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Diwali के बाद Delhi की वायु ‘घातक’ स्तर पर

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Delhi’s air quality
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Diwali के बाद दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जानिए डॉक्टरों के बताए उपाय जिनसे आप अपने फेफड़ों को सुरक्षित रख सकते हैं और प्रदूषण के दुष्प्रभाव घटा सकते हैं।

Delhiवासियों के लिए सांस लेना बना मुश्किल

Diwali के बाद दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। राजधानी के कई हिस्सों में AQI 450 से ऊपर पहुंच गया है, जो ‘सीवियर’ (गंभीर) श्रेणी में आता है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यह प्रदूषण का स्तर सामान्य व्यक्ति के लिए भी फेफड़ों और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।

डॉक्टरों ने दी चेतावनी

दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल की पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. राधिका शर्मा के अनुसार, “जब हवा का पीएम 2.5 स्तर इतना बढ़ जाता है, तो यह सीधा फेफड़ों की नलियों में जाकर सूजन पैदा करता है। इससे सांस लेने में दिक्कत, एलर्जी, खांसी और अस्थमा के लक्षण तीव्र हो सकते हैं।”

AQI 450+ स्तर का मतलब क्या है?

  • AQI 0-50: अच्छा
  • AQI 51-100: संतोषजनक
  • AQI 101-200: हल्का प्रदूषित
  • AQI 201-300: खराब
  • AQI 301-400: बहुत खराब
  • AQI 400+: घातक / गंभीर (Severe)

फेफड़ों को सुरक्षित रखने के व्यावहारिक उपाय

  1. N95 या N99 मास्क का प्रयोग करें: बाहर निकलते समय हमेशा प्रमाणित एंटी-पॉल्यूशन मास्क पहनें।
  2. सुबह-सुबह बाहर निकलने से बचें: इस समय प्रदूषण सबसे ज्यादा होता है।
  3. घर के अंदर वायु शुद्ध रखें: HEPA फिल्टर एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें, साथ ही पीस लिली या स्नेक प्लांट जैसे एयर-प्यूरिफाइंग पौधे लगाएं।
  4. हाइड्रेशन बनाए रखें: पर्याप्त पानी पीने से शरीर प्रदूषक पदार्थों को बाहर निकाल देता है।
  5. सिट्रस फल और एंटीऑक्सीडेंट फूड खाएं: नींबू, आंवला और ग्रीन टी जैसे खाद्य पदार्थ वायुजनित टॉक्सिन्स से लड़ने में मदद करते हैं।
  6. घर लौटने के बाद कपड़े और शरीर सफाई करें: इससे बाहरी प्रदूषण अंदर प्रवेश करने से बचता है।
  7. कमजोर फेफड़ों वाले लोग सतर्क रहें: अस्थमा, COPD या हार्ट डिजीज के रोगी घर से बाहर कम निकलें और नेब्युलाइजर या इनहेलर नियमित इस्तेमाल करें।

डॉक्टर की सलाह

डॉ. शर्मा कहती हैं, “इस समय वायु प्रदूषण केवल पर्यावरण नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है। हमें छोटे कदमों से ही फर्क लाना होगा — जैसे पटाखों को सीमित करना, कारपूलिंग अपनाना, और घर में प्राकृतिक वेंटिलेशन बढ़ाना।”


FAQs:

  1. Delhi में AQI 450 का मतलब क्या है?
  2. प्रदूषण से फेफड़ों की रक्षा के लिए कौन सा मास्क बेहतर है?
  3. बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से कैसे बचाएं?
  4. क्या एयर प्यूरिफायर वास्तव में मदद करता है?
  5. कौन से फूड्स प्रदूषण से हुए नुकसान को कम करते हैं?
  6. क्या घर में पौधे प्रदूषण घटा सकते हैं?
  7. दिल्ली जैसे शहरों में लंबी अवधि तक रहने से फेफड़ों पर क्या असर पड़ता है?

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