिए न तो प्रोफेशन, जेंडर या फैमिली पर ओछे तंज सामान्य चीज़ मानने चाहिए और न ही गुस्से में फिजिकल वायलेंस की भाषा को ग्लोरिफाई करना चाहिए – सम्मान दोनों तरफ से ज़रूरी है।

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