दिल्ली में छठ पूजा से पहले Artificial यमुना के मुद्दे पर AAP और BJP में विवाद, पीएम मोदी के प्रतीकात्मक डुबकी से पहले सियासी बहस तेज।
दिल्ली में छठ पूजा पर राजनीति: असली और Artificial यमुना का विवाद
कृत्रिम यमुना और छठ से पहले दिल्ली की सियासत: आम आदमी पार्टी बनाम भाजपा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को दिल्ली के वासुदेव घाट पर छठ पूजा में डुबकी लगाने के कार्यक्रम की घोषणा के बाद दिल्ली में सियासी हलचल बढ़ गई है। राजधानी की सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी आम आदमी पार्टी (AAP) यमुना नदी की सफाई और छठ पूजा की तैयारियों को लेकर आमने-सामने हैं।
AAP ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार ने वासुदेव घाट पर प्रधानमंत्री की उपस्थिति के लिए ‘कृत्रिम यमुना’ तैयार की है जिसमें फिल्टर पानी भरा गया है, जबकि असली श्रद्धालुओं को जहरीले और गंदे पानी में पूजा करनी होगी। AAP अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के मुताबिक, अन्य घाटों का पानी प्रदूषित है, जबकि मोदी के लिए कृत्रिम पूल तैयार किया गया।
AAP ने वीडियो जारी कर इस मुद्दे को उठाया और राष्ट्रीय दलों पर धार्मिक भावनाओं की उपेक्षा का आरोप लगाया। केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘भाजपा ने दिल्ली में छठ पर्व की धार्मिकता का मजाक बना दिया है।’ वहीं विपक्ष नेता अतिशी ने इसे खुली भेदभाव नीति बताया। BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2018–2024 में छठ पूजा के आयोजन को रोकने की कोशिश की थी। BJP ने सफाई के प्रयासों को विपक्ष की राजनीतिक नौटंकी बताया।
छठ पूजा के आयोजन और तैयारियों को आगामी बिहार विधान सभा चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। विपक्ष का तर्क है कि भाजपा सिर्फ चुनावी लाभ के लिए गंगा-यमुना की सफाई और छठ त्योहार को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली में बिहारी प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था का प्रयास किया है।
छठ पूजा दिल्ली में सिर्फ धार्मिक पर्व नहीं बल्कि राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है। नदी की सफाई, कृत्रिम और असली पानी का विवाद, और चुनावी राजनीति—इन सबने त्योहार को चर्चा का केंद्र बना दिया है। दिल्ली के नागरिक गंगा-यमुना की सफाई व धार्मिक आयोजनों में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।
FAQs
- कृत्रिम यमुना विवाद किस वजह से हुआ?
- वासुदेव घाट पर पीएम मोदी के लिए फिल्टर पानी का इस्तेमाल, जबकि अन्य घाटों पर प्रदूषित पानी।
- AAP क्या आरोप लगा रही है?
- धार्मिक भावनाओं की अनदेखी और असली भक्तों को प्रदूषित नदी में पूजा करने के लिए मजबूर किया गया।
- BJP का क्या कहना है?
- सफाई और छठ पूजा को राजनीतिक नौटंकी बताया एवं AAP की पूर्व नीतियों पर आरोप लगाया।
- क्या यह विवाद आने वाले चुनावों से जुड़ा है?
- विपक्ष का मानना है कि भाजपा छठ पूजा को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है।
- छठ पूजा की तैयारियों में क्या-क्या किया गया?
- सफाई व्यवस्था, कृत्रिम पूल का निर्माण, श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनें।
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