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EC का अलर्ट: बंगाल में 20 लाख 45+ उम्र के ‘नए वोटर’, जेंडर एरर 13 लाख

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24L Voters with 6+ Kids, Unrealistic Age Gaps: SIR Flags Bengal Voter List Mess
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पश्चिम बंगाल वोटर लिस्ट के पहले SIR चरण में 85 लाख पिता नाम गलत, 24 लाख के 6+ बच्चे, उम्र गैप असंभव—EC ने फॉर्म वेरिफिकेशन और सुधार के आदेश दिए।

बंगाल वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी: 85 लाख नाम गलत, 24 लाख के 6+ बच्चे—EC ने SIR के बाद जांच के आदेश दिए

पश्चिम बंगाल वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का बड़ा खुलासा: SIR पहले चरण ने उजागर की 11% खामियां, EC ने विस्तृत जांच के आदेश दिए

पश्चिम बंगाल में चुनावी रोल्स (मतदाता सूची) की सफाई का पहला चरण SIR (Special Intensive Revision) चल रहा है, और इसने लाखों गंभीर खामियां उजागर कर दी हैं। खासकर 2002 की पुरानी सूची से फैमिली मैपिंग और नए वोटरों की पहचान में भारी डिस्क्रिपेंसी मिलीं, जिसके बाद चुनाव आयोग (EC) ने सभी एन्यूमरेशन फॉर्म्स की डिटेल्ड वेरिफिकेशन का आदेश दिया है। ये आंकड़े सिर्फ नंबर नहीं—ये लोकतंत्र की बुनियाद पर सवाल उठाते हैं, जहां गलत नाम, उम्र और रिश्ते वोटिंग को प्रभावित कर सकते हैं। इस लेख में सरल हिंदी में समझेंगे कि SIR क्या है, कौन सी खामियां मिलीं, और आगे सुधार का प्लान क्या है।

SIR प्रक्रिया क्या है—और बंगाल में पहला चरण क्यों खास

SIR मतदाता सूची को साफ-सुथरा बनाने की खास मुहिम है, जो EC समय-समय पर चलाती है। बंगाल में ये 2002 की पुरानी रोल्स से पैरेंटेज (माता-पिता का नाम) और फैमिली मैपिंग पर आधारित है, ताकि फर्जी वोटर पकड़े जाएं। पहले चरण के क्रॉस-चेकिंग से ‘लॉजिकल डिस्क्रिपेंसी’ सामने आईं, जो चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के सोर्स ने कन्फर्म की। कुल वोटरों का 11.09% हिस्सा प्रभावित है—ये कोई छोटी बात नहीं।

85 लाख मामलों में पिता का नाम गलत या मिसमैच—सबसे बड़ी खामी

सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा है—85,01,486 मामलों (11.09%) में पिता के नाम गलत या मैच न करने वाले मिले। ये voter ID की बुनियादी जानकारी है, जो गलत होने पर वोटिंग में भ्रम पैदा कर सकती है। इसके अलावा 24,21,133 वोटरों को 6 से ज्यादा बच्चों का दर्जा दिया गया, जो डेमोग्राफिक लॉजिक से मेल नहीं खाता। ये आंकड़े बताते हैं कि डेटा एंट्री या रिपोर्टिंग में कितनी लापरवाही हुई।

उम्र गैप की असंभव बातें—माता-पिता से कम 15 साल का फर्क

उम्र संबंधी खामियां और भी हैरान करने वाली हैं। 11,95,230 मामलों में वोटर और उनके माता-पिता के बीच उम्र का फासला 15 साल से कम है—जो बायोलॉजिकली मुश्किल। वहीं 8,77,736 केसों में ये 50 साल से ज्यादा है, जो अवास्तविक लगता है। दादा-दादी से 3,29,152 मामलों में 40 साल से कम गैप मिला, जो फैमिली लिंक को कन्फ्यूज करता है। ये लॉजिकल चेक से पकड़ी गईं, जो डेटा की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करती हैं।

20 लाख 45+ उम्र के ‘नए वोटर’ और 13 लाख जेंडर एरर

एक और बड़ी समस्या—20,74,256 वोटर जो 45 साल से ऊपर हैं, उन्हें गलत तरीके से ‘नए वोटर’ मार्क किया गया। जेंडर डेटा में भी 13,46,918 एंट्री गलत पाई गईं, जो वोटर पहचान को प्रभावित करती हैं। ये खामियां फर्जी वोटिंग या डुप्लिकेट एंट्री का संकेत दे सकती हैं, जो चुनावी ईमानदारी के लिए खतरा। EC ने सभी को डिजिटाइज्ड फॉर्म्स से वेरिफाई करने को कहा है।

EC का एक्शन प्लान—डिजिटल वेरिफिकेशन, BLO विजिट और क्लेम्स स्टेज

EC ने सभी फॉर्म्स डिजिटाइज कर लिए हैं, और प्रभावित वोटरों को हियरिंग के लिए बुलाया जाएगा। डेटा डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर्स और ब्लॉक लेवल को भेजा गया, जो तेजी से वेरिफाई करेंगे। BLO (Booth Level Officers) घर-घर जाकर चेक करेंगे। आम वोटर ‘क्लेम्स एंड ऑब्जेक्शन्स’ स्टेज में सुधार करा सकेंगे। ये प्रक्रिया पारदर्शी बनाने का अच्छा कदम है।

राजनीतिक संदर्भ—बंगाल चुनावों से पहले SIR क्यों जरूरी

बंगाल में राजनीतिक तनाव के बीच ये खुलासा संवेदनशील है। पहले भी वोटर लिस्ट विवाद हुए हैं, जहां फर्जी वोटरों का आरोप लगा। SIR से साफ सूची बनेगी तो निष्पक्ष चुनाव संभव। लेकिन लाखों सुधारों से समय लगेगा—वोटरों को जागरूक रहना होगा। EC का ये कदम आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है।

वोटरों के लिए टिप्स—अपनी डिटेल्स चेक करें, सुधार कराएं

अगर आपका नाम, उम्र या रिश्ता गलत लगे, तो तुरंत चेक करें। EC पोर्टल पर लॉगिन कर फॉर्म डाउनलोड करें। BLO से संपर्क करें या क्लेम्स फाइल करें। समय पर सुधार न हो तो वोट खोने का खतरा। ये मौका है अपनी वोटर ID को सही करने का।

  • वोटर लिस्ट चेक: EC ऐप या वेबसाइट यूज करें।
  • दस्तावेज रखें: आधार, जन्म प्रमाण पत्र।
  • BLO नंबर नोट: लोकल हेल्प लें।

बंगाल वोटर लिस्ट SIR पर 5 FAQs

FAQ 1: SIR पहले चरण में सबसे बड़ी खामी क्या मिली?
उत्तर: 85,01,486 मामलों में पिता के नाम गलत या मिसमैच—11.09% वोटर प्रभावित।

FAQ 2: उम्र गैप की समस्या क्या है?
उत्तर: 11.95 लाख में माता-पिता से <15 साल फर्क, 8.78 लाख में >50 साल—अवास्तविक।

FAQ 3: 45+ उम्र के ‘नए वोटर’ कितने?
उत्तर: 20,74,256—गलत कैटेगरी में डाले गए।

FAQ 4: सुधार कैसे होगा?
उत्तर: BLO घर-घर चेक, क्लेम्स-ऑब्जेक्शन्स स्टेज, हियरिंग—सभी फॉर्म डिजिटाइज्ड।

FAQ 5: जेंडर एरर कितने केस?
उत्तर: 13,46,918 एंट्री गलत, वोटर ID एक्यूरेसी प्रभावित।

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