गॉडमैन Chaitanyananda Saraswati को 17 महिला छात्रों के यौन उत्पीड़न और करोड़ों के वित्तीय घोटाले के आरोप में दो महीने बाद आगरा से गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली पुलिस ने ‘गॉडमैन’ चैतन्यनंद सरस्वती को गिरफ्तार किया, महिलाओं के यौन उत्पीड़न और करोड़ों की हेरा-फेरी के मामले में
सेल्फ-स्टाइल्ड गॉडमैन चैतन्यनंद सरस्वती (जिसे स्वामी पार्थसारथी भी कहा जाता है) को दिल्ली पुलिस ने रविवार तड़के आगरा में गिरफ्तार कर लिया। वे निजी प्रबंधन संस्थान श्री शारदा इंस्टिट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट, दिल्ली के निदेशक पद का लाभ उठाकर महिलाओं का यौन उत्पीड़न करते पाए गए हैं।
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
- चैतन्यनंद लगभग दो महीने से फरार था।
- दिल्ली पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर उनका पता लगाया।
- इस हफ्ते ही दिल्ली की अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
- जांच के अनुसार, फरार रहते हुए उन्होंने करीब ₹60 लाख की निकासी की और ₹30 करोड़ से अधिक की राशि हड़पने के आरोप में हैं।
आरोप और मामला
- 17 महिला छात्रों ने उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार की शिकायत की थी।
- चैतन्यनंद पर विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की महिलाओं को शोषण में लिप्त होने के आरोप हैं।
- उन्होंने महिलाओं की गतिविधियों को मोबाइल फोन से मॉनिटर भी किया।
- मामले की शुरुआत दो पत्रों से हुई – एक छात्रा और एक एयरफोर्स अधिकारी द्वारा भेजा गया, जिसकी पुष्टि FIR में की गई।
- पुलिस ने चैतन्यनंद से जुड़े लगभग ₹8 करोड़ की रकम को विभिन्न बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट में फ्रीज कर दिया है।
वित्तीय गड़बड़ी
- संस्था में अपनी ऊंची हैसियत का दुरुपयोग कर, उन्होंने संस्थान की संपत्तियों का निजी कंपनियों को सब-लेट कर आर्थिक लाभ लिया।
- हड़पी गई राशि से महंगे वाहन खरीदे और व्यक्तिगत संपत्ति का निर्माण किया।
गॉडमैन चैतन्यनंद सरस्वती की गिरफ्तारी महिलाओं के अधिकारों और संस्थानों में शोषण के खिलाफ कानून के कड़े स्वरूप को दर्शाती है। पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और पीड़ितों को कानूनी संरक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
(FAQs)
- चैतन्यनंद सरस्वती पर क्या-क्या आरोप हैं?
- सेक्सुअल उत्पीड़न, महिलाओं की मॉनिटरिंग, वित्तीय गड़बड़ी, ₹30 करोड़ से अधिक की हेरा-फेरी।
- उनकी गिरफ्तारी कैसे हुई?
- दो महीने फरार रहने के बाद आगरा में सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें पकड़ा।
- शिकायत की शुरुआत कैसे हुई?
- एक छात्रा एवं एयरफोर्स अधिकारी के पत्र के बाद Peetham को FIR दर्ज हुई।
- पुलिस ने कितने पैसे फ्रीज किए हैं?
- करीब ₹8 करोड़।
- उन्होंने किन छात्रों को मुख्य रूप से निशाना बनाया?
- आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की महिलाएं।
- अदालत का क्या फैसला था?
- अग्रिम जमानत याचिका हाल ही में खारिज हुई थी।
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