यूक्रेन के ड्निप्रो में रूसी ड्रोन हमले में 14 घायल, वहीं जेनेवा में यूएस का विवादित शांति प्रस्ताव चर्चा में है।
ड्निप्रो हमला और जेनेवा वार्ता: यूक्रेन संकट के बीच गतिशीलता
यूक्रेन के ड्निप्रो शहर के एक निवासीय क्षेत्र में रविवार को रूसी ड्रोन हमले ने 14 लोगों को घायल कर दिया। इस हमले में कई अपार्टमेंट और वाहन क्षतिग्रस्त हुए। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रभावित भवन में रहने वाले बुजुर्ग निवासियों ने शांति की कामना व्यक्त की, लेकिन अंतरराष्ट्रीय शांति प्रस्तावों को अक्सर व्यावहारिक प्रभावहीन बताया।
इस बीच, जेनेवा में अमेरिका, यूक्रेन, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच मसौदा शांति योजना पर बातचीत जारी है। इस योजना को रूस के खिलाफ युद्ध को समाप्त करने के लिए उठाया गया एक प्रयास माना जा रहा है।
अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ और सेनेटर मार्को रुबियो, जो शांति वार्ता के प्रमुख सदस्य हैं, रविवार को जेनेवा पहुंचे। इस योजना में यूक्रेन से क्षेत्रों का छूट देना, सैन्य सीमाओं को स्वीकारना, और NATO में शामिल होने की महत्वाकांक्षा को त्यागना शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंसकी को इस योजना को स्वीकारने के लिए 27 नवंबर तक का समय दिया है।
इस शांति प्रस्ताव को लेकर विश्व के विभिन्न हिस्सों में विरोध और समर्थन दोनों चर्चा में हैं। यूक्रेन के लोगों का मानना है कि प्रस्ताव उनकी संप्रभुता और सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है।
ड्निप्रो में हुए ड्रोन हमले और जेनेवा में जारी वार्ता दिखाते हैं कि यूक्रेन संकट अभी भी गंभीर और जटिल स्थिति में है, जहाँ जंग और कूटनीति साथ-साथ चल रही है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात पर नजर रखे हुए है कि किस तरह से युद्ध को समाप्त किया जाए और स्थायी शांति स्थापित की जाए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
- ड्निप्रो ड्रोन हमले में कितने घायल हुए?
14 लोग घायल हुए हैं। - ड्रोन हमले का मकसद क्या था?
रहने वाले आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाना था। - जेनेवा में किस विषय पर बातचीत चल रही है?
यूएस के विवादित शांति प्रस्ताव पर वार्ता। - शांति प्रस्ताव में क्या शामिल है?
भूमि समर्पण, सैन्य सीमाएं स्वीकारना, NATO में शामिल होने का परित्याग। - प्रस्ताव को लेकर मुख्य विवाद क्या है?
यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा पर प्रभाव।
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