बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में निधन हो गया, 2004 में उन्होंने बिकानेर से संसद में प्रवेश किया था।
धर्मेंद्र की मृत्यु: भारतीय सिनेमा ने खोया एक पौराणिक सितारा
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का सोमवार को मुंबई के अपने घर पर एक संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उनकी मृत्यु 8 दिसंबर 2025 को उनके 90वें जन्मदिन से कुछ दिन पहले हुई। उनका अंतिम संस्कार पवन हंस दाह संस्कार स्थल पर किया जाएगा।
धर्मेंद्र का जन्म पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना के पास सहनेवाल कस्बे में हुआ था। उनका राजनीतिक सफर 2004 में शुरू हुआ, जब वह भाजपा में शामिल हुए और पार्टी के “भारत चमकेगा” अभियान का हिस्सा बने। लाल कृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेताओं के प्रोत्साहन पर, धर्मेंद्र को राजस्थान के बिकानेर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए भेजा गया।
अपनी व्यापक लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए, धर्मेंद्र ने कांग्रेस के उम्मीदवार रमेश्वर लाल दूदी को लगभग 60,000 वोटों से हराया और 14वीं लोकसभा में सदस्य बने। हालांकि, उन्होंने 2004 के लोकसभा चुनावों में चुरु से बलराम जाखड़ के खिलाफ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
धर्मेंद्र का अभियान उनकी लोकप्रियता और विवादास्पद बयानों दोनों के लिए चर्चा में रहा। चुनाव के दौरान, उन्हें यह कहने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा कि उन्हें “तानाशाह के रूप में चुना जाना चाहिए ताकि वह लोकतंत्र के लिए आवश्यक नागरिकता सिखा सकें।”]
एक बार निर्वाचित होने के बाद, उनका कार्यकाल सीमित संसदीय भागीदारी से चिन्हित था। उस समय के रिपोर्ट्स से पता चलता है कि वह बहुत कम सत्रों में उपस्थित रहते थे। इसके बाद, उन्होंने राजनीति से सक्रिय रूप से दूरी बना ली।
धर्मेंद्र का राजनीतिक सफर बहुत संक्षिप्त और विवादास्पद रहा, लेकिन उन्होंने भारतीय सिनेमा में एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी फिल्मों ने पीढ़ियों को प्रभावित किया और भारतीय सिनेमा के स्वर्ण युग का प्रतीक बनीं।
उनकी मृत्यु से बॉलीवुड और भारतीय राजनीति दोनों को एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व की हानि हुई है। सोशल मीडिया पर देश के विभिन्न नेताओं, अभिनेताओं और जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- धर्मेंद्र की उम्र क्या थी?
89 वर्ष। - वह किस पार्टी से जुड़े थे?
भारतीय जनता पार्टी (BJP)। - वह संसद से कहाँ चुने गए थे?
राजस्थान के बिकानेर से। - उन्होंने कितने वोटों से जीत हासिल की?
लगभग 60,000 वोटों से। - उनके राजनीतिक जीवन की विशेषता क्या रही?
सीमित संसदीय भागीदारी और विवादास्पद बयान।
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