ओडिशा में बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवात के कारण भारी बारिश और तेज़ हवा की संभावना, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई।
ओडिशा सरकार ने चक्रवात को लेकर किया आपदा प्रबंधन मजबूत
ओडिशा में चक्रवात का अलर्ट – मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह
बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव क्षेत्र बन गया है, जो जल्दी ही चक्रवात में बदलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 27 अक्टूबर के आसपास ओडिशा के समुद्री किनारों को प्रभावित कर सकता है। इसके मद्देनजर ओडिशा सरकार ने उच्च सतर्कता घोषित कर दी है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी:
आईएमडी ने बताया कि 24 अक्टूबर को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र विकसित हुआ है, जो 25 अक्टूबर तक डिप्रेशन और 27 अक्टूबर तक चक्रवात में परिवर्तित होने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण ओडिशा के संपूर्ण तटीय और दक्षिणी जिले भारी वर्षा और तेज़ हवाओं की आशंका है।
सरकारी तैयारी और राहत व्यवस्था:
राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि स्वास्थ्य, जल संसाधन, ऊर्जा, कृषि विभाग पूरी तरह से तैयार हैं। स्थानीय प्रशासन ने राहत शिविर, निकासी व्यवस्था और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की तैयारी कर ली है।
मछुआरों को चेतावनी:
मछुआरों को समुद्र में न जाने और सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। तटबंधों के आबादी से भी समुद्र किनारे दूर रहने और नियमित मौसम की अपडेट जांचने का निर्देश दिया गया है।
- 24 अक्टूबर: कम दबाव क्षेत्र का विकास
- 25 अक्टूबर: डिप्रेशन बनना
- 26 अक्टूबर: डिप्रेशन में गहराई
- 27 अक्टूबर: चक्रवात में परिवर्तन, भारी बारिश शुरू होना
| दिनांक | मौसम की स्थिति | संभावित प्रभाव | सरकारी कार्रवाई |
|---|---|---|---|
| 24 अक्टूबर | कम दबाव क्षेत्र | हल्की बारिश | सतर्कता जारी |
| 25 अक्टूबर | डिप्रेशन | तेज बारिश और हवाएं | आपदा टीम सक्रिय |
| 27 अक्टूबर | चक्रवात | भारी बारिश, बाढ़ का खतरा | राहत शिविर स्थापना |
चक्रवाती तूफान के दौरान संबंधित जिलों में जलभराव, खेतों में नुकसान संभव है। मछुआरों और तटीय जनता के लिए यह अत्यंत खतरनाक स्थिति हो सकती है।
FAQs
- ओडिशा में चक्रवात कब तक रहेगा?
- मछुआरों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- राज्य सरकार ने किन-किन विभागों को तैयारी करने को कहा है?
- इस चक्रवात से किन जिलों को सबसे ज्यादा खतरा है?
- आईएमडी की ताजा रिपोर्ट में क्या चेतावनी है?
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