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Chaitanyananda Saraswati की फर्जीवाड़ा मामले में अग्रिम जमानत याचिका खारिज

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Chaitanyananda Saraswati
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गॉडमैन Chaitanyananda Saraswati की फर्जीवाड़ा मामले में अग्रिम जमानत नहीं मिली

फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और षड़यंत्र के आरोपों में Chaitanyananda Saraswati

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गॉडमैन चैतन्यनंद सरस्वती की अग्रिम जमानत याचिका खारिज की


दिल्ली की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर ने स्व-वर्णित गॉडमैन चैतन्यनंद सरस्वती की धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और आपराधिक साजिश के आरोपों में दायर अग्रिम जमानत याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि जांच प्रारंभिक दौर में है और आरोपी की कस्टडी में पूछताछ आवश्यक है।

अदालत का तर्क

  • आरोपी चैतन्यनंद सरस्वती जांच अधिकारी के समक्ष उपलब्ध नहीं हैं और उनका मोबाइल फोन बंद है।
  • इस गंभीर और जटिल मामले में जमानत देने की इच्छा न्यायालय को नहीं है क्योंकि यह पूरे धोखाधड़ी के सिलसिले की पुष्टि के लिए जरूरी है।

आरोप और जांच

  • मामला धोखाधड़ी, दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा, आपराधिक षड़यंत्र और विश्वास का अपराध से संबंधित है।
  • चैतन्यनंद पर एक निजी प्रबंधन संस्थान के 17 महिला छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप भी है।
  • पुलिस जांच में पता चला कि उन्होंने दिवंगत जगद्गुरु शंकराचार्य महासंस्थानम दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठम की संपत्तियों को निजी कंपनियों को सब-लेट करके आर्थिक लाभ कमाया।
  • उक्त धनराशि से उन्होंने महंगे वाहन खरीदे, जिनमें एक वोल्वो और BMW शामिल हैं। वोल्वो की डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट फर्जी बताई गई है।

महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • वोल्वो की नंबर प्लेट ’39 UN 1′ और BMW की खरीद मार्च माह में हुई थी।
  • मामला अभी जांच के शुरुआती दौर में है और आगे की कड़ी जांच जारी है।


चैतन्यनंद सरस्वती के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले में अग्रिम जमानत का नकारात्मक निर्णय न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता को दर्शाता है। यह मामला भारतीय न्याय व्यवस्था के समक्ष एक चुनौतीपूर्ण परीक्षण है जो न्याय की पूर्णता की उम्मीद करता है।

(FAQs)

  1. चैतन्यनंद सरस्वती पर कौन-कौन से आरोप हैं?
  • धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, यौन उत्पीड़न, आपराधिक साजिश।
  1. कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका क्यों खारिज की?
  • जांच प्रारंभिक दौर में है, पूछताछ के लिए कस्टडी जरूरी।
  1. आरोपों में क्या मुख्य तथ्य हैं?
  • संपत्तियों का गलत उपयोग, फर्जी नंबर प्लेट वाली कार, 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न।
  1. इस मामले की जांच कहां चल रही है?
  • दिल्ली पुलिस।
  1. क्या आरोपी पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हैं?
  • हाँ, मोबाइल फोन बंद है तथा पता नहीं चल रहा।
  1. अगला कदम क्या होगा?
  • आगे की जांच जारी और कानूनी प्रक्रिया।
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