दिल्ली CM रेखा गुप्ता ने प्रदूषण पर हर फ्रंट से हमला बोला। रिंग रोड धुलाई, मिस्ट इंस्टॉलेशन, AQI 333 पर स्प्रिंकलर्स। स्मॉग, धूल, वाहन उत्सर्जन पर कंट्रोल के उपाय पूरी जानकारी।
दिल्ली प्रदूषण पर रेखा गुप्ता का एक्शन प्लान: मिस्ट स्प्रिंकलर से AQI कब सुधरेगा?
दिल्ली प्रदूषण पर CM रेखा गुप्ता का मिशन मोड: हर फ्रंट पर सक्रिय सरकार, AQI 333 पर क्या उपाय?
दोस्तों, दिल्ली फिर स्मॉग की चपेट में है। सुबह 7 बजे AQI 333 पर पहुंचा – वरी पुअर कैटेगरी। गाजीपुर मंडी, आनंद विहार, वजीरपुर में धुंधली चादर। लेकिन दिल्ली CM रेखा गुप्ता ने साफ कहा – सरकार हर मोर्चे पर सक्रिय है। मिशन मोड में जंग जारी। इलेक्ट्रिक पोल पर मिस्ट इंस्टॉल हो रहा, रिंग रोड पर सैकड़ों स्प्रिंकलर धुलाई कर रहे। खबरें हैं कि ये कदम धूल और प्रदूषण कम करने में कारगर साबित हो रहे। आइए जानें पूरा प्लान और वैज्ञानिक आधार।
CM गुप्ता ने खुद खयबर पास स्क्वायर पर PWD के रोड क्लीनिंग कैंपेन में हिस्सा लिया। कैबिनेट मिनिस्टर रविंद्र इंद्रज सिंह और MLA सूर्या प्रकाश खत्री भी साथ। X पर पोस्ट – नियमित रोड वॉशिंग, मैकेनिकल क्लीनिंग, ग्राउंड मॉनिटरिंग से दिल्ली प्रदूषण मुक्त बनेगी। स्मोक, धूल, वाहन एमिशन, खुले कचरा जलाना, लकड़ी जलाना – ये सभी मिलकर हवा में परत बनाते। सरकार हर एलिमेंट पर काम कर रही।
दिल्ली सरकार के प्रदूषण कंट्रोल उपाय: डिटेल में समझें
स्प्रिंकलर्स सबसे बड़ा हथियार। पहली बार रिंग रोड पर सैकड़ों गाड़ियां नियमित अंतराल पर धो रही। इससे धूल सीधे कम। इलेक्ट्रिक पोल पर मिस्ट सिस्टम – पानी की महीन फुहार से PM2.5 कण जम जाते। CPCB डेटा: स्प्रिंकलिंग से 20-30% AQI ड्रॉप। GRAP स्टेज 3 के तहत काम तेज।
यहां एक टेबल से देखें मुख्य उपाय:
| उपाय का प्रकार | विवरण | प्रभाव (CPCB/विशेषज्ञ अनुमान) |
|---|---|---|
| रिंग रोड स्प्रिंकलर | सैकड़ों वाहन, नियमित धुलाई | धूल 25-30% कम, AQI में 15-20 ड्रॉप |
| इलेक्ट्रिक पोल मिस्ट | फुहार से PM2.5 कैप्चर | लोकल एरिया में 10-15% सुधार |
| रोड क्लीनिंग कैंपेन | मैकेनिकल स्वीपिंग, PWD ड्राइव | सड़क धूल 40% रिडक्शन |
| GRAP लागू | कंस्ट्रक्शन स्टॉप, वाहन प्रतिबंध | ओवरऑल AQI 10-20 पॉइंट्स कम |
| मॉनिटरिंग | रियल-टाइम ग्राउंड चेक | त्वरित एक्शन लेना |
सोर्स: CPCB रिपोर्ट्स, CM ऑफिस स्टेटमेंट्स।
प्रदूषण के कारण: क्यों दिल्ली में स्मॉग का सैलाब?
विंटर में स्ट्रॉन्ग इनवर्शन लेयर – ठंडी हवा नीचे फंस जाती, पॉल्यूटेंट्स ऊपर न जा पाते। ICMR स्टडी: PM2.5 से हार्ट डिजीज 30% बढ़। WHO लिमिट 5μg/m³, दिल्ली में 100+। पड़ोसी राज्यों से स्टबल बर्निंग 20% योगदान। वाहन 30%, इंडस्ट्री 15%, कंस्ट्रक्शन धूल 25%। गुप्ता बोलीं – हर सोर्स पर अटैक।
लिस्ट में दिल्ली के टॉप पॉल्यूशन सोर्स:
- वाहन उत्सर्जन (30%) – BS-VI ट्रांजिशन जारी।
- रोड धूल (25%) – स्प्रिंकलिंग से कंट्रोल।
- स्टबल/कचरा बर्निंग (20%) – एनफोर्समेंट।
- इंडस्ट्री स्मोक (15%) – CNG शिफ्ट।
- घरेलू लकड़ी जलाना (10%) – LPG सब्सिडी।
5 FAQs
- दिल्ली का आज का AQI?
सुबह 7 बजे 333 (वरी पुअर), दोपहर में सुधार। - मिस्ट स्प्रिंकलर कैसे कम करते प्रदूषण?
PM2.5 कणों को वेट कर जमीन पर लाते, 10-20% AQI ड्रॉप। - रिंग रोड धुलाई का फायदा?
धूल 25-30% कम, सांस लेना आसान। - GRAP स्टेज क्या है?
प्रदूषण कंट्रोल के 4 लेवल, स्टेज 3 में कंस्ट्रक्शन बैन। - जनता क्या करे?
कार पूल, मास्क, कचरा न जलाएं।
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