केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हर भारतीय सीखे एक दक्षिण भाषा। इशा फाउंडेशन सेमीना में सद्गुरु से प्रेरित ‘ट्राई-बेस्ड एग्रीकल्चर’ नीति। किसानों को सरकारी कंट्रोल से मुक्त करें, मिट्टी बचाओ!
दक्षिण भाषा सीखो, मिट्टी बचाओ: चौहान-सद्गुरु की जोरदार अपील, किसान समृद्धि का नया फॉर्मूला!
हर भारतीय सीखे एक दक्षिण भारतीय भाषा: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपील
27 दिसंबर 2025 को कोयंबटूर में इशा फाउंडेशन के मेगा फार्मर सेमिनार ‘सस्टेनेबल ट्री-बेस्ड एग्रीकल्चर’ में केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “हर भारतीय को कम से कम एक दक्षिण भारतीय भाषा सीखनी चाहिए। मैं खुद भी एक दक्षिण भाषा सीखने की कोशिश कर रहा हूं।” ये अपील भाषाई एकता और सांस्कृतिक समझ बढ़ाने के लिए थी।
चौहान ने आध्यात्मिक नेता जग्गी वासुदेव (सद्गुरु) के अनुभवों से प्रेरित होकर ‘ट्री-बेस्ड एग्रीकल्चर’ पर नीति बनाने का ऐलान किया। कहा, इशा फाउंडेशन इकोलॉजिकल रिस्टोरेशन और किसान समृद्धि के लिए एक्टिव। सद्गुरु के गाइडेंस में किसानों को जागरूक करेंगे, नेचर कंजर्वेशन के पार्टनर बनाएंगे। X पर पोस्ट में लिखा, “Save Soil मूवमेंट से पता चला हेल्दी सॉइल लाइफ, फूड सिक्योरिटी और क्लाइमेट रेजिलिएंस के लिए जरूरी। रिजेनरेटिव फार्मिंग से ह्यूमैनिटी-नेचर बैलेंस बनेगा।”
सद्गुरु की मांग: किसानों को सरकारी कंट्रोल से मुक्त करें
सेमिनार में सद्गुरु ने पॉलिसी करेक्शन की मांग की। बोले, “फार्मिंग को गवर्नमेंट कंट्रोल से आजाद करें। एग्रीकल्चरल लैंड पर उगाया प्रोड्यूस किसान का हो। फॉरेस्ट प्रोड्यूस से अलग रखें।” किसानों को अपनी जमीन पर उगाए पेड़ बेचने के रुकावटें हटाने को कहा। चौहान ने समर्थन दिया – ये किसान समृद्धि का रास्ता।
ट्री-बेस्ड एग्रीकल्चर: क्या है ये?
ट्रेडिशनल क्रॉपिंग में सिंगल फसल से सॉइल हेल्थ खराब। ट्री-बेस्ड में पेड़ों के साथ इंटरक्रॉपिंग – फल, सब्जी, दालें। फायदे:
- सॉइल कार्बन बढ़ता, ड्रॉट रेजिस्टेंस।
- बायोडायवर्सिटी, वॉटर रिटेंशन।
- इनकम मल्टीपल सोर्स – लकड़ी, फल, मेडिसिनल प्लांट्स।
ICAR स्टडीज से 20-30% यील्ड बढ़ोतरी। इशा का Rally for Rivers-Save Soil से लाखों किसान जुड़े।
चौहान vs सद्गुरु: मुख्य बिंदु तालिका
| मुद्दा | चौहान का बयान | सद्गुरु की मांग |
|---|---|---|
| भाषा | हर भारतीय एक साउथ लैंग्वेज सीखे | – |
| एग्री पॉलिसी | ट्री-बेस्ड पर नई नीति | गवर्नमेंट कंट्रोल हटाओ |
| किसान | समृद्धि, जागरूकता | अपनी जमीन का प्रोड्यूस खुद बेचें |
| पर्यावरण | Save Soil से प्रेरित | रिजेनरेटिव फार्मिंग |
भाषाई एकता: क्यों जरूरी?
भारत 22 आधिकारिक भाषाएं, 1600+ डायलेक्ट्स। नॉर्थ-साउथ डिवाइड कॉमन। चौहान का मैसेज ब्रिज बिल्डिंग। तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु सीखने से कल्चरल एक्सचेंज। PM मोदी ने भी साउथ कल्चर प्रमोट किया। चौहान MP से, लेकिन नेशनल विजन।
कृषि मंत्री चौहान: बैकग्राउंड
शिवराज सिंह चौहान MP के पूर्व CM, किसान परिवार। 4 बार CM रिकॉर्ड। केंद्र में जून 2024 से कृषि मिनिस्ट्री। लाडली बेटी, मुख्यमंत्री किसान कल्याण जैसे स्कीम्स से पॉपुलर। अब ट्री-बेस्ड फोकस।
इशा फाउंडेशन: योग से एग्री तक
सद्गुरु की फाउंडेशन योग, मेडिटेशन के साथ Rally for Rivers (2017), Cauvery Calling (1 करोड़ पेड़), Save Soil (ग्लोबल जागरूकता)। तमिलनाडु-कर्नाटक में हजारों किसान। गवर्नमेंट पार्टनरशिप बढ़ी।
भविष्य की नीतियां
- ट्री-बेस्ड गाइडलाइंस, सब्सिडी।
- किसानों को पेड़ बेचने फ्रीडम।
- नेशनल मिशन ऑन सस्टेनेबल एग्री।
चौहान का लक्ष्य: विकसित भारत 2047 में हेल्दी सॉइल।
राजनीतिक महत्व
BJP का साउथ आउटरीच। भाषा अपील से एकता मैसेज। किसान मुद्दे पर NDA फोकस – MSP, PM-KISAN के बाद एको-फार्मिंग। विपक्ष ने सरकारी कंट्रोल हटाने पर सवाल उठाए।
5 FAQs
- चौहान ने कौन सी भाषा सीखने की बात कही?
हर भारतीय एक दक्षिण भारतीय भाषा (तमिल, तेलुगु आदि)। खुद भी कोशिश। - ट्री-बेस्ड एग्रीकल्चर क्या है?
पेड़ों के साथ इंटरक्रॉपिंग – सॉइल हेल्थ, मल्टी इनकम। - सद्गुरु ने क्या मांग की?
किसानों को अपनी जमीन के प्रोड्यूस बेचने की आजादी। - सेमिनार कहां हुआ?
कोयंबटूर, इशा फाउंडेशन के तहत। - Save Soil मूवमेंट का उद्देश्य?
हेल्दी सॉइल से फूड सिक्योरिटी, क्लाइमेट रेजिलिएंस।
- Chouhan learn Tamil Kannada
- every Indian learn South language
- farmers welfare rural development
- Isha Foundation farmer seminar
- Jaggi Vasudev agriculture policy
- regenerative farming India
- Sadhguru Save Soil movement
- Shivraj Singh Chouhan South Indian language
- sustainable farming Chouhan
- tree-based agriculture policy India
Leave a comment