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China New Policy: 2026 से EV निर्यात के लिए परमिट लेना होगा जरूरी

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China New Policy: चीन ने 1 जनवरी 2026 से EV के निर्यात के लिए परमिट लेना अनिवार्य कर दिया है, जिससे EV उद्योग के स्वस्थ विकास को बढ़ावा मिलेगा।

चीन ने जनवरी 2026 से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक्सपोर्ट परमिट अनिवार्य किया

चीन सरकार ने घोषणा की है कि 1 जनवरी 2026 से शुद्ध इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों के वैश्विक निर्यात के लिए निर्माता कंपनियों को अनिवार्य रूप से एक्सपोर्ट परमिट लेना होगा। यह नया नियम चीन के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी किया गया है, जिससे ईवी उद्योग के “स्वस्थ विकास” को बढ़ावा मिलेगा और असंगठित निर्यातकों पर नियंत्रण कड़ा होगा।

नई नीति का उद्देश्य

  • इस कदम से गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित होगा और अनधिकृत व्यापारियों द्वारा खराब सेवा प्रदान करने की संभावना घटेगी।
  • निर्माताओं को अपने निर्यात नियमबद्ध और पारदर्शी बनाने होंगे, जिससे वैश्विक बाजारों में ब्रांड की प्रतिष्ठा मजबूत होगी।

नियमों की विस्तृत जानकारी

  • केवल निर्माता और अधिकृत सम्बंधित कंपनियां ही एक्सपोर्ट परमिट के लिए आवेदन कर सकेंगी।
  • इस शासन का लक्ष्य नए ऊर्जा वाहनों के व्यापार को सही दिशा देना है।
  • विस्फोटक कीमत प्रतिस्पर्धा और उत्पादों के ओवरप्रोडक्शन को नियंत्रित करना भी उद्देश्य है।

वर्तमान निर्यात स्थिति

  • 2025 के पहले आठ महीनों में, चीन ने 1.44 मिलियन शुद्ध इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 27% अधिक है।
  • चीन के इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात का लगभग 28.1% हिस्सा है।
  • यूरोपीय बाजार प्रमुख निर्यात गंतव्य हैं।

उद्योग को प्रभावित करने वाले कारक

  • BYD और अन्य कंपनियों की कीमत कटौती ने प्रतिस्पर्धा को तेज किया है।
  • सरकार की नीति उद्योग में मूल्य प्रतिस्पर्धा को ‘असंतुलित’ और ‘ना-लाभकारी’ बताती है।
  • नीति के कारण लंबे समय में उद्योग की स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।

उद्योग विशेषज्ञ राय

  • चीन ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर के डॉयरेक्टर वू सोंगक्वान ने कहा है कि नियम अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की तरह स्थायी संबंध बनाने में मदद करेंगे।
  • नियम उद्योग की संरचना को मजबूत और ग्राहकों का विश्वास बढ़ाएंगे।

चीन का यह नया नियामक प्रशासन इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात को नियंत्रित कर वैश्विक बाजारों में चीनी ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ाने का प्रयास है। इस कदम से न केवल गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि भारत सहित अन्य देशों के लिए भी चीन से ईवी खरीदना भरोसेमंद विकल्प साबित होगा।

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