Delhi HC ने Bajrang पुनिया, साक्षी मलिक, Vinesh फोगाट की WFI चुनाव याचिकाएं खारिज कीं। 2023 के पूरे विवाद, विरोध प्रदर्शन और कानूनी लड़ाई की पूरी समयरेखा।
Bajrang,Vinesh की WFI चुनाव चुनौती असफल:Delhi HC का फैसला
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के 2023 चुनावों को चुनौती देने वाली ओलंपियन पहलवानों बाजीराव पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और सत्यवार्त कादियान की याचिकाओं को दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। जस्टिस मिनी पुष्कर्णा ने 27 नवंबर को सुनवाई के दौरान नोट किया कि याचिकाकर्ता लगातार कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। “याचिकाकर्ता इन मामलों को आगे बढ़ाने में रुचि नहीं ले रहे,” कोर्ट ने फैसले में कहा। इससे WFI चुनाव विवाद का कानूनी अध्याय समाप्त हो गया।
WFI चुनाव विवाद की शुरुआत: मई 2023
21 मई 2023 को WFI चुनाव हुए। संजय सिंह (पूर्व सांसद और बृज भूषण शरण सिंह के करीबी) ने 40-24 वोटों से अनीता शोरान को हराया। अनीता को बाजीराव, विनेश, साक्षी का समर्थन था। पहलवान बृज भूषण पर यौन शोषण के आरोपों के बाद WFI सुधार की मांग कर रहे थे।
जंतर-मंतर आंदोलन: कुश्ती का ‘दंगल’
3 अप्रैल 2023 से जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना शुरू। बाजीराव, विनेश, साक्षी ने WFI भंग करने की मांग की। 28 मई को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। पहलवान राष्ट्रपति भवन मार्च करने लगे। बृज भूषण पर POCSO के तहत 5 FIR दर्ज।
WFI निलंबन और पुनर्स्थापना
- 23 दिसंबर 2023: WFI चुनाव के तुरंत बाद खेल मंत्रालय ने WFI निलंबित किया।
- 24 अगस्त 2024: UWW ने WFI सस्पेंड किया।
- 15 अक्टूबर 2024: WFI सस्पेंशन हटा। संजय सिंह अध्यक्ष बने रहे।
पहलवानों की HC याचिका: जनवरी 2024
पहलवानों ने दिल्ली HC में याचिका दायर की। आरोप:
- चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं
- राज्य संघों को भंग कर नई कमेटियां बनाईं
- वोटिंग में धांधली
- अनीता शोरान का नामांकन रद्द किया
कोर्ट सुनवाई और गैरहाजिरी
- जनवरी 2024: पहली सुनवाई, कोर्ट ने नोटिस जारी किया।
- अगस्त 2024: पहलवानों ने हाजिर न होने पर कोर्ट नाराज।
- नवंबर 2024: लगातार 3 तारीखों पर गैरहाजिर।
- 27 नवंबर 2025: याचिकाएं खारिज।
प्रमुख आंकड़े और समयरेखा
| तारीख | घटना |
|---|---|
| 3 अप्रैल 2023 | जंतर-मंतर धरना शुरू |
| 21 मई 2023 | संजय सिंह अध्यक्ष चुने गए |
| 23 दिसंबर 2023 | WFI निलंबित |
| जनवरी 2024 | HC में याचिका |
| 27 नवंबर 2025 | याचिकाएं खारिज |
पहलवानों की उपलब्धियां
| पहलवान | ओलंपिक | CWG | एशियाड | विश्व चैंपियनशिप |
|---|---|---|---|---|
| बाजीराव | कांस्य | स्वर्ण | स्वर्ण | स्वर्ण |
| विनेश | – | स्वर्ण | स्वर्ण | कांस्य |
| साक्षी | कांस्य | स्वर्ण | स्वर्ण | – |
संजय सिंह का पक्ष
संजय सिंह (बृज भूषण के दामाद) ने कहा, “पहलवान राजनीति में उतर चुके। कुश्ती के लिए अच्छा नहीं।” WFI ने ओलंपिक क्वालिफिकेशन पर फोकस किया।
विवाद के प्रभाव
- पहलवानों ने खेल छोड़ा, राजनीति में एंट्री।
- विनेश ने ओलंपिक में 100 ग्राम अधिक वजन से सिल्वर गंवाया।
- WFI सस्पेंशन से खिलाड़ी प्रभावित।
- बृज भूषण केस कोर्ट में लंबित।
वर्तमान स्थिति
WFI चुनाव कानूनी चुनौती से मुक्त। पहलवान राजनीति में सक्रिय। विनेश हरियाणा विधायक बनीं। बाजीराव कांग्रेस में। साक्षी ने किताब लिखी।
विशेषज्ञ राय
रामचंद्र गुजराथी (IOA): “कानूनी लड़ाई खत्म, अब खेल पर फोकस।”
अजीत सिंह हनम (WFI कोच): “युवा पहलवान प्रभावित हुए।”
FAQs
- दिल्ली HC ने किसकी याचिकाएं खारिज कीं?
बाजीराव पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, सत्यवार्त कादियान। - WFI चुनाव कब हुए थे?
21 मई 2023। संजय सिंह विजयी। - याचिका खारिज का मुख्य कारण?
लगातार कोर्ट में गैरहाजिरी। - पहलवानों के मुख्य आरोप क्या थे?
चुनाव में अनियमितताएं और धांधली। - विवाद कब शुरू हुआ?
अप्रैल 2023, जंतर-मंतर धरना।
Leave a comment