2015 के बाद पहली बार अक्टूबर की शुरुआत में दिल्ली की हवा बेहद साफ रही, पंजाब और हरियाणा में Crop Burning में भारी गिरावट के कारण।
पंजाब और हरियाणा में Crop Burning करीब न के बराबर, दिल्ली की हवा में सुधार
दिल्ली ने इस अक्टूबर की शुरुआत वर्षों में सबसे स्वच्छ हवा के साथ की है। अक्टूबर के पहले नौ दिनों में दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 110 के आसपास रहा, जो 2015 के बाद इस अवधि का सबसे कम स्तर है। यह स्थिति पंजाब और हरियाणा में Crop Burning की घटनाओं में अभूतपूर्व गिरावट से मेल खाती है, जो परंपरागत रूप से दिल्ली की वार्षिक प्रदूषण वृद्धि के प्रमुख कारण होते हैं। पिछले नौ दिनों में इन दोनों प्रदेशों में केवल एक Crop Burning की घटना दर्ज हुई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ये संख्या 244 और 2023 में 1000 से अधिक थी।
सीटेलाइट और रिमोट सेंसिंग एजेंसियों के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में 15 सितंबर से 9 अक्टूबर तक केवल 95 आग की घटनाएँ रिकॉर्ड हुईं, जो 2024 के 267 और 2023 के 1027 की तुलना में लगभग 90% की कमी है। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं—धान कटाई में देरी, कड़े सरकारी निगरानी उपाय, और सितंबर में पंजाब में आई बाढ़।
मौसम का महत्वपूर्ण प्रभाव
दिल्ली की स्वच्छ हवा में अनुकूल मौसम की भी अहम् भूमिका रही है। हल्की हवा, बीच-बीच में हुई बारिश, और स्थूल बचे हुए फसलों के जलने में देरी ने प्रदूषक कणों के जमाव को रोकने में मदद की है।
सावधानियां और आगे की चुनौतियाँ
हालांकि, यह राहत अस्थायी हो सकती है। ऐतिहासिक रूप से, 15 अक्टूबर के बाद पंजाब और हरियाणा में धान की कटाई बढ़ जाती है, जिससे Crop Burning की संख्या बढ़ने का खतरा रहता है। सितंबर में भी दिल्ली का औसत AQI 100 के ऊपर रहा, जो बताता है कि स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए किसान आग प्रबंधन और अनुकूल मौसम दोनों जरूरी हैं।
नीति और नियंत्रण प्रयास
दिल्ली और केंद्र सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें किसान जागरूकता अभियान, फसल अवशेष प्रबंधन, और प्रदूषण नियंत्रण तंत्र शामिल हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य एजेंसियाँ लगातार निगरानी और नियंत्रण में लगी हैं।
दिल्ली में अक्टूबर के पहले दस दिन यथार्थ में कुछ सालों में सबसे अच्छे हवा गुणवत्ता वाले दिन लेकर आए हैं। पंजाब और हरियाणा में Crop Burning की घटनाओं में भारी कमी ने इस सुधार में मुख्य भूमिका निभाई है। आगामी सप्ताहों में प्रदूषण नियंत्रण उपायों और मौसम के अनुकूल रहने पर ही यह स्थिति बनी रहेगी।
FAQs
- दिल्ली के अक्टूबर 2025 के पहले नौ दिनों में AQI कैसा रहा?
- औसत AQI लगभग 110 के आसपास रहा, जो 2015 के बाद सबसे कम है।
- Crop Burning में गिरावट क्यों हुई?
- देरी से धान कटाई, सरकारी निगरानी, और सितंबर में आई बाढ़ प्रमुख कारण हैं।
- मौसम का क्या प्रभाव रहा?
- हल्की हवा, बारिश और जलने में देरी ने हवा की गुणवत्ता में मदद की।
- क्या यह स्वच्छ हवा की स्थिति स्थायी होगी?
- नहीं, खासकर 15 अक्टूबर के बाद किसान आग में वृद्धि का खतरा है।
- दिल्ली और केंद्र सरकार ने क्या उपाय किए हैं?
- किसान जागरूकता, फसल अवशेष प्रबंधन, और कड़ाई से निगरानी।
- अगले महीनों में प्रदूषण पर क्या प्रभाव होगा?
- मौसम और नियंत्रण प्रयासों पर निर्भर करेगा कि प्रदूषण कितना बढ़ता या घटता है।
Leave a comment